आईपीएल में इस सप्ताह बुधवार को भी डबल हेडर मुक़ाबले हैं।
पहले डबल हेडर मुक़ाबले में मेज़बान लखनऊ सुपर जांयट्स का मुक़ाबला थला महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स से होगा। दोनों टीमों के बीच अब तक दो मुक़ाबले हुए हैं, जिसमें एक में लखनऊ और एक में चेन्नई ने जीत हासिल की है। इस सीज़न इन दोनों टीमों के बीच हुए
पहले मुक़ाबले में मेज़बान चेन्नई ने बाज़ी मारी थी। अब मेज़बानी लखनऊ के हाथों में है, जहां की धीमी पिच कम स्कोर वाले मैचों के कारण सुर्खियों में है। दोनों टीमों में कुछ अच्छे स्पिनर्स हैं, जो इस मुक़ाबले को और रोमांचक बना सकते हैं। आइए देखते हैं कि इस मैच के आंकड़े क्या कहते हैं?
मोईन की स्पिन से रहना होगा लखनऊ को सावधान
यूं तो चेन्नई की टीम में रवींद्र जाडेजा, महीश थीक्षणा जैसे प्रमुख स्पिनर हैं और लखनऊ की धीमी पिच को देखते हुए एक तेज़ गेंदबाज़ की जगह मिचेल सैंटनर भी एकादश में जगह बना सकते हैं, लेकिन आंकड़े तो पार्ट-टाइम स्पिनर
मोईन अली के साथ हैं। उन्होंने फ़ॉर्म में चल रहे लखनऊ के सलामी बल्लेबाज़ी काइल मेयर्स को तीन पारियों में दो बार आउट किया है और मेयर्स उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 12.5 की औसत से रन बना पाते हैं। यूं तो केएल राहुल चोटिल हैं और उनके इस मैच में खेलने की बहुत कम संभावनाएं हैं, लेकिन अगर वह खेलते हैं तो उन्हें भी मोईन अली से बचकर रहना होगा, जो उनका दो बार शिकार कर चुके हैं। राहुल चोटिल हैं तो एक संभावना यह भी है कि क्विंटन डिकॉक एकादश में आएं। ऐसे में उन्हें तो पक्का मोईन से डरना होगा। मोईन, डिकॉक को टी20 मैचों में पांच बार आउट कर चुके हैं, जबकि डिकॉक उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 16.7 की औसत से रन बना पाते हैं।
सिर्फ़ गेंद ही नहीं बल्ले से भी क़माल करते हैं मोईन
मोईन का जलवा यहां ही नहीं कम होता है। वह लखनई के गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ बल्ले से भी अपना जौहर दिखा सकते हैं। आवेश ख़ान के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 175, मार्कस स्टॉयनिस के ख़िलाफ़ 171, क्रुणाल पंड्या के ख़िलाफ़ 256 और मार्क वुड के ख़िलाफ़ 133 है। इसमें से सिर्फ़ आवेश ही उन्हें एक बार आउट कर पाए हैं। अगर मोईन आते हैं, तो लखनऊ के कप्तान (जो इस मैच में क्रुणाल हो सकते हैं) को तुरंत रवि बिश्नोई को गेंद थमानी चाहिए जो मोईन को तीन टी20 पारियों में दो बार आउट कर चुके हैं। वहीं मोईन, बिश्नोई के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 86 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं।
लखनऊ प्रबंधन को डिकॉक को इस मैच में ज़रूर खिलाना चाहिए
साउथ अफ़्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज़ क्विंटन डिकॉक राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण आईपीएल में अपनी टीम से देर से जुड़े थे। तब शुरुआती दो मैचों में काइल मेयर्स ने अच्छा प्रदर्शन कर राहुल के साथ ओपनिंग स्पॉट पर अपना जगह क़ब्ज़ा कर लिया। इसके बाद से डिकॉक टीम से तो जुड़े लेकिन एकादश में उनकी जगह नहीं बन पाई। अब, जब राहुल चोटिल हो गए हैं तो उनके खेलने की संभावना बन रही है, हालांकि इसके लिए लखनऊ के किसी एक विदेशी खिलाड़ी को भी एकादश से बाहर रहना होगा। अगर डिकॉक खेलते हैं तो यह लखनऊ के लिए फ़ायदे का सौदा हो सकता है क्योंकि उन्हें मोईन के अलावा चेन्नई का वर्तमान में खेल रहा कोई भी गेंदबाज़ टी20 मैचों में आउट नहीं कर पाया है। वह तुषार देशपांडे के ख़िलाफ़ 154 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, जबकि रवींद्र जाडेजा उन्हें सात पारियों में एक भी बार पवेलियन नहीं भेज पाए हैं। कुछ ऐसा ही हाल महीश थीक्षणा का है, जो उन्हें चार पारियों में आउट नहीं कर सके हैं।
इस मैच में भी डेवन कॉन्वे अपना फ़ॉर्म बरक़रार रख सकेंगे
डेवन कॉन्वे ने इस आईपीएल में नौ पारियों में 59 की औसत और 144 के स्ट्राइक रेट से 414 रन बनाए हैं, जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। ये पांचों अर्धशतक पिछली छह पारियों में आए हैं। कॉन्वे अपने इस अर्धशतकीय फ़ॉर्म को इस मैच में भी बरक़रार रख सकते हैं, यह हम नहीं लखनऊ के गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उनके आंकड़े कहते हैं। कॉन्वे, मेयर्स के ख़िलाफ़ 129, वुड के ख़िलाफ़ 177 और स्टॉयनिस के ख़िलाफ़ 130 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। इनमें से सिर्फ़ वुड ही उन्हें एक बार आउट कर पाए हैं। आपको बता दें कि वुड के इस मैच में खेलने की प्रबल संभावना बन रही है।
रहाणे को रोकने के लखनऊ के पास हैं पर्याप्त हथियार
इस सीज़न सबसे अधिक आश्चर्यचकित अगर किसी खिलाड़ी ने किया है, तो वह अजिंक्य रहाणे हैं। चेन्नई के तीसरे मैच में मौक़ा मिलने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर ही नहीं देखा और छह पारियों में 45 की औसत और 190 के स्ट्राइक रेट से दो अर्धशतकों के साथ 224 रन बनाए हैं। हालांकि लखनऊ के पास उनको रोकने के लिए पर्याप्त हथियार मौज़ूद हैं। उन्हें क्रुणाल ने दो और अमित मिश्रा ने तीन बार टी20 मैचों में आउट किया है। जयदेव उनादकट ने भी रहाणे को दो बार टी20 मैचों में आउट किया है, लेकिन वह अब चोट के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं हैं।
'मिश्रा जी' हैं चेन्नई के बल्लेबाज़ों के विकल्प
चेन्नई के शीर्ष और मध्य क्रम के लगभग सभी बल्लेबाज़ फ़ॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें अनुभवी मिश्रा से सावधान रहना होगा जो कि लखनऊ की धीमी पिच पर उन्हें परेशान कर सकते हैं। मिश्रा ने रहाणे को तीन बार आउट करने के अलावा चेन्नई के इंपैक्ट प्लेयर विकल्प अंबाती रायुडू को भी तीन बार टी20 मैचों में आउट किया है, जबकि रवींद्र जाडेजा तो उनका चार बार शिकार हो चुके हैं। इस दौरान रहाणे उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 123, रायुडू सिर्फ़ 118 और जाडेजा सिर्फ़ 82 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं।