भारतीय बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर ने कहा है कि पिछले एकदिवसीय विश्व कप के बाद उन्होंने अपनी पीठ में तकलीफ़ के बारे में सूचित करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें बड़े प्रारूप खेलने में समस्या आ रही है लेकिन उनकी यह बात कोई मानने के लिए तैयार ही नहीं था।
चेन्नई में सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ होने वाले फ़ाइनल से पहले अय्यर ने कहा, "मैं विश्व कप के बाद से ज़ाहिर तौर पर बड़े प्रारूप खेलने में असमर्थ महसूस कर रहा था। जब मैंने अपनी समस्या सामने रखी तब कोई इसे स्वीकारने के लिए तैयार ही नहीं था।"
"हालांकि मेरी ख़ुद के साथ भी प्रतिस्पर्धा है। IPL शुरू होने से पहले मैंने यह सुनिश्चित करना ज़रूरी समझा कि मैं अपना बेस्ट दे पाऊंगा या नहीं, हमने जो रणनीति अपनाई आज उसका फल भी हमें मिला है।"
अय्यर ने पिछले साल एशिया कप के दौरान पीठ की चोट से उबरते हुए वापसी की थी। इसके बाद उन्हें इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए चुना गया। हालांकि अंतिम तीन टेस्ट मैच के लिए उन्हें भारतीय दल का हिस्सा नहीं बनाया गया। उस समय ऐसे कयास लगाए गए थे कि दूसरे टेस्ट के एक या दो दिन बाद अय्यर को पीठ में तकलीफ़ हुई थी लेकिन वह चयन के लिए उपलब्ध हो गए थे। भारतीय टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने अपनी घरेलू टीम मुंबई के लिए भी रणजी ट्रॉफ़ी के कुछ मैच नहीं खेले। ESPNcricinfo ने उस दौरान यह रिपोर्ट किया था कि अय्यर ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को यह सूचित किया है कि BCCI के मेडिकल स्टाफ़ द्वारा ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद भी वह पीठ की तकलीफ़ से जूझ रहे हैं।
उस दौरान यह बात भी सामने आई थी कि मुंबई के लिए रणजी के मैच ना खेलने के दौरान अय्यर ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के प्री सीज़न कैंप में हिस्सा लिया है। हालांकि इसके बाद वह मुंबई के लिए सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल खेलने गए लेकिन इस बीच उनका BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भी चला गया।
इससे कुछ दिन पहले ही BCCI के सचिन जय शाह ने खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट के ऊपर IPL को तरजीह ना दिए जाने के संबंध में आगाह किया था। हालांकि अय्यर ने बोर्ड द्वारा तय की गई मैचों की संख्या के न्यूनतम मापदंड का पालन किया था लेकिन इसके बावजूद अय्यर को अपने सेंटल कॉन्ट्रैक्ट से हाथ धोना पड़ गया था।
इस घटना के कुछ सप्ताह के बाद रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में विदर्भ के ख़िलाफ़ अय्यर पीठ में तकलीफ़ के चलते लगातार दो दिन तक फ़ील्ड पर मौजूद नहीं रह पाए थे।
IPL की तैयारियों के संबंध में अय्यर ने कहा, "एक गेंदबाज़ और बल्लेबाज़ के तौर पर भी लाल गेंद क्रिकेट से सफ़ेद गेंद क्रिकेट में ख़ुद को ढालना चुनौतीपूर्ण होता है शुरुआत में यह चुनौतीपूर्ण था लेकिन मुझे लगता है जब आप एक बार माहौल में रम जाते हैं तब सामंजस्य बैठाना आसान हो जाता है।"