यह भारतीय टेस्ट टीम के लिए एक अहम चयन है। यह 2013-14 के साउथ अफ़्रीका दौरे के बाद पहली बार है, जब सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद भारत एक बड़े दौरे पर भविष्य के सुपरस्टार तैयार करने की सोच के साथ जा रहा है। स्वाभाविक है कि कई सवाल उठेंगे। चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर ने इनमें से अधिकतर सवालों के जवाब देने की कोशिश की।
शीर्ष चार बल्लेबाज़ कौन होंगे?
हर कोई जानना चाहता है कि अब जब विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे सभी बाहर हैं, तो भारत की बल्लेबाज़ी कैसी दिखेगी। लेकिन इसका निर्णय कप्तान शुभमन गिल, कोच गौतम गंभीर और उप-कप्तान ऋषभ पंत की टीम प्रबंधन पर छोड़ दिया गया है। ऐसा लगता है कि यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग करेंगे, वहीं साई सुदर्शन तीसरे नंबर पर जबकि गिल चौथे नंबर पर कोहली की जगह लेंगे।
शमी क्यों नहीं हैं?
मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेली और IPL भी खेल रहे हैं, लेकिन उनका आख़िरी टेस्ट 2023 में WTC फाइनल था। तब से उन्होंने सिर्फ एक प्रथम श्रेणी मैच नवंबर 2024 में खेला है। वह टेस्ट क्रिकेट की मांगों को पूरा करने के लिए शारीरिक तौर पर फ़िट नहीं माने गए।
अगरकर ने बताया, "हम कोशिश कर रहे थे कि वह इस सीरीज़ के लिए फिट हों, लेकिन पिछले सप्ताह उन्हें थोड़ी दिक्कत हुई। उनका MRI भी हुआ है। हमें नहीं लगता कि वह पांच टेस्ट खेल सकते थे। मेडिकल टीम ने हमें साफ़ बताया कि वह इस सीरीज़ से बाहर हैं। हम चाहते थे कि वह कुछ टेस्ट में खेलें, लेकिन अगर वह अभी फ़िट नहीं हैं तो इंतज़ार करना मुश्किल है।"
बुमराह को कप्तान क्यों नहीं बनाया गया?
2024-25 ऑस्ट्रेलिया दौरे की एकमात्र जीत पर्थ में जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में आई थी। लेकिन सिडनी टेस्ट में वह पीठ की चोट के कारण मैच पूरा नहीं कर सके और फिर पांच महीने क्रिकेट से दूर रहे।
भारत उन्हें हर टेस्ट खेलने की मज़बूरी में नहीं डालना चाहता। मेडिकल टीम ने चयनकर्ताओं को बताया है कि बुमराह के सभी पांच टेस्ट खेलने की संभावना कम है।
अगरकर ने कहा, "वह हमारे लिए खिलाड़ी के रूप में ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं। हम उन्हें फ़िट रखना चाहते हैं। कप्तानी में अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होती है। हम उन्हें गेंदबाज़ी करते देखना चाहते हैं बजाय इसके कि उन पर कप्तानी का बोझ डालें। हमने उनसे बात की है और वह सहमत हैं।"
अर्शदीप सिंह को क्यों चुना गया?
