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WTC के फ़ाइनल में पहुंचने के लिए भारत को क्या करना होगा

WTC की फ़ाइनल की रेस काफ़ी रोमांचक हो गई है और बांग्लादेश के पास भी अच्छा मौक़ा है

Ollie Pope and Joe Root hatch a plan, England vs Sri Lanka, 3rd Men's Test, The Oval, London, 3rd day, September 8, 2024

इंग्लैंड अब 60 फ़ीसदी अंकों तक नहीं पहुंच पाएगा  •  Glyn Kirk/AFP/Getty Images

मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में अब सिर्फ़ 12 सीरीज़ बची हुई हैं। ऐसे में फ़ाइनल में पहुंचने की दौड़ काफ़ी रोमांचक बनती जा रही है। पिछले WTC के फ़ाइनल में पहुंचने वाले ऑस्ट्रेलिया और भारत के पास क्रमश: 66.67 और 58.8 फ़ीसदी अंक थे। ऐसे में अब जो भी टीमें इस WTC के फ़ाइनल की दौड़ में बनी हुई हैं, वह कम से कम 60 फ़ीसदी अंकों तक पहुंचना चाहेंगी। आइए देखते हैं कि इस बार फ़ाइनल तक पहुंचने के लिए कौन सी टीमें सबसे मज़बूत दावेदार हैं।
श्रीलंका
अंक: 42.86 फ़ीसदी, शेष सीरीज़: न्यूज़ीलैंड (दो टेस्ट मैच घरेलू धरती पर),साउथ अफ़्रीका (दो टेस्ट मैच विदेशी धरती पर), ऑस्ट्रेलिया (दो टेस्ट घरेलू धरती पर)
श्रीलंका को ओवल में मिली जीत के बाद काफ़ी फ़ायदा हुआ है। इस जीत के बाद श्रीलंका WTC फ़ाइनल की रेस में बना हुआ है। अगर उनकी टीम अपने बचे हुए सभी मैच जीत जाती है तो वे फ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर सकती है। सभी मैचों में जीत का मतलब है कि उनकी टीम 69.23 अंक हासिल कर सकती है, जो फ़ाइनल में पहुंचने के लिए काफ़ी हो सकता है। अगर वे छह में से पांच मैच जीत लेते हैं तो वे 61.54 अंक तक पहुंच पाएंगे, जिससे वह फ़ाइनल की रेस में बने रहेंगे।
इंग्लैंड
अंक: 42.19, शेष सीरीज़ : पाकिस्तान (3 टेस्ट विदेशी धरती पर), न्यूज़ीलैंड (3 टेस्ट विदेशी धरती पर)
ओवल में श्रीलंका के ख़िलाफ़ इंग्लैंड की टीम को मिली हार का मतलब है कि वे अब इस WTC साइकिल में 60 फ़ीसदी अंक के आंकड़े को पार नहीं कर सकते हैं। अब वे अधिकतम 57.95 फ़ीसदी अंक हासिल कर सकते हैं। ऐसा तब ही होगा जब वे अपने बचे हुए छह टेस्ट मैच जीतने में सफल हो पाएंगे। यदि अन्य मैचों के परिणाम उनके पक्ष में जाते हैं, तो इंग्लैंड की टीम फ़ाइनल तक पहुंच सकती है।
उदाहरण के लिए यदि भारत अन्य टीमों से बहुत आगे निकल जाता है, तो इंग्लैंड को दूसरा स्थान प्राप्त करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को अपने बचे हुए सात टेस्ट मैचों में से 84 में से 42 से अधिक अंक नहीं मिलने चाहिए और अन्य टीमों का प्रतिशत भी 57.95 से नीचे रहना चाहिए।
यदि ऑस्ट्रेलिया अंक तालिका के शीर्ष पर रहता है, तो भारत को 57.95 से नीचे रहने के लिए 58 से अधिक अंक नहीं लेने चाहिए। हालांकि यदि इंग्लैंड अंक गंवाता है तो उनका फ़ाइनल में पहुंचना और भी मुश्किल हो जाएगा। उदाहरण के लिए पांच जीत और एक ड्रॉ से उनका प्रतिशत घटकर 54.92 हो जाएगा।
बांग्लादेश
अंक : 45.83 फ़ीसदी, शेष सीरीज़: भारत (2 टेस्ट मैच विदेशी धरती पर), वेस्टइंडीज़ (2 टेस्ट मैच विदेशी धरती पर), साउथ अफ़्रीका (2 टेस्ट मैच घरेलू धरती पर)
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मिली 2-0 से शानदार जीत के कारण बांग्लादेश के पास अभी 45.83 फ़ीसदी अंक हैं। इस अंक के साथ वे अंक तालिका में चौथे स्थान पर हैं। अगर वे अपने बचे हुए सभी टेस्ट मैच जीत लेते हैं तो उनके पास 72.92 फ़ीसदी अंक हो जाएंगे। वहीं अगर वे बचे हुए मैचो में से चार मैच जीतते हैं तो उनके पास 56.25 फ़ीसदी अंक होंगे।
