क्या सही, क्या ग़लत?
भारत की गेंदबाज़ी काफ़ी अच्छी रही। हरमनप्रीत कौर ने लगातार अटैकिंग फ़ील्ड सेट किए और अधिकतर गेंदबाज़ों ने इस पर बढ़िया प्रतिक्रिया देते हुए लगातार दबाव बनाए रखने की कोशिश की। भारत की आउटफ़ील्डिंग भी अच्छी रही थी।
बल्लेबाज़ी में भारत ने लगातार इस दौरे पर निराश किया है। स्पिन गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ तो टीम संघर्ष करती आ ही रही है, आज मारूफ़ा अख़्तर की तेज़ गेंदबाज़ी ने भी शीर्ष और मध्यक्रम को परेशान किया। टॉप ऑर्डर के सभी बल्लेबाज़ इतने ख़राब फ़ॉर्म से गुज़र रहे हैं, कि भारत के लिए सीरीज़ में वापसी की राह कठिन है।
प्लेयर रेटिंग्स : 1 से 10 (10 सर्वाधिक)
प्रिया पुनिया, 4: दो साल और चार महीने बाद भारतीय टीम में लौट रहीं प्रिया के पास बड़ा मौक़ा था भारत को एक ट्रिकी चेज़ में अच्छी शुरुआत दिलाने की, लेकिन उन्होंने निराश किया। ऐसा लग ज़रूर रहा था कि वह अपना समय लगाकर सेटल कर रहीं हैं लेकिन तभी पेस के विरुद्ध शॉट लगाते हुए अपना विकेट गंवा गई।
स्मृति मांधना, 4.5: बतौर उपकप्तान स्मृति से अच्छी पारी की उम्मीद इस पूरे दौरे पर रहीं हैं लेकिन वह नहीं दिखी है। आज उन्होंने फ़ील्डिंग में कुछ बढ़िया कैच लपके लेकिन बल्ले से उनके विकेट से ही बांग्लादेश को एक नई ऊर्जा मिली। पहले टी20आई में 38 रन के बाद उन्होंने तीन पारियों में 25 रन बनाए हैं और भारत को वापसी करनी होगी तो उन्हें कुछ करिश्माई करना होगा।
यास्तिका भाटिया, 5: यास्तिका की कीपिंग भी ख़ास नहीं थी आज और बल्ले से उन्होंने फिर से निराश किया। हालांकि उनकी बल्लेबाज़ी की शैली को देखते हुए ऐसा लगता है नंबर तीन उनके लिए ज़्यादा मुनासिब स्थान है। उन्हें इस बात का ख़ासा मलाल होगा कि उन्हें एक अच्छा स्टार्ट मिला था।
हरमनप्रीत कौर, 5: हरमनप्रीत की कप्तानी अच्छी थी आज। बारिश के ब्रेक से शायद पिच बल्लेबाज़ी के लिए थोड़ी देर के लिए आसान हो गई थी, लेकिन फिर भी भारत ने आक्रामक फ़ील्ड लगाए रखे और रन गति पर नियंत्रण बनाए रखा। बल्ले से उन्होंने शुरुआत एक बेहतरीन लेट कट पर लगाए चौके से की, लेकिन उसी ओवर में एक आर्मबॉल को पढ़ने में भूल करके आउट हुईं।
जेमिमाह रॉड्रिग्स, 4: जेमिमाह जब क्रीज़ पर आईं थीं तो 10वें ओवर की आख़िरी गेंद पर हरमनप्रीत का विकेट गिरा था और भारत 37/3 पर फंसा था। लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था और ऐसे में उनके अनुभव के खिलाड़ी से एक ज़िम्मेदाराना पारी की उम्मीद थी। स्पिन के विरुद्ध उनकी रणनीति अच्छी थी लेकिन शायद क़ाबिलियत नहीं। इसी दबाव के चलते लूज़ शॉट से वह आउट भी हुईं।
दीप्ति शर्मा, 6.5: पहली पारी में गेंद से दीप्ति ने बहुत अनुशासित गेंदबाज़ी की। लगातार कोण और गति में परिवर्तन करते हुए उन्होंने अपनी कला के लिए मुफ़ीद पिच का पूरा फ़ायदा उठाया। बल्ले से उन्होंने अमनजोत कौर के साथ साझेदारी बुनते हुए कुछ देर के लिए जीत की उम्मीद को बनाए रखा था।
अमनजोत कौर, 7.5: डेब्यू पर अमनजोत की शुरुआत गेंदबाज़ी बेहतरीन थी। हल्की सी स्विंग प्राप्त करते हुए उन्होंने बल्लेबाज़ों पर ज़बरदस्त दबाव बनाया और निरंतर परेशान किया। बाद के स्पेल में वह अनुशासन कम दिखाई दी, लेकिन उन्होंने हर बार कुछ अच्छी गेंदें डालते हुए चार विकेट लिए। बल्ले से भी वह जुझारू पारी खेल रहीं थीं लेकिन शायद उनके आउट होने पर बांग्लादेश के लिए जीत का रास्ता साफ़ नज़र आने लगा।
स्नेह राणा, 7: स्नेह की गेंदबाज़ी आज की हाइलाइट्स में एक रही। स्पिन के लिए मददगार पिच पर कैसे स्टंप लाइन पर गेंदबाज़ी करते हुए बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाया जाता है, उस बात का मास्टरक्लास रहा आज उनका स्पेल। हालांकि बल्ले से वह फ़र्स्ट-बॉल डक का शिकार रहीं।
देविका वैद्य, 6.5: देविका ने दो विकेट ज़रूर लिए लेकिन उनकी गेंदबाज़ी काफ़ी महंगी साबित हुई। भारत के लिए आज सीमित गेंदबाज़ी के विकल्प थे और ऐसे में उनसे बेहतर अनुशासन की उम्मीद रही होगी कप्तान से। बल्ले से उन्हें काफ़ी देर बाद मौक़ा मिला। तब तक समीकरण ऐसा था कि भारत विकेट भी गंवा रहा था और आवश्यक रन रेट भी हर ओवर में बढ़ता जा रहा था। शायद इसीलिए वह किसी स्पष्ट नीति के साथ नहीं खेल सकीं।
पूजा वस्त्रकर, 6: पूजा को काफ़ी अनुकूल परिस्थितियों में नई गेंद थमाई गई थी लेकिन वह ज़्यादा अनुशासित गेंदबाज़ी नहीं कर पाई। बाद के स्पेल में भी लौटते हुए उन्होंने कुछ कमज़ोर शॉर्ट गेंदें डाली, जिन पर बनाए गए रन काफ़ी अहम साबित हुए। बल्लेबाज़ी में उनकी क़ाबिलियत को देखते हुए उन्हें 10 पर खिलाने की सोच समझ नहीं आई।
बारेड्डी अनुषा, 3: अनुषा का डेब्यू पर पहला ओवर उनके नर्वस स्वभाव को दर्शा गया। दिशा में भटकते हुए उनको काफ़ी फटके पड़े और हरमनप्रीत कौर दोबारा उनके पास नहीं आई। बल्ले से कुछ उम्मीद करना शायद ग़लत होगा जब टीम के प्रमुख बल्लेबाज़ों ने ही नैय्या डुबो दी हो।
देबायन सेन ESPNcricinfo में स्थानीय भाषा प्रमुख हैं।