ग्रेग चैपल: कोहली मेरे युग के सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज़ हैं
'अगर शेन वॉर्न हमारे बीच होते तो उन्हें पाकिस्तान के विरुद्ध खेली गई कोहली की उस पारी पर गर्व होता'
पीटीआई
29-Oct-2022
विराट कोहली ने एशिया कप 2022 से अपने पुराने अंदाज़ में वापसी की है • AFP via Getty Images
टी20 विश्व कप में पाकिस्तान को धूल चटाने वाली पारी के बाद ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज और भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने विराट कोहली को अपने युग का "सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज़" कहा है।
इस प्रारूप में अपने स्थान पर हो रही आलोचनाओं को ख़ारिज करते हुए कोहली ने रविवार को नाबाद 82 रन बनाकर हार के मुंह से मैच को छीन निकाला।
कोहली की पारी को 'ईश्वर का गीत' बताते हुए चैपल ने द सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड अख़बार में लिखा, "बीते युग का कोई भी महान खिलाड़ी बल्लेबाज़ी की कला की बारीकियों से समझौता किए बिना प्रतिद्वंद्वी को इतनी क्रूरता से नहीं तोड़ सकता था, जैसा कोहली ने पिछले रविवार को किया। कोहली मेरे युग के सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज़ हैं। केवल महानतम खिलाड़ियों के पास ही अपनी कल्पनाओं के उड़ान को अविश्वसनीय रास्तों पर ले जाने की साहस और बुद्धिमत्ता होती है। इससे पहले शायद टाइगर पटौदी ही इस स्तर पर पहुंचने के क़रीब आए हैं।"
74 वर्षीय चैपल ने आगे कहा कि कोहली की इस पारी ने टी20 क्रिकेट को "वैध" कर दिया है। उनके अनुसार इस पारी ने उन्हें बल्लेबाज़ी की वह कला दिखाई, जो उन्होंने अपने जीवन में अब तक नहीं देखी थी। चैपल ने यह भी कहा कि अब कोई भी टी20 क्रिकेट को केवल मनोरंजन नहीं कह सकेगा।
चैपल ने कहा कि केवल विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऐडम गिलक्रिस्ट ही ऐसे स्ट्रोक लगाने के मामले में कोहली के क़रीब आ सकते थे।
उन्होंने कहा, "मैं आधुनिक खेल में कई ऐसे आक्रामक बल्लेबाज़ों को जानता हूं, जो हारे हुए मैचों में अपने दम पर जीत हासिल कर सकते थे। हालांकि किसी ने भी इसे विशुद्ध और पारंपरिक क्लासिक बल्लेबाज़ी कौशल के साथ कभी नहीं किया जैसा कि कोहली ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ किया था।"
हालिया महीनों में भारत के टी20 विश्व कप दल में कोहली के चयन पर सवाल उठाए जा रहे थे और वह अपने करियर के एक कठिन दौर से गुज़र रहे थे। कोहली ने मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक महीने का ब्रेक लिया था। एशिया कप में धमाकेदार वापसी करते हुए उन्होंने तीन वर्षों में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ा। उन्होंने इस फ़ॉर्म को अब टी20 विश्व कप में बरक़रार रखा है।
इस पर पूर्व कोच ने लिखा, "हम जानते हैं कि कोहली क्लास वाले खिलाड़ी हैं लेकिन उन्होंने पिछले कुछ वर्षों के कमज़ोर फ़ॉर्म के बाद ऐसा कारनामा किया है। उन्हें इस विश्व कप में इतनी चकाचौंध के साथ नहीं देखा जा रहा था। हर किसी ने उनके बारे में अपनी राय रखी, ज़्यादातर समय यह उनकी आंखों या तकनीक के खो जाने पर केंद्रित था। उस दौर से गुज़रने वाले व्यक्ति के तौर पर मुझे पता था कि ऐसा कुछ भी नहीं था।"
उन्होंने कहा, "यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ और सबसे अधिक सुकून देने वाली पारी हो सकती है। वह अपनी लय में थे।"
कोहली की यह यादगार पारी दिवंगत शेन वॉर्न के घरेलू मैदान मेलबर्न में 90000 दर्शकों के सामने खेली गई थी। चैपल को लगता है कि अगर वॉर्न उनके बीच होते तो उन्हें कोहली की पारी पर गर्व होता। इस साल मार्च में दिल का दौरा पड़ने से वॉर्न का निधन हुआ था।
चैपल ने कहा, "उस शाम हो रहे कमाल को देखने वाले स्टेडियम के सबसे भव्य स्टैंड पर अपना नाम देखकर शेन वॉर्न को गर्व होता। कोहली ने अपनी टीम को जीत दिलाने की ठान ली और क्रिकेट को पसंद करने वाले हर व्यक्ति को अंत तक रहकर इस यादगार पल को देखने के लिए मजबूर किया।"
मैच का आख़िरी ओवर विवादों से भरा हुआ था जब कोहली द्वारा लगाए छक्के को ऊंचाई के कारण नो-बॉल घोषित किया गया था और कुछ बहस बाई के तीन रनों पर भी हुई थी।
चैपल ने कहा, "यह 2019 के विश्व कप फ़ाइनल की तरह था जहां न्यूज़ीलैंड को विपक्षी बल्लेबाज़ के बल्ले पर लगने के बाद हुए आकस्मिक ओवरथ्रो के लिए दंडित किया गया था।"
उनका कहना है कि वह इस नियम की समीक्षा करेंगे ताकि यदि गेंदबाज़ बल्ले को मात देकर स्टंप्स को हिट करता है तो उसे डेड बॉल का श्रेय दिया जाना चाहिए।