रोड्स : अकरम से तुलना करके आप युवा अर्शदीप पर दबाव डाल रहे हैं
पूर्व साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ ने भारतीय गेंदबाज़ की तारीफ़ की, कहा - उनमें बहुत क्षमता है
पीटीआई
16-Nov-2022
टी20 विश्व कप में अर्शदीप सबसे सफल भारतीय गेंदबाज़ थे • ICC via Getty Images
साउथ अफ़्रीका के पूर्व बल्लेबाज़ जॉन्टी रोड्स ने कहा है कि अर्शदीप सिंह बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर निखर रहे हैं लेकिन अभी से उनकी तुलना वसीम अकरम से करना उन पर दबाव डालेगा।
23 साल के इस युवा तेज़ गेंदबाज़ ने आईपीएल 2022 में प्रभावित करने के बाद टी20 विश्व कप में भी सबको अपना जलवा दिखाते हुए छह मैचों में सिर्फ़ 7.8 की इकॉनमी से रन देते हुए 10 विकेट लिए। वह भारत के लिए टी20 विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे।
रोड्स ने कहा, "स्विंग के सुल्तान महान वसीम अकरम से तुलना करके आप अर्शदीप पर दबाव डाल रहे हैं। वह निश्चित रूप से पिछले दो सालों में उभर कर आए हैं, जैसा (जसप्रीत) बुमराह ने अपने डेब्यू के बाद किया था। उनके पास क्षमता है और वह हमेशा सीखने-सुनने की ललक रखते हैं। वह नई गेंद को स्विंग कराते हैं और फिर डेथ ओवरों में अपनी विविधता का भी प्रदर्शन करते हैं। उनके पास नियंत्रण है और वह निश्चित रूप से वसीम अकरम के क़रीब पहुंच सकते हैं। लेकिन अभी से ऐसा कहना उनके लिए ठीक नहीं होगा।"
रोड्स आईपीएल में पंजाब किंग्स के फ़ील्डिंग कोच भी रह चुके हैं। उन्होंने अर्शदीप को बेहद क़रीब से आगे बढ़ते हुए देखा है।
न्यूज़ीलैंड में भारतीय टीम की संभावनाओं पर उन्होंने कहा, "अभी भारत की जो टीम न्यूज़ीलैंड गई है, उसमें कई युवा खिलाड़ी हैं लेकिन वे बेहतरीन हैं। उनके पास आईपीएल की सफलता का अनुभव है और यह उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना कौशल दिखाने का बेहतरीन मौक़ा है। वरिष्ठ खिलाड़ियों के बिना भी यह एक मज़बूत टीम है।"
गौरतलब है कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टी20 श्रृंखला शुक्रवार से शुरु हो रही है, जिसमें शुभमन गिल, उमरान मलिक, इशान किशन और संजू सैमसन जैसे युवा भारतीय सितारे हिस्सा लेंगे।
रोड्स ने यह भी कहा कि आईपीएल में खेलने से इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका के खिलाड़ियों को ज़बरदस्त फ़ायदा हुआ है। उन्होंने कहा, "भले ही युवा विदेशी खिलाड़ियों को सभी आईपीएल मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिलता लेकिन वे इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों और कोचों के साथ समय बिताते हैं और कठिन भारतीय परिस्थितियों से भी तालमेल जोड़ लेते हैं, जो कि उनके आगे के अंतर्राष्ट्रीय करियर में काम आता है।"