ऑस्ट्रेलिया दौरे वाली टीम से अर्शदीप सिंह ने हर्षित राणा की जगह ली है। राणा में टेस्ट गेंदबाज़ बनने की क्षमता है, लेकिन डेब्यू टूर पर वह नियंत्रण में नहीं दिखा सके।
अर्शदीप ने हाल में ज्यादा प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन 2023 में उन्होंने केंट के लिए पांच काउंटी मैच खेले थे। वह एक बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज़ हैं, जो टीम में विविधता लाते हैं।
अगरकर ने कहा, "वह घरेलू क्रिकेट में उपलब्ध हर मैच खेलते हैं। उनकी गेंदबाज़ी में विविधता है और पिछले कुछ सालों में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। बुमराह सभी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे, इसलिए हमें पांच तेज़ गेंदबाज़ चाहिए थे।"
सरफ़राज़ खान ने अपने डेब्यू टेस्ट में दो अर्धशतक बनाए थे, बेंगलुरू में एक बड़ा शतक लगाया और छह टेस्ट में उनका औसत 37.10 है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका नहीं मिला। अब टीम प्रबंधन ने करुण नायर जैसे अनुभवी बल्लेबाज़ को प्राथमिकता दी है।
अगरकर ने कहा, "कभी-कभी हमें ऐसे फ़ैसले लेने पड़ते हैं। सरफ़राज़ ने पिछले सीज़न भारत में तीन टेस्ट खेले थे। पहले टेस्ट में शतक बनाया, लेकिन बाद में रन नहीं आए। ऑस्ट्रेलिया में वह नहीं खेले, यह टीम प्रबंधन का फ़ैसला हो सकता है। इस समय हमें लगा कि करुण नायर ने पिछले कुछ सीज़न में बहुत रन बनाए हैं। वह पहले टेस्ट खेल चुके हैं और उन्हें काउंटी क्रिकेट का अनुभव भी है। गिल और जायसवाल जैसे खिलाड़ी पहली बार इंग्लैंड जा रहे हैं, तो ऐसे में अनुभव की ज़रूरत है। करुण नायर का अनुभव हमारे लिए वहां मददग़ार साबित हो सकता है।"
शार्दुल ठाकुर की क्या भूमिका होगी?
शार्दुल ठाकुर ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय सर्ज़री के बाद लौटे थे और चयन के लिए फ़िट नहीं थे। फ़िट होने पर वह ऐसे गेंदबाज़ हैं, जो आठवें नंबर पर बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं।
अगरकर ने बताया, "शार्दुल एक बॉलिंग ऑलराउंडर हैं। टीम संयोजन के हिसाब से ऐसे खिलाड़ी की ज़रूरत होती है, जो सीम गेंदबाज़ी के साथ-साथ बल्लेबाज़ी भी कर सके। नितीश रेड्डी ने बल्लेबाज़ी में अच्छा किया, लेकिन वह इस समय बैटिंग ऑलराउंडर हैं।"
क्या साई सुदर्शन IPL प्रदर्शन पर चुने गए?
साई सुदर्शन का प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है और 29 मैचों में उनका औसत 40 से भी कम है। लेकिन उन्होंने इंग्लैंड लॉयंस और ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ शतक बनाया है। उनका काउंटी क्रिकेट में भी शतक है।
अगरकर ने कहा, "पिछले साल इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ उन्होंने 'ए' टूर में रन बनाए। हमने उन्हें IPL के आधार पर नहीं चुना। वह लाल गेंद की क्रिकेट में अच्छी तकनीक और टेम्परामेंट दिखा चुके हैं। हम उन्हें पिछले दो साल से देख रहे हैं, लेकिन टीम में जगह नहीं थी। अब मौक़ा मिला है और वह इसके हक़दार हैं।"
तो 20 जून को हेडिंग्ली में प्लेइंग XI कैसी हो सकती है?
यह कहना अभी जल्दी होगा क्योंकि टीम नेट्स में प्रदर्शन देखती है। लेकिन एक अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
1 यशस्वी जायसवाल
2 केएल राहुल
3 बी साई सुदर्शन
4 शुभमन गिल (कप्तान)
5 ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
6 करुण नायर
7 रवींद्र जाडेजा
8 शार्दुल ठाकुर/कुलदीप यादव
9 प्रसिद्ध कृष्णा
10 जसप्रीत बुमराह
11 मोहम्मद सिराज
शार्दुल ठाकुर और कुलदीप यादव का चयन पिच पर निर्भर करेगा। अगर स्पिन के लिए मदद नहीं है, तो चौथे तेज़ गेंदबाज़ को लेना बेहतर हो सकता है। अगर स्पिन की मददग़ार पिच हो, तो किसी बल्लेबाज़ की जगह स्पिनर को लेना सही नहीं होगा। वहीं अगर वॉशिंगटन सुंदर या नितीश रेड्डी को खिलाना है, तो उन्हें किसी बल्लेबाज़ की जगह पर लेना बेहतर होगा।