म्हांब्रे : पुतुर अपनी गेंदबाज़ी से अच्छे-अच्छे बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकते हैं
MI के गेंदबाज़ी कोच ने बताया कि नेट्स में पुतुर ने रोहित और सूर्यकुमार को भी छकाया था
अलगप्पन मुथु
24-Mar-2025
विकेट लेने के बाद टीम के साथियों के साथ पुतुर • AFP/Getty Images
रविवार को IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच हुए मैच में बाएं हाथ के कलाई के स्पिनरों का बोलबाला रहा। जहां CSK के नूर अहमद ने चार विकेट लिए, वहीं MI की तरफ़ से डेब्यू करते हुए विग्नेश पुतुर ने भी तीन अंतर्राष्ट्रीय बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा। इन तीन बड़े विकेटों के कारण MI एक समय वापसी करता दिख रहा था, लेकिन वे मैच को जीत नहीं सके।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए MI के गेंदबाज़ी कोच पारस म्हांब्रे ने बताया, "MI हमेशा से लोगों में उनकी क्षमता को देखता है। जब हमने पुतुर को एक-दो ट्रायल्स में देखा था, तो हमने उनकी क्षमता को ही देखा ना कि ये कि उन्होंने कितना क्रिकेट खेला है। वह अच्छा स्पिन करते हैं, जहां चाहते हैं वहां गेंद को टप्पा कराते हैं और काफ़ी सटीक भी हैं। यह एक तथ्य है कि वह कुछ अलग हैं। वह अपनी क्षमता से अच्छे-अच्छे बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकते हैं।"
इंपैक्ट खिलाड़ी के रूप में पुतुर ने CSK की जीत की ओर बढ़ती पारी पर एक स्पीड ब्रेकर लगाया। पहले उन्होंने कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को अपनी लूप लेती गेंद से आउट किया। इसके बाद उन्होंने शिवम दुबे और दीपक हुड्डा को भी अपनी फ़िरकी में फंसा दिया। उन्होंने चार ओवर में 32 रन देकर तीन विकेट लिए। कुछ ऐसा ही पुतुर नेट्स में भी करते हैं।
म्हांब्रे ने कहा, "मेरे ख़्याल से रोहित (शर्मा), सूर्या (कुमार यादव) और तिलक (वर्मा) सबने उनके ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी की है और सबको लगा है कि उन्हें खेलना आसान नहीं है। इसलिए हमें उन पर विश्वास था और हमने उन्हें मौक़ा दिया।"
24 साल के पुतुर, केरल के मल्ला से आते हैं लेकिन उन्होंने कभी भी अपने राज्य के लिए सीनियर स्तर पर क्रिकेट नहीं खेला है। पुतुर को सबसे पहले केरल क्रिकेट लीग में अलप्पी रिपल्स के लिए खेलते हुए सुर्खियां मिली। वह दो मैचों में केवल तीन विकेट ही ले पाए लेकिन मुंबई इंडियंस के स्काउट्स ने उनकी गेंदबाज़ी में कंट्रोल और विविधता को परख लिया और नीलामी में उन पर दांव लगाया।
म्हांब्रे ने कहा, "CSK के ख़िलाफ़ ही पहला मैच खेलना आसान नहीं होता, लेकिन जिस तरह से उनका प्रदर्शन रहा, उनको सलाम है। मुझे लगता है कि उन्होंने दबाव का बेहतरीन तरीके से सामना किया। वह हमें मैच में वापस लेकर आए। हम उनके प्रदर्शन से बहुत ख़ुश हैं।"
पुतुर को MI अपने साथ SA20 के लिए साउथ अफ़्रीका भी ले गई थी, जहां वह MI केपटाउन के लिए नेट बॉलर थे। वहां से भी उन्होंने बहुत कुछ सीखा।
म्हांब्रे कहते हैं, "ऐसे खिलाड़ियों से बातचीत बहुