थरंगा ने कहा, "हमें कल ही रिपोर्ट्स मिले और इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि वह भारत के ख़िलाफ़ टी20 और एकदिवसीय श्रृंखला नहीं खेल पाएंगे।"
इस महीने की शुरुआत में चमीरा लंका प्रीमियर लीग (LPL) में कैंडी फ़ैलकन्स के लिए खेले थे। हालांकि टूर्नामेंट के अंतिम पड़ाव में उन्हें दल में शामिल नहीं किया गया था। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि आख़िर उन्हें किस तरह की चोट लगी है।
चमीरा की जगह पर असिता फ़र्नांडो, दिलशान मदुशंका या कसुन रजिता में से किसी एक को
श्रीलंका के दल में शामिल किया जा सकता है।
मैथ्यूज़ का क्या होगा?
जून 2024 में हुए T20 वर्ल्ड कप से पहले
एंजलो मैथ्यूज़ को श्रीलंका के T20 दल में वापस मौक़ा दिया गया था। हालांकि LPL में 151.74 के स्ट्राइक रेट से 261 रन बनाने के बावजूद वह भारत के ख़िलाफ़ चयनित श्रीलंकाई दल में शामिल नहीं हैं। मैथ्यूज़ ने अभी T20I से संन्यास नहीं लिया है लेकिन मुख्य चयनकर्ता थरंगा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मैथ्यूज़ 2026 में होने वाले T20 वर्ल्ड कप के लिए श्रीलंका की योजना का हिस्सा नहीं हैं।
थरंगा ने कहा, "हमने उन्हें (मैथ्यूज़) को बीते T20 वर्ल्ड कप के बाद ही यह बता दिया था कि वह आगामी विश्व कप के लिए हमारी योजना का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि उन्होंने LPL में बढ़िया प्रदर्शन किया है और एक फ़िनिशर की भूमिका भी नहीं है। लेकिन हमें अब भविष्य की ओर देखना होगा।"
चांदीमल और परेरा ने कैसे की वापसी?
LPL 2024 में दिनेश चांदीमल और कुसल परेरा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए क्रमशः 287 और 296 रन बनाए। हालांकि श्रीलंका के शीर्ष क्रम में जगह बनाने के लिए काफ़ी कड़ी प्रतिस्पर्धा है क्योंकि थरंगा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि पथुम निसंका और कुसल मेंडिस सलामी जोड़ी के रूप में पहली पसंद हैं। कामिंडु मेंडिस के नंबर चार पर खेलने की संभावना है जबकि अविष्का फ़र्नांडो उनके बैकअप की भूमिका निभाते नज़र आ सकते हैं। चरिथ असलंका ख़ुद नंबर पांच पर बल्लेबाज़ी करते नज़र आएंगे, ऐसे में चांदीमल और परेरा के लिए नंबर तीन की ही एक जगह रिक्त बचती है।
भारत के ख़िलाफ़ श्रीलंका का आक्रमण कैसा होगा?
पल्लेकेले में तीनों T20 मैच खेले जाने हैं और यहां की पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए काफ़ी मददगार सिद्ध होती है। श्रीलंका में किसी भी अन्य वेन्यू की तुलना में तेज़ गेंदबाज़ों को सबसे अधिक गति और उछाल यहीं प्राप्त होती है। थरंगा ने भी कहा है कि श्रीलंका भारत के ख़िलाफ़ तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ मैदान में उतर सकती है।
तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में मथीशा पथिराना, नुवान तुषारा और बिनुरा फ़र्नांडो पहली पसंद हो सकते हैं। यह तीनों ही मैच के अलग अलग चरण में अपनी विशेषज्ञता के साथ गेंदबाज़ी कर सकते हैं। नंबर छह पर दासुन शानका एक अन्य तेज़ गेंदबाज़ी विकल्प होंगे। वहीं अनकैप्ड ऑलराउंडर चामिंदु विक्रमासिंघा बैकअप में रहेंगे।
कोच के तौर पर जयसूर्या से क्या उम्मीदें होंगी?
जयसूर्या ने 22 वर्षों तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद 2011 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हाल ही में उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट के क्रिकेट सलाहकार की भूमिका भी अदा की थी। भारत के ख़िलाफ़ घरेलू श्रृंखला उनके लिए बतौर अंतरिम मुख्य कोच पहली श्रृंखला होगी।
नई भूमिका के बारे में पूछे जाने पर जयसूर्या ने कहा, "मैंने यहां सलाहकार के रूप में काम किया है। मैंने श्रीलंका के लिए 22 वर्ष तक क्रिकेट खेला, इस दौरान मुझे बहुत महान कोच के अंडर खेलने का मौक़ा मिला।मुख्य कोच के तौर पर मेरे पास अनुभव तो नहीं है लेकिन मैं इस चुनौती का सामना करने का पूरा प्रयास करूंगा।"
श्रीलंका ने भारत के ख़िलाफ़ कैसी तैयारी की है?
मौजूदा दल के सभी सदस्य इस सीज़न LPL का हिस्सा थे। टूर्नामेंट का एक चरण पल्लेकेले में खेला गया था, लिहाज़ा वे सभी यहां की परिस्थितियों से वाकिफ़ होंगे। श्रृंखला से पहले फ़िलहाल कैंडी में श्रीलंकाई टीम का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है, जहां वे राजस्थान रॉयल्स (RR) के हाई पर्फ़ोर्मेंस डायरेक्टर ज़ुबिन भरुचा के साथ काम कर रहे हैं। भरुचा का नाम श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने सुझाया था जो ख़ुद भी RR के क्रिकेट निदेशक हैं।
जयसूर्या ने कहा, "ज़ुबिन के साथ बेहतर ट्रेनिंग हुई। हमने काफ़ी चीज़ें ऐसी की जो इससे पहले हमने नहीं की थीं। हमें उनसे काफ़ी कुछ सीखने को मिला। मुझे लगता है कि हमारी तैयारी अच्छी हुई है।"