बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में अंतिम टेस्ट के दौरान
सिडनी की पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों को बेहतरीन सीम मूवमेंट और कई बार असमान उछाल मिल रहा था। पिच की इस परिस्थिति का तेज़ गेंदबाज़ों ने काफ़ी फ़ायद भी उठाया। इस पिच को ICC मैच रेफ़री ने "संतोषजनक" रेटिंग दी है।
इस सीज़न के टेस्ट के लिए ग्राउंड्समैन ने एक नई क़िस्म की घास का उपयोग किया, जिसे पिछले समर के शेफ़ील्ड शील्ड में आज़माया गया था। इसका परिणाम यह हुआ कि यह सिडनी टेस्ट इतिहास का फेंकी गई गेंदों की संख्या के आधार पर तीसरा सबसे छोटा टेस्ट बन गया। मैच में केवल दो अर्धशतक बने। ऑस्ट्रेलिया की पहली के दौरान अपना पहला टेस्ट खेल रहे बो वेबस्टर ने अर्धशतक बनाया, वहीं भारत की दूसरी पारी के दौरान ऋषभ पंत ने आतिशी अर्धशतक लगाया था।
उस्मान ख़्वाजा ने मैच के बाद पिच को "ख़राब" बताया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि वे ऐसी परिस्थितियों को पसंद करते हैं, जहां गेंदबाज़ों के लिए मदद होती है। वहीं भारत के कोच गौतम गंभीर ने कहा कि ऐसी पिचें टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
हालांकि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने इस पिच की कड़ी आलोचना की। उन्होंने ESPN के "अराउंड द विकेट" में कहा, "SCG दुनिया में मेरा पसंदीदा मैदान है। यह मेरा होम ग्राउंड है। मुझे यह कहते हुए काफ़ी बुरा लगा रहा है लेकिन यह सिडनी में अब तक की सबसे ख़राब पिच थी। यह क्रिकेट के लिए अच्छी पिच नहीं थी, गेंदें न केवल असमान रूप से उछाल ले रही थी, बल्कि दूसरे दिन के अंत में नीचे भी रह रही थीं।"
यह लगातार दूसरा सीजन है जब SCG को "संतोषजनक" रेटिंग मिली है। इससे पहले पाकिस्तान टेस्ट के लिए इसे पिछले साल भी यही रेटिंग दी गई थी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट ऑपरेशंस और शेड्यूलिंग प्रमुख पीटर रोच ने कहा, "हम ऐसी पिच तैयार करने की कोशिश नहीं करते जो मेज़बान टीम के पक्ष में हो या सीरीज़ की स्थिति के अनुकूल हो। हमारा उद्देश्य बल्ले और गेंद के बीच अच्छा मुक़ाबला और परिणाम देने वाली पिचें तैयार करना है।
2023 में पिच रेटिंग सिस्टम को संशोधित किया गया था, जिसमें श्रेणियों की संख्या छह से घटाकर चार कर दी गई: बहुत अच्छी, संतोषजनक, असंतोषजनक और अनुपयुक्त। यदि किसी मैदान को "असंतोषजनक" या "अनुपयुक्त" रेटिंग दी जाती है, तो उसे डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाते हैं।
SCG को पहले इस कारण आलोचना झेलनी पड़ी थी कि पिच गेंदबाज़ों को पर्याप्त मदद नहीं करती थी। 2018-19 से 2022-23 के बीच पांच सीजन में चार मैच ड्रॉ हुए।
ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने दूसरे दिन के बाद कहा, "ग्राउंड स्टाफ़ ने ऐसी पिच तैयार करने में अद्भुत काम किया है, जिसमें कुछ न कुछ चुनौती थी। परंपरागत रूप से यहां की पिच काफ़ी सपाट होती है और यहां कई मैच ड्रॉ हुए हैं। ऐसे में आप कुछ भी करें, आलोचना का सामना करना ही पड़ता है। मुझे लगता है कि ग्राउंड स्टाफ़ ने बल्ले और गेंद के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा तैयार करने कोशिश की है।"
इस सीरीज के अन्य चार मैदान - ऑप्टस स्टेडियम, एडिलेड ओवल, गाबा और एमसीजी - को "बहुत अच्छी" रेटिंग मिली।