भारत दौरे पर कौन बनेगा लायन का साझेदार? एगार, स्वेप्सन या मर्फ़ी?
ऑफ़ स्पिन, लेग स्पिन या बाएं हाथ का स्पिनर, ये ऑस्ट्रेलिया के पास विकल्प हैं
नेथन लायन और ऐश्टन एगार दोनों ही भारतीय दौरे पर ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा हैं • Getty Images
ऑस्ट्रेलिया ने भारत दौरे के लिए अपनी टीम में चार स्पिनरों को शामिल किया है, जिसमें दो ऑफ़ स्पिनर लायन और मर्फ़ी और एक लेग स्पिनर मिचेल स्वेप्सन और एक बाएं हाथ के स्पिनर एगार हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले मैच में दो स्पिनरों को खेलाया था, जहां 2018 के बाद एगार, लायन के साथ पहली बार खेल रहे थे, वहीं स्वेप्सन पिछले साल पाकिस्तान और श्रीलंका के दौरे पर पांच में से चार टेस्ट मैच में लायन के साझेदार रहे।
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम एकादश में दो स्पिनरों को रखने से पिछले 12 महीनों में सफलता मिली है, जहां उन्हें दो मैच में जीत मिली, दो ड्रॉ हुए और एक हार गॉल में मिली। ऑस्ट्रेलिया को भारत में दो स्पिनरों के साथ पिछली सफलता 2017 के दौरे पर मिली थी, जहां स्टीव ओ कीफ़ ने पुणे में 70 रन देकर 12 विकेट लिए थे।
10 साल लंबे और 64 मैचों में बेहद मामूली प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड के बावजूद सिडनी में एगार की वापसी का कारण यह था कि ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता लायन को सहयोग करने और ओ कीफ़ की सफलता को दोहराने के लिए भारत दौरे पर बाएं हाथ के स्पिनर को शामिल करना चाहते थे। ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख चयनकर्ता जॉर्ज बेली को लगता है कि एगार भारत में अच्छा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, "सही मायने में भारत में हम चाहते हैं कि हमारे पास बाएं हाथ के स्पिनर हों। यह अच्छा है कि हमें एगार को मैच देने का मौक़ा मिला। उन्होंने अधिक टेस्ट मैच नहीं खेले हैं और वह इस रेस में सबसे आगे रहने वाले हैं। उनको टीम में दोबारा पाकर अच्छा लगता है। ऐसे में इससे पहले कि हम भारत पहुंचे उनको टीम में थोड़ा समय देना अच्छा है।"
एगार ने 2020 से सात प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जहां पर उन्होंने 2.78 के इकॉनमी से 17 विकेट लिए हैं। वैसे सिडनी टेस्ट में उन्हें 22 ओवर में एक भी विकेट नहीं मिला, लेकिन कप्तान पैट कमिंस ने एगार के कोशिश की तारीफ़ की।
जहां बाएं हाथ के स्पिनर को भारत में महत्व दिया जाता है, बेली को लगा कि टीम में उनके साथ ही दो स्पिनर होने चाहिए। मर्फ़ी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में विक्टोरिया के लिए केवल सात मैच ही खेले हैं, वह भी ऑस्ट्रेलिया ए और प्रधानमंत्री एकादश के साथ दो साल में कुल इतने मैच, लेकिन उन्होंने यहां पर 29 विकेट 25.20 की औसत ओर 2.62 का इकॉनमी से लिए हैं।
बेली ने कहा, "बिल्कुल, उनके पास मौक़ा है। यह डेवलपमेंट दौरा नहीं है। लिहाज़ा अपने प्रदर्शन की बदौलद उन्होंने टीम में अपना जगह बनाया है और हमें लगता है कि वह कर सकते हैं।"
"क्या वह लायन के साथ खेल सकते हैं यह एक सवाल है लेकिन वह अन्य ऑफ़ स्पिनरों से अलग हैं। लिहाज़ा मुझे नहीं लगता है कि आप एक ही तरह के गेंदबाज़ के बारे में सोच सकते हो। हम परिस्थिति को देखेंगे और देखेंगे कि क्या कर सकते हैं।"
स्वेप्सन एक लेग स्पिनर के तौर पर टीम में शामिल हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल लायन का साथ देने के लिए हो सकता है। पाकिस्तान और श्रीलंका में भाग्य उनके साथ नहीं था लेकिन गेंदबाज़ी उन्होंने अच्छी की थी। उन्होंने 45.80 की औसत और 89.2 के स्ट्राइक रेट से 10 विकेट लिए थे।
बेली ने बताया कि लाल गेंद क्रिकेट में स्पेप्सन उनके पहली पसंद के लेग स्पिनर हैं।
बेली ने कहा, "स्पेप्सन दौरे पर हैं क्योंकि हमें एक लेग स्पिनर की ज़रूरत है, हमें लगता है वह हमारे बेहतर विकल्प हैं।"
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता भारत में लेग स्पिनरों की मुश्किलों को समझते हैं, जहां भारत के तीन दौरों पर शेन वॉर्न को मुश्किलें हुई थीं। हालांकि उन्होंने 2004 के दौरे पर एक अहम भूमिका निभाई थी, जहां वह बेंगलुरु और नागपुर की जीत में अहम रहे थे।
ऐलेक्स मैल्कम ESPNcricinfo में एसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।