इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) 2024 के अंत तक देश के महिला क्रिकेट के ढांचे में खर्च पर लगभग 33.5 करोड़ रुपये (3.5 मिलियन यूरो) की बढ़ोतरी करेगा। इससे इंग्लैंड के घरेलू महिला खिलाड़ियों की वार्षिक आय में लगभग 24 लाख रुपये (25 हज़ार यूरो) की वृद्धि होगी। हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेटरों के लिए पुरुषों के समान ही मैच फ़ीस देने की घोषणा की थी।
ईसीबी के अंतरिम सीईओ क्लेयर कोनॉर ने कहा, "पिछले कुछ सालों में जिस तरह से घरेलू महिला क्रिकेट का स्वरूप बदला है, उस पर हमें गर्व है। हम अब घरेलू महिला क्रिकेट के फ़ंड में और बढ़ावा कर रहे हैं। इससे घरेलू महिला क्रिकेट सर्किट के और बेहतर होने की दिशा को प्रोत्साहन मिलेगा और हम समानता की तरफ़ भी बढ़ेंगे। अब युवा लड़कियों के पास एक स्पष्ट रास्ता और विश्वास है कि वह भी इस दिशा में चलकर एक बेहतरीन पेशेवर क्रिकेटर बन सकती हैं।"
एक नवंबर से ईसीबी हर क्षेत्र की कम से कम सात प्रतिभाशाली महिला क्रिकेटरों की फ़ंडिंग करेगा, जिसे एक फ़रवरी 2023 तक 10 कर दिया जाएगा। 2023 में नए सीज़न की शुरूआत में यह संख्या 80 हो जाएगी, जो कि 2020 के 40 की तुलना में ठीक दोगुनी होगी। कोनॉर ने कहा कि वह इस संख्या को जल्द से जल्द 100 करना चाहते हैं।
इसके अलावा बोर्ड ने महिला क्रिकेट से संबंधित कोचिंग स्टाफ़ के भी वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा की है। कोनॉर कहते हैं, "हम खिलाड़ियों के साथ-साथ कोचिंग स्टाफ़ और प्रशासकों की मेहनत को भी समझते हैं। वे महिला क्रिकेट के विकास का एक अहम स्तंभ हैं। इसलिए हम उनके भी वेतन में महत्वपूर्ण बढ़ावा कर रहे हैं।"