भारतीय क्रिकेट टीम लगभग एक महीने की ब्रेक के बाद मैदान पर उतर रही है। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि यह एक लंबा ब्रेक था, लेकिन आने वाले कुछ व्यस्त महीने उनके खिलाड़ियों ख़ासकर तेज़ गेंदबाज़ों के लिए बहुत ही मुश्किल भरे हो सकते हैं।
भारत को अगले 15 सप्ताह में कुल 10 टेस्ट मैच खेलने हैं। इस सिलसिले में पहला मैच बांग्लादेश के ख़िलाफ़ चेन्नई में गुरुवार को शुरू होगा। भारतीय कप्तान ने कहा कि उनके पास जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए योजनाएं हैं।
रोहित ने कहा, "हमारे पास कुछ योजनाएं हैं, जिस पर हमने चर्चा की है। हम उनके वर्कलोड को मॉनीटर करेंगे और हमने ऐसा पहले भी अच्छे से किया है। जब हम इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ खेल रहे थे, तब हमने एक-एक मैच के लिए बुमराह और सिराज को आराम दिया था। सब कुछ गेंदबाज़ों के शरीर और फ़िज़ियो पर निर्भर करता है कि कब किसी को ब्रेक देने का सही समय है।"
रोहित ने आगे कहा, "आप चाहते हैं कि आपके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आपके सभी मैच खेलें, लेकिन यह संभव नहीं है। इन 10 टेस्ट मैचों के बीच हमें साउथ अफ़्रीका और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ T20 सीरीज़ भी खेलना है। इसलिए आपको इन चीज़ों को समझना होगा और देखना होगा कि आपकी टीम के लिए क्या बेहतर है और कब किस गेंदबाज़ को आराम देना है।"
भारत के पास बुमराह, सिराज के अलावा आकाश दीप और यश दयाल जैसे गेंदबाज़ हैं। इसके अलावा दलीप ट्रॉफ़ी में अच्छा प्रदर्शन कर कई अन्य तेज़ गेंदबाज़ों ने भी अपनी दावेदारी पेश की है।
रोहित ने कहा, "दलीप ट्रॉफ़ी में कुछ तेज़ गेंदबाज़ों ने उत्साहित करने वाला प्रदर्शन किया है, इसलिए आने वाले गेंदबाज़ों पर हम अधिक चिंतित नहीं हैं।"
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद यह पहली टेस्ट सीरीज़ है, लेकिन रोहित ने कहा कि उनकी आपसी समझ काफ़ी बेहतर है।
रोहित ने कहा, "भले ही यह कोचिंग स्टाफ़ नया है, लेकिन मैं गंभीर और अभिषेक नायर (सहायक कोच) दोनों को पहले से जानता हूं। मोर्ने मोर्केल के ख़िलाफ़ मैंने क्रिकेट खेला है, जबकि रायन टेन डेशकाटे के ख़िलाफ़ भी कुछ मैच खेले हैं। इनके कोचिंग का तरीका पिछले कोचिंग स्टाफ़ के तरीके से अलग होगा, इसलिए कुछ एडजस्टमेंट भी करने होंगे। लेकिन खिलाड़ियों और कोचों के बीच आपसी समझ बहुत बेहतर है।"
हालांकि रोहित घरेलू सीरीज़ को ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारियों का हिस्सा नहीं मानते हैं।
उन्होंने कहा, "अंत में आप अपने देश के लिए खेलते हैं, इसलिए कोई भी मैच अभ्यास नहीं हो सकता। हर एक मैच महत्वपूर्ण होता है और ये मैच तो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा हैं, जहां अंक तालिका अभी भी पूरी तरह से खुली हुई है। इसलिए हम हर मैच जीतने के लिए जाएंगे।"
फ़िलहाल रोहित ने कहा कि भारतीय टीम घरेलू टेस्ट सीरीज़ के लिए पूरी तरह से तैयार है और खिलाड़ियों ने दलीप ट्रॉफ़ी और चेन्नई में एक सप्ताह के अभ्यास शिविर के दौरान भरपूर अभ्यास किया है।