भारतीय टीम 12 जुलाई से नए डब्ल्यूटीसी साइकिल का पहला मैच खेलने जा रही है। वेस्टइंडीज़ के इस दौरे पर
अजिंक्य रहाणे को कप्तान बनाया गया है, जो पिछले महीने 35 साल के हो गए हैं। उनका मानना है कि उनमें अभी काफ़ी क्रिकेट बाक़ी है। साथ ही वह फ़िलहाल पूरी तरह से वर्तमान पर नज़र रखते हुए, ज़्यादा दूर की नहीं सोच रहे हैं।
एक बात यह भी है कि इसे भाग्य की विचित्रता कहें या कुछ और लेकिन अंजिंक्य पिछले महीने काफ़ी समय के बाद
डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में भारतीय टीम में वापसी कर रहे थे और फिर उन्हें इस दौर पर उप-कप्तान बना दिया गया।
विंडसर पार्क में लगातार दूसरे दिन बारिश के कारण भारत का प्रशिक्षण सत्र बाधित होने के बाद रहाणे ने कहा, "मैं अभी भी युवा हूं और मेरे अंदर काफ़ी क्रिकेट बाक़ी है। पिछले एक साल में मैंने अपनी फ़िटनेस पर काफ़ी काम किया है। मेरी बल्लेबाज़ी में कुछ चीज़ों पर भी मैंने काम किया है। मैं अपने क्रिकेट का भरपूर आनंद ले रहा हूं, अपनी बल्लेबाज़ी का आनंद ले रहा हूं। मैं भविष्य के बारे में अधिक नहीं सोच रहा हूं। हर मैच व्यक्तिगत रूप से और टीम के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। मैं बस उसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।"
फ़रवरी 2022 में रहाणे को भारतीय टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद से रहाणे लगातार घरेलू क्रिकेट का हिस्सा रहे हैं। 2022-23 के सीज़न के घरेलू सीज़न के दौरान रहाणे ने मुंबई के लिए कप्तानी की। साथ ही बल्ले के साथ भी उन्होंने कुछ आकर्षक पारियां खेलीं।
सितंबर 2022 से इस साल फ़रवरी तक सभी तरह के प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 16 पारियों में तीन शतक और एक अर्धशतक के साथ 58.93 की औसत से 884 रन बनाए। ये संख्याएं भले ही सर्वश्रेष्ठ न हों लेकिन इस बात का संकेत थीं कि उन्होंने अभी भी प्रयास करना नहीं छोड़ा है।
डब्ल्यूटीसी के फ़ाइनल में भारतीय टीम को एक अनुभवी बल्लेबाज़ की आवश्यकता थी, क्योंकि श्रेयस अय्यर चोटिल थे। आईपीएल में रहाणे ने शानदार बल्लेबाज़ी सबका ध्यान भी अपनी तरफ़ खींचा था, जहां वह एक बदले हुए रूप में नज़र आ रहे थे। एक समय पर टी20 क्रिकेट में ऐंकर की भूमिका निभाने वाले रहाणे इस बार आईपीएल में तेज़ तर्रार पारियां खेल रहे थे।
जब रहाणे से उनके करियर में आए इस नए बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "कुछ भी नहीं बदला है। सीएसके ने मुझे एक भूमिका दी और आप उस भूमिका को पूरा करने की कोशिश करते हैं। इससे पहले मेरी भूमिका एक ऐंकर बल्लेबाज़ के तौर पर थी, (और) मैंने उसके अनुसार खेला। सीएसके ने मुझसे कहा, 'तुम्हें पूरी आज़ादी है, मैदान पर जाओ और अपने हिसाब से खेलो'। इसके अलावा कुछ भी नहीं बदला है। मैंने हमेशा कहा है कि टीम मुझे जो भूमिका देगी मैं उसे पूरा करूंगा।"
डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में रहाणे ने
रोहित शर्मा' की कप्तानी में पहली बार कोई टेस्ट मैच खेला था। हालांकि मुंबई के लिए उन्होंने एक साथ काफ़ी क्रिकेट खेला है।
रहाणे ने कहा, "रोहित मुझे जो भूमिका देंगे, मैं उसे पूरा करूंगा। रोहित के नेतृत्व में खेलना एक शानदार अनुभव है। वह खिलाड़ियों को आज़ादी देते हैं और फिर उनका समर्थन करते हैं। यह एक महान कप्तान के लक्षण हैं। हमारे बीच एक अच्छी केमेस्ट्री भी है। मैं इस भूमिका (उप-कप्तान के रूप में) का आदी हूं। मैंने यह काम पांच वर्षों तक किया है। हालांकि मैं टीम में वापस आकर वास्तव में खुश हूँ।"
रहाणे ने पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले यशस्वी जायसवाल के बारे में भी बात की। यशस्वी का हालिया आईपीएल और घरेलू सीज़न शानदार रहा है, जिसकी बदौलत वह टीम में जगह पाने में क़ामयाब रहे।
रहाणे ने कहा, "मैं वास्तव में उनके लिए काफ़ी खु़श हूं। वह एक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुंबई और आईपीएल में काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है। मेरा संदेश बस यही होगा कि वह मैदान पर जाएं और पूरी आज़ादी से खेलें और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बारे में ज़्यादा न सोचें।"