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यह स्थिति हमें सबसे ज़्यादा पसंद आती है : कोहली

संदेह करने वालों को ग़लत साबित करने के लिए उत्सुक हैं भारतीय कप्तान

हेडिंग्ले पर मिली हार के बाद भारतीय टीम का मनोबल टूटेगा नहीं। यह टीम ऐसी परिस्थितियों में रहना पसंद करती है जहां दुनिया उसपर संदेह करे। हेडिंग्ले की हार के बाद टीम व्यक्तिगत प्रदर्शन पर नहीं बल्कि एक जुट होकर खेलने पर ध्यान केंद्रित करेगी। यह बातें तीसरा टेस्‍ट गंवाने के बाद भारतीय कप्‍तान विराट कोहली ने कहीं।
कोहली ने कहा कि यह समय व्यक्तिगत खिलाड़ियों के रनों या विकेटों को देखने की बजाए टीम को अच्छी स्थिति में लेकर जाने में उनके योगदान पर ग़ौर करने का है। कोहली ने कहा कि गुरुवार को शुरू हो रहे ओवल टेस्ट मैच से पहले इतने कम समय में वापसी करना ज़्यादा मुश्किल नहीं होगा। क्योंकि कल एक नया दिन होगा और परसो भी। उन्‍होंने कहा, "अगर एक मैच में जो हुआ वही अगले मैच में होगा इसकी गारंटी होती, तो हमें (लॉर्ड्स की जीत के बाद) इस मैच में भी इंग्लैंड को हराना चाहिए था। एक टीम के तौर पर हम ऐसी स्थिति में रहना पसंद करते हैं जहां लोग हम पर संदेह करते हैं और हमारी क्षमता पर सवाल उठाने लगते हैं। हमें वह बहुत पसंद आता हैं। इस हार से हमारा मनोबल नहीं टूटेगा। ड्रेसिंग रूम में सब निराश हैं और जब आप निराश होते हो तब आप चीज़ों को ठीक करने पर ध्यान देते हो। अगले दो मैचों में हम उसी प्रकार से खेलेंगे।"
भारत के पास इस समय एक ऐसा मध्य क्रम है जहां बल्लेबाज़ 20 की औसत से रन बना रहे हैं। साथ ही उनका छठे नंबर का बल्लेबाज़ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद से एक ही अंदाज़ में आउट हो रहा है। हालांकि कोहली ने फ़ॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
कोहली ने कहा, "बल्लेबाज़ी के नजरिए से देखें तो हम पहली पारी में असफल रहे लेकिन दूसरी पारी में हमने बेहतर काम किया। गेंदबाज़ी के दृष्टिकोण से भी हम स्वीकार करते हैं कि हम अपने प्रयास में सुसंगत नहीं थे। मुझे पता है कि मैच के हारने के बाद क्या होता है। मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि हम उस जाल में नहीं फंसेंगे जहां हम एक या दो मुद्दों को उठाकर उनपर बात करना शुरू कर देते हैं। हम एक टीम की तरह मैच हारते हैं और एक टीम की तरह ही मैच में जीत हासिल करते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या ऋषभ पंत ज़रूरत से एक गियर ज़्यादा आगे चल रहे हैं, कोहली ने चेतेश्वर पुजारा का उदाहरण दिया कि कैसे उन्होंने अपने फ़ॉर्म को पाया। उन्होंने कहा, "एक कप्तान के तौर पर मैं एक हार के बाद इन चीज़ों का आंकलन नहीं कर सकता। निश्चित रूप से टीम प्रबंधन भी ऐसा नहीं करेगा। हम एक टीम के रूप में लगातार बुरा नहीं खेल रहे हैं। हां, हम इस मैच में असफल रहे और इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं।"
"पुजारा के बारे में भी कुछ इस तरह की बातें हो रही थी जो लगता है कल के बाद बंद हो गई है। हम पंत को अपना स्वाभाविक खेल खेलने की आज़ादी देना चाहते हैं। आप हर समय संख्याओं के आधार पर नहीं आंक सकते कि कौन सफल हो रहा है और कौन असफल। इस तरह से आप एक टीम नहीं बना सकते। इस सीरीज़ में अभी भी समय बचा है। दो और टेस्ट मैचों के बाद हम पीछे मुड़कर देख सकते हैं कि कौन से पक्ष हमारे लिए सही नहीं रहे। वह सब करने के लिए यह सही समय नहीं है।"
"यह मैच एक तरह से एक उदाहरण रहा है कि हम इस सीरीज़ में किस तरह से खेले हैं। पहले दो मैचों में हमने एक मैच जीता और पहला मैच भी जीतने का मौक़ा बनाया। हम एक टीम के रूप में अपना आंकलन करते हैं ना कि व्यक्तिगत प्रदर्शनों का जो मैदान से बाहर सभी लोग करते हैं। साझेदारियां निभाना और टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाना यही हमारा उद्देश्य हैं। टीम के केंद्र बिंदुओं और बाहर के लोगों के केंद्र बिंदुओं के बीच कोई समानता नहीं है।"
कोहली ने बल्लेबाज़ी समूह पर हो रही टिप्पणियों से सभी का ध्यान हटाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, "पिछले दो मैचों में बल्लेबाज़ों ने स्थिति को समझा और रन बनाए। इस मैच में भी कई बल्लेबाज़ एक बड़ी पारी की ओर अग्रसर थे। भले ही हम बड़े स्कोर नहीं बना पाए, इसका मतलब यह नहीं है कि अब हम बड़ी पारी खेलने में सक्षम नहीं रहे। आप लोगों को कुछ साबित करने के इरादे से मैदान पर नहीं उतरते हो, आप बस अच्छा प्रदर्शन कर एक लंबी पारी खेलना चाहते हो। हम पहले दो मैचों में अच्छी स्थिति में थे क्योंकि टीम में सभी ने ज़रूरत पड़ने पर अपने हाथ खड़े किए और बख़ूबी अंदाज़ से अपना काम पूरा किया।"
कोहली ने आगे कहा, "हमें अपनी ग़लतियों पर ध्यान देने की ज़रूरत हैं। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जब हम हारे हैं तब हमने अपनी उम्मीद के मुताबिक़ खेल नहीं खेला है। यह ऐसा पक्ष है जिसमें हमें सुधार करने की आवश्यकता है। आज (शनिवार) सुबह की तरह हमें खेल के रुख़ को अपनी तरफ़ मोड़ने और मुश्किल स्थितियों को पार करने पर काम करना होगा। आप रातो रात एक बुरी टीम नहीं बन जाते हैं। यदि एक जीत आपको अगले मैच में जीत की गारंटी नहीं देती है तो एक हार भी आपको किसी चीज़ की गारंटी नहीं देती है। यह सब आपकी मानसिकता पर निर्भर करता है। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हम (गुरुवार से ओवल में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच में) दृढ़ संकल्प के साथ इस मैच से कई बेहतर प्रदर्शन करेंगे।"

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।