इंडिया अंडर-19 और दिल्ली के पूर्व कप्तान
यश ढुल के लिए पिछले कुछ महीने आसान नहीं रहे हैं। जून महीने में NCA में लगे एक कैंप में उन्हें पता चला कि उनके दिल में एक छोटा सा छेद है। इसके बाद उनकी सर्जरी हुई और कुछ दिन तक बिस्तर पर रहने के बाद अगस्त महीने में दिल्ली प्रीमियर लीग से उन्होंने क्रिकेट में वापसी की। हालांकि यह वापसी उतनी सफल नहीं रही। उनसे ना उतने रन बने, बीच टूर्नामेंट उन्हें कप्तानी भी छोड़नी पड़ी और फिर उन्हें कुछ मैचों के लिए बाहर भी बैठना पड़ा।
हालांकि अब उन्होंने वापसी की राह पकड़ ली है। तमिलनाडु के ख़िलाफ़ रणजी ट्रॉफ़ी मैच में जहां एक तरफ़ दिल्ली के विकेट लगातर गिर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ़ ढुल ने लगातार एक छोर संभालते हुए
189 गेंदों में नाबाद 103 रनों की पारी खेली। तेज़ गेंदबाज़ एम मोहम्मद की फ़ुल गेंद पर बोलर के ऊपर छक्का लगाकर उन्होंने अपना प्रथम श्रेणी शतक पूरा किया और फिर उसका जश्न मनाते हुए भावुक हो गए। जब ढुल ने हेल्मेट निकालते हुए बल्ला उठाकर दर्शकों का अभिवादन किया तो उनकी आंखों में ख़ुशी के आंसू थे। हालांकि ये ख़ुशी के आंसू थे।
दिन के खेल के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ढुल ने कहा, "यह मेरे लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पारी थी क्योंकि यह मेरी सर्जरी के बाद पहला शतक है। इस बीच मैंने काफ़ी कुछ देखा है। यह मेरे लिए नई पारी थी और इससे मुझे बहुत प्रेरणा मिलेगी। यह मेरे लिए एक सकारात्मक संकेत हैं।"
अपनी सर्जरी के बारे में बात करते हुए ढुल ने कहा, "मुझे इसके बारे में NCA में पता चला था, जब मैं एक कैंप के लिए वहां था। तब मुझे पता चला कि यह मुझे बचपन से ही था और इसकी सर्जरी बहुत पहले ही हो जानी थी। हालांकि मुझे सही समय पर पता चला और मेरी सर्जरी हो गई। अगर 35 साल के बाद पता चलता तो इससे अधिक नुक़सान हो सकता था। फ़िलहाल मैदान पर वापसी करके मैं बहुत ख़ुश हूं। मैं अपने आपको बहुत ही भाग्यशाली मानता हूं कि मैं अभी मैदान पर हूं। बस भगवान का शुक्र है।"
2022 में भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद ढुल ने उसी सीज़न ही प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की थी और तमिलनाडु के ख़िलाफ़ दोनों पारियों में शतक लगाए थे। उसी तमिलनाडु के ही ख़िलाफ़ ढुल ने अपना छठा प्रथम श्रेणी शतक लगाया, जिसे उन्होंने 'अपनी नई पारी' और 'पुनर्जन्म' भी कहा।
इस पारी के दौरान ढुल ने मैदान के चारों तरफ शॉट खेलते हुए कुछ दर्शनीय शॉट लगाए, जिसमें 11 चौके और तीन छक्के शामिल थे। अपनी पारी के बारे में उन्होंने बात करते हुए कहा, "ऐसा नहीं है कि सर्ज़री के बाद मैंने अपनी बल्लेबाज़ी या तकनीक में कुछ बदलाव किए हैं। डॉक्टरों ने क्रिकेट खेलने के लिए मुझे पूरी तरह फ़िट धोषित किया है और मैं बस वही करने की कोशिश कर रहा हूं, जो मैं पहले कर रहा था। मैंने बस पारी की शुरुआत करते हुए अपने आपसे यही कहा था कि मैं यह मेरे लिए एक बहुत ज़रूरी पारी है और मैंने इसे विजुअलाइज़ किया था।"
तमिलनाडु के 674 रनों के जवाब में दिल्ली फ़िलहाल 410 रन पीछे है और ढुल के साथ तेज़ गेंदबाज़ प्रांशु विजयरन छह रन बनाकर खेल रहे हैं। चौथे दिन की सुबह दिल्ली की कोशिश अधिक से अधिक रन बनाकर तमिलनाडु के बढ़त को कम से कम करने पर होगी। हालांकि उनके लिए पहली पारी की बढ़त को टालना बहुत मुश्किल लग रहा है। वहीं तमिलनाडु की कोशिश जल्द से जल्द दिल्ली को ऑलआउट कर उन्हें फ़ॉलोऑन देने पर होगी, ताकि वे सीधी जीत के लिए जा सकें।