पाकिस्तान
अंक: 19.05 फ़ीसदी, शेष सीरीज़: इंग्लैंड(3 घरेलू टेस्ट), साउथ अफ़्रीका (2 टेस्ट विदेशी धरती पर), वेस्टइंडीज़ (2 घरेलू टेस्ट)
बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मिली हार के बाद पाकिस्तान को काफ़ी अंक गंवाने पड़े लेकिन उसके अलावा उन्होंने धीमी ओवर रेट के कारण छह अंक गंवाने पड़े। इसके कारण उनका 36.36 फ़ीसदी अंक से घटकर 19.05 फ़ीसदी अंक पर आ गया। यहां से पाकिस्तान अगर बचे हुए सभी मैच जीत भी जाते हैं तो वे 59.52 फ़ीसदी अंक हासिल कर सकते हैं।
भारत
अंक : 68.52 फ़ीसदी, शेष सीरीज़: बांग्लादेश(2 घरेलू टेस्ट), न्यूज़ीलैंड(3 घरेलू टेस्ट), ऑस्ट्रेलिया (5टेस्ट विदेशी धरती पर)
भारत फ़िलहाल अच्छे अंकों के साथ अंक तालिका के शीर्ष पर है। हालांकि उन्हें अभी भी 10 और टेस्ट मैच खेलने हैं। यह किसी भी टीम की तुलना में सबसे अधिक है। अगर वे 60 फ़ीसदी से अधिक अंक हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें पांच जीत और एक ड्रॉ चाहिए। छह जीत के साथ वे 64.03 अंकों तक पहुंच सकते हैं। हालांकि अगर वे चाहते हैं कि अपने मौजूदा अंकों पर काबिज़ रहें तो उन्हें सात जीत की ज़रूरत होगी।
ऑस्ट्रेलिया
अंक : 62.50 फ़ीसदी, शेष सीरीज़ : भारत (5 घरेलू टेस्ट), श्रीलंका (2 टेस्ट विदेशी धरती पर)
62.5 फ़ीसदी अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया फ़िलहाल अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है। उन्हें अपने बचे हुए सात टेस्ट मैचों में से 60% के दायरे में रहने के लिए 47 और अंक चाहिए। वे चार जीत या तीन जीत और तीन ड्रॉ के साथ यह हासिल कर सकते हैं। वे कितने अंक हासिल कर पाएंगे, यह काफ़ी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि वे भारत के ख़िलाफ़ पांच टेस्ट मैचों की घरेलू श्रृंखला में कितने अंक जुटाते हैं।
न्यूज़ीलैंड
अंक: 50.00 फ़ीसदी, शेष सीरीज़ : श्रीलंका (2 टेस्ट विदेशी धरती पर), भारत (3 टेस्ट विदेशी धरती पर), इंग्लैंड (3 घरेलू टेस्ट)
न्यूज़ीलैंड ने इस WTC साइकिल में अपने 14 में से केवल छह टेस्ट मैच खेले हैं। उनके बचे हुए आठ टेस्ट मैचों में से पांच एशिया धरती पर हैं। अभी उनके पास 96 अंक उपलब्ध हैं। अगर वे अंत तक 60 फ़ीसदी अंक तक पहुंचना चाहते हैं तो उन्हें कम से कम 65 अंक की आवश्यकता है। इसका मतलब है कि उन्हें पांच जीत और कुछ ड्रॉ (या छह जीत) चाहिए।
साउथ अफ़्रीका
अंक: 38.89 फ़ीसदी, शेष सीरीज़ : श्रीलंका (2 घरेलू टेस्ट), पाकिस्तान (2 घरेलू टेस्ट), बांग्लादेश (2 टेस्ट विदेशी धरती पर)
यदि साउथ अफ़्रीका अपने अगले छह टेस्ट मैचों में से हर मैच जीत लेता है, तो वे 69.44 पर समाप्त होंगे, जो लगभग निश्चित रूप से उन्हें फ़ाइनल तक ले जाएगा। उनके पास इस साल के अंत में श्रीलंका और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ घरेलू श्रृंखला है। हालांकि बांग्लादेश में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला उनके मुश्किलें पेश कर सकती हैं।
वेस्टइंडीज़
अंक: 18.52 फ़ीसदी, शेष सीरीज़ : बांग्लादेश (2 घरेलू टेस्ट), पाकिस्तान (2 टेस्ट विदेशी धरती पर)
वेस्टइंडीज़ पहले ही चार सीरीज़ खेल चुका है और उन्होंने 108 में से केवल 20 अंक ही हासिल किए हैं। अगर वे अपने अंतिम चार टेस्ट जीत भी लेते हैं तो वे केवल 43.59 फ़ीसदी अंक ही हासिल कर पाएंगे।