मैच (12)
IPL (2)
Women's One-Day Cup (1)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
PSL (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
ख़बरें

मोईन अली पर लगा मैच फ़ीस का 25 प्रतिशत जुर्माना

एजबेस्‍टन टेस्‍ट में गेंदबाज़ी हाथ को सुखाने के लिए किया स्‍प्रे का प्रयोग

Moeen Ali runs in to bowl, England vs Australia, 1st Ashes Test, Edgbaston, 2nd day, June 17, 2023

दो साल बाद टेस्‍ट क्रिकेट में की है मोईन अली ने वापसी  •  Getty Images

एजबेस्‍टन टेस्‍ट से टेस्‍ट क्रिकेट में वापसी करने वाले मोईन अली ऐशेज़ सीरीज़ के पहले मैच के दूसरे दिन गेंदबाज़ी हाथ को सुखाने के लिए स्‍प्रे का प्रयोग करते दिखे, जिसके बाद उन पर मैच फ़ीस का 25 प्रतिशत जुर्माना और एक डिमेरिट अंक दिया गया है।
आईसीसी ने अपनी मीडिया रिलीज़ में कहा कि मोईन ने आचार संहिता के लेवल एक को तोड़ा है और उनके अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। 24 महीनों में यह उनका पहला डिमेरिट अंक है और जब तक अगले दो सालों में उन्‍हें तीन अंक नहीं मिलते उनको सस्‍पेंड नहीं किया जाएगा।
मोईन ने दो सालों तक टेस्‍ट क्रिकेट से दूर रहने के बाद वापसी की और दूसरे दिन 29 ओवर गेंदबाज़ी की, जहां उन्‍होंने 124 रन देकर दो विकेट लिए। उन्‍होंने सितंबर 2021 से कोई लाल गेंद से मैच नहीं खेला और ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि अधिक गेंदबाज़ी करने की वजह से उनकी स्पिन कराने वाली उंगली में एक छोटा छाला हो गया है।
ऑस्‍ट्रेलिया की पारी के 89वें ओवर में देखा गया कि अगले ओवर में गेंदबाज़ी पर आने से पहले मोईन बाउंड्री पर खड़े होकर गेंदबाज़ी हाथ पर स्‍प्रे लगवा रहे थे। आईसीसी ने कहा कि सीरीज़ से पहले अंपायरों ने बताया था कि खिलाड़ी बिना अनुमति के अपने हाथ पर कुछ नहीं लगा सकते हैं लेकिन उन्‍होंने अनुमति नहीं ली।
मोईन ने मैच रेफ़री एंडी पाइक्रॉफ़्ट द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया है। आईसीसी ने कहा, "खिलाड़ी को सजा देने के मामले में रेफ़री इस बार से संतुष्‍ट थे कि मोईन ने अपने हाथ को सुखाने के लिए स्‍प्रे का इस्‍तेमाल किया था। स्‍प्रे का इस्‍तेमाल गेंद पर लगाने के लिए नहीं किया गया था और ना ही गेंद की स्थिति को बदलने के लिए, जिसे 41.3 नियम का उल्‍लंघन माना जाता है।"
इस सजा में हाल का मिसाल दिया गया, जब इस साल की शुरुआत में ऑस्‍ट्रेलिया के ख़‍िलाफ़ घरेलू सीरीज़ के दौरान रवींद्र जाडेजा को गेंदबाज़ी उंगली पर क्रीम लगाने के कारण आईसीसी की आचार संहिता तोड़ने का दोषी पाते हुए सजा दी गई थी।