कोलकाता नाइट राइडर्स के वर्तमान कोच चंद्रकांत पंडित का यह मानना है कि
रजत पाटीदार के साथ काम करना उनके कोचिंग करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। इस जोड़ी ने 2021 से मध्य प्रदेश को भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक प्रमुख ताक़त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी यह पार्टनरशिप 2024 के अंत में और मज़बूत हुई, तब पंडित (जो MP के क्रिकेट निदेशक भी हैं) ने पाटीदार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी के लिए T20 कप्तान नियुक्त किया। पाटीदार ने इस विश्वास पर खरा उतरते हुए
MP को फ़ाइनल तक पहुंचाया।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मुख्य कोच एंडी फ्लावर और निदेशक मो बोबाट ने उस अभियान के दौरान पाटीदार पर बारीकी से नज़र रखी और उनके निर्णय लेने और नेतृत्व क्षमताओं का आंकलन किया। रजत के नेतृत्व क्षमता से प्रभावित होकर, वे जनवरी में अहमदाबाद गए और
विराट कोहली के साथ इस बारे में चर्चा की, जो उस समय चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले भारत-इंग्लैंड तीसरे वनडे की तैयारी कर रहे थे। कोहली ने पाटीदार को पूरी तरह समर्थन दिया।
पाटीदार के बचपन के कोच पूर्व भारतीय बल्लेबाज अमय खुरसिया उनकी इस प्रगति से बेहद खु़श थे। गुजरात के ख़िलाफ़ रणजी ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल से पहले केरल की कोचिंग करते हुए, खुरसिया ने समय निकालकर पाटीदार को फोन किया। उन्होंने देखा था कि कैसे एक महत्वाकांक्षी तेज़ गेंदबाज, जिसने 20 साल की उम्र में ACL इंजरी का सामना किया था, वह राज्य का एक प्रमुख बल्लेबाज़ बन गया।
खुरसिया ने ESPNcricinfo को बताया, "उसे कभी पदों या शक्ति का लालच नहीं रहा। वह स्पष्ट रूप से खु़श था, लेकिन बहुत उत्साहित नहीं लग रहा था। उसमें वही स्थिरता थी जो मैंने सालों पहले देखी थी। वह हमेशा किसी जरूरतमंद की मदद करने की बात करता था, भले ही उसकी अपनी यात्रा कठिन रही हो।"
जब पाटीदार MP में संघर्ष कर रहे थे और किसी भी आयु-वर्ग टीम में जगह नहीं बना पा रहे थे, तब खुरसिया ने उन्हें अपने संरक्षण में लिया और उनकी बल्लेबाज़ी तकनीक पर काम किया।
खुरसिया ने कहा, "मैंने उसे कभी भाग्य को कोसते हुए नहीं सुना - कभी 'किस्मत ख़राब है' जैसी नकारात्मक बातें नहीं करता था। वह हमेशा ,से स्पष्ट था कि मेहनत करेगा। अगर नतीजा पक्ष में आएगा तो अच्छा, नहीं तो वह कुछ और करने की कोशिश करेगा। इस मानसिकता ने उसे जीवन और क्रिकेट के बीच संतुलन बनाना सिखाया। वह एक संवेदनशील नेतृत्वकर्ता बनेगा, कोई सख्त बॉस नहीं। यह उसकी असफलताओं और शुरुआती दिनों की अस्वीकृतियों से उपजा है।"
पूर्व MP तेज गेंदबाज और घरेलू कोच आनंद राजन ने पाटीदार की प्रगति को नज़दीक से देखा है। उन्होंने पिछले साल एमपीएल में मालवा पैंथर्स के कप्तान और कोच के रूप में उनके साथ काम किया। राजन ने MP, उत्तराखंड और पुडुचेरी में कोचिंग की है। उन्होंने MP को एक औसत टीम से घरेलू पावरहाउस में बदलते देखा, जो पाटीदार की यात्रा के समान है।
राजन कहते हैं, "वह बहुत ज़्यादा नहीं बोलते, लेकिन गेम काफ़ी अच्छा रीड करते हैं। वह तभी इनपुट देते हैं जब ज़रूरत होती है; वह सिर्फ़ खु़द को टीम मीटिंग में दिखाने के लिए नहीं बोलते। जब वह कुछ कहते हैं, तो लोग ध्यान से सुनते हैं क्योंकि वह बहुत शांत स्वभाव के हैं, लेकिन उनके शब्दों का असर गहरा होता है।"
रणजी ट्रॉफ़ी में आठ साल पहले साथ खेले जलज सक्सेना को पाटीदार की स्पष्टता याद है।
सक्सेना ने कहा, "यह उनका रणजी डेब्यू था, और हमने बढ़त गंवा दी थी, लेकिन रजत स्पष्ट थे कि वह शुरुआत से ही स्पिनर्स पर हावी होंगे। उन्होंने शानदार शतक बनाया, जिससे हम एक मज़बूत लक्ष्य सेट कर पाए।"
पाटीदार का करियर 2021 में RCB में शामिल होने के बाद से एक नई ऊंचाई पर गया। 2022 में उन्होंने
लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ एलिमिनेटर में शतक जमाकर खुद को साबित किया, जबकि वह एक चोटिल खिलाड़ी की जगह टीम में आए थे।
हेसन के अनुसार पाटीदार का शांत स्वभाव कोई बाधा नहीं थी।
"जब वह बोलते हैं, तो बहुत स्पष्ट होते हैं। वह पहले सोचते हैं, फिर बोलते हैं। वह केवल बातचीत में हिस्सा लेने के लिए नहीं बोलते, बल्कि उनका हर सवाल और हर विचार गहरा होता है।"
"उनका सेंस ऑफ ह्यूमर भी शानदार है, और यह हाई-प्रेशर माहौल में एक अच्छी बात है। वह एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं जो सोच-समझकर बोलते हैं।"
"रजत हमेशा एक संतुलन बनाए रखते हैं - 'मैं अपना काम करूंगा' और 'अब मैं दूसरों की मदद कर सकता हूं' इन दोनों चीज़ों के बीच वह अच्छा संतुलन बनाते हैं। नेट्स के पीछे खड़े होकर वह बल्लेबाज़ों को ध्यान से देखते थे, सीखते थे और ज़रूरत पड़ने पर सुझाव देते थे। यही नेतृत्व का सही गुण है।"
पाटीदार का संयम, समाधान खोजने की क्षमता, और टीम के भीतर विश्वास बनाने की प्रवृत्ति उन्हें एक संवेदनशील और स्पष्ट नेतृत्व वाला कप्तान बनाती है। यदि वह RCB के प्रशंसकों और उनकी IPL ट्रॉफ़ी की उम्मीदों के दबाव को झेल सकते हैं, तो वह
कोहली की भविष्यवाणी को सही साबित करेंगे कि "वह कई वर्षों तक नेतृत्व करेंगे।"