मैच (13)
IPL (2)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
QUAD T20 Series (MAL) (2)
PSL (1)
फ़ीचर्स

वेटोरी का आत्मघाती फ़ैसला और CSK का बदला : IPL के दो बड़े प्रतिद्वंद्वियों की कहानी

चेन्नई और बेंगलुरु के बीच खेले गए कुछ यादगार मुक़ाबलों की याद

MS Dhoni walks back after a first-ball duck, Chennai Super Kings vs Gujarat Titans, IPL 2023 final, Ahmedabad, May 29, 2023

जब अंतिम गेंद पर धोनी नहीं दिला पाए CSK को जीत  •  BCCI

IPL 2024 निर्णायक मोड़ पर आ पहुंचा है। इस सीज़न का पहला मैच जिन दोनों टीमों के बीच हुआ था उन्हीं दोनों टीमों के अंतिम लीग मैच से प्लेऑफ़ की चौथी टीम की तस्वीर साफ़ होगी। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इस समय अंक तालिका में चौथे जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) छठे स्थान पर है। हालांकि शनिवार को होने वाले इस मैच पर बारिश का साया भी मंडरा रहा है लेकिन हम उन दोनों टीमों के बीच अब तक खेले गए उन यादगार मैचों का रुख़ करते हैं, जब इन दोनों ही टीमों ने एक दूसरे की रफ़्तार पर लगाम लगाई थी।

2009 : पांडे और द्रविड़ ने दिलाया बेंगलुरु को फ़ाइनल का टिकट

IPL का दूसरा सीज़न साउथ अफ़्रीका में खेला गया था। पहले सीज़न के फ़ाइनल में हार खेलने के बाद CSK ने दूसरे सीज़न में भी सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह बनाई थी, लेकिन इस बार भी उनका कारवां फ़ाइनल की दहलीज़ तक पहुंचते पहुंचते समाप्त हो गया। CSK को टूर्नामेंट से बाहर करने में अहम भूमिका मनीष पांडे और राहुल द्रविड़ ने निभाई। पांडे ने उसी सीज़न और इससे ठीक एक मैच पहले शतक भी लगाया था और वह IPL में यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ भी बने थे।
प्रवीण कुमार, जैक कैलिस की किफ़ायती गेंदबाज़ी और आर विनय कुमार द्वारा लिए दो महत्वपूर्ण बदौलत RCB ने CSK को एक कम टोटल पर ज़रूर रोक दिया था। लेकिन जवाब में RCB की पारी भी शुरुआत में ही लड़खड़ा गई थी। लक्ष्य ज़्यादा बड़ा नहीं था। पांडे और द्रविड़ ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों अर्धशतक से ज़रूर चूक गए लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया था। बाक़ी बचा काम विराट कोहली और रॉस टेलर ने कर दिया। पहले सीज़न में अंक तालिका को अंतिम दो स्थान पर समाप्त करने वाली टीमें अब फ़ाइनल में थीं।
हालांकि नॉकआउट स्टेज पर RCB के हाथों CSK की यह पहली और अंतिम हार भी थी। CSK और RCB के बीच अब तक चार नॉकआउट मैच हुए हैं, जिसमें CSK को तीन में जीत मिली है और इसमें 2011 का फ़ाइनल और उसी सीज़न का पहला क्वालिफ़ायर भी शामिल है।

2012 : वेटोरी का आत्मघाती फ़ैसला और मॉर्कल ने मचाया धमाल

यह मैच चेन्नई में खेला गया था, जहां RCB 2008 के बाद से ही CSK को हरा नहीं पाई है। एक हाई स्कोरिंग मैच में RCB 38 ओवर के खेल तक आगे थी। CSK को एक चमत्कार की ज़रूरत थी और तब RCB के कप्तान डेनियल वेटोरी के एक आत्मघाती फ़ैसले ने CSK की उम्मीदों को ज़िंदा कर दिया।
206 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी CSK को अंतिम दो ओवरों में 43 रन बनाने थे और आधी टीम भी पवेलियन लौट चुकी थी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी आक्रामक पारी खेलकर डग आउट का रास्ता अख़्तियार कर चुके थे। CSK की जीत बेहद मुश्किल लग रही थी कि तभी वेटोरी ने दूसरा अंतिम ओवर विराट कोहली को थमा दिया। फिर क्या था मॉर्कल ने उस ओवर में कोहली की गेंदों की ऐसी धुनाई कि अब CSK को जीत के लिए अंतिम ओवर में सिर्फ़ 15 रन बनाने थे। मॉर्कल ने कोहली के ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 28 रन बटोर लिए थे।
हालांकि अगले ओवर में मैच का पासा एक बार फिर पलटा 2009 के सेमीफ़ाइनल में RCB की जीत के हीरो रहे विनय कुमार ने मॉर्कल को पवेलियन लौटा दिया लेकिन ड्वेन ब्रावो ने पहले नो बॉल पर चौका जड़ा और फिर बड़ा छक्का लगाकर एक बार फिर CSK की जीत को उम्मीदों को ज़िंदा कर दिया। इस मैच का नतीजा अंतिम गेंद पर निकला और रवींद्र जाडेजा के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर गेंद बाउंड्री के बाहर चली गई। चेन्नई में RCB पर CSK की बादशाहत की कहानी में एक और अध्याय जुड़ गया। CSK का यह सफल रन चेज़ उस समय IPL के इतिहास का दूसरा सबसे सफल रन चेज़ भी था।

2015 : धोनी के घर में नेहरा के सिर सजा जीत का सेहरा

IPL इतिहास में यह अंतिम बार था जब CSK और RCB की भिड़ंत नॉकआउट स्टेज पर हो रही थी। दूसरे क्वालिफ़ायर का यह मैच भी धोनी के शहर रांची में खेला जा रहा था और यह नॉकआउट स्टेज पर CSK और RCB के बीच खेला गया सबसे करीबी मुक़ाबला भी साबित हुआ। क्रिस गेल, सरफ़राज़ ख़ान और दिनेश कार्तिक की उपयोगी पारियों की बदौलत RCB 139 के स्कोर तक पहुंचने में सफल हो गई थी। लेकिन यह स्कोर और बड़ा हो सकता था अगर नेहरा ने कोहली, एबी डिविलियर्स और कार्तिक के अहम विकेट नहीं चटकाए होते।
नेहरा की गेंदबाज़ी के महत्व का अंदाज़ा CSK की बल्लेबाज़ी के दौरान लगा जब माइक हसी को छोड़कर अन्य सभी बल्लेबाज़ प्रभावित नहीं कर पाए। दो गेंद शेष रहते धोनी भी पवेलियन लौट गए थे लेकिन अंत में रविचंद्रन अश्विन ने पहली ही गेंद पर सिंगल चुरा कर मैच CSK के नाम कर दिया।

2019 : CSK के पुराने खिलाड़ी ने चटाई CSK को धूल

रनों के अंतर के लिहाज़ से इन दोनों टीमों के बीच सबसे करीबी मैच अप्रैल 2019 में खेला गया। CSK को इस मैच में CSK के ही एक पुराने खिलाड़ी पार्थिव पटेल ने हराया। पार्थिव ने पहले RCB के लिए पहली पारी में अर्धशतक लगाया और CSK की ताबूत में अंतिम कील भी पार्थिव ने ही ठोकी।
अंतिम गेंद पर जीत के लिए सिर्फ़ दो रन चाहिए थे और क्रीज़ पर धोनी थे। वह भी 47 गेंदों पर 84 रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे में CSK को जीत दिखाई दे रही थी। उमेश यादव की गेंद को धोनी ने बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ़ खेलना चाहा लेकिन वह मिस कर गए। शार्दुल ठाकुर ने डाइव लगाकर ख़ुद को बचाने की कोशिश की लेकिन पार्थिव का थ्रो सीधा जाकर स्टंप्स से लग गया। अगर शार्दुल ने दौड़ने में थोड़ी जल्दी कर दी होती तो हमें CSK और RCB के बीच पहली बार सुपर ओवर भी देखने को मिल सकता था।

नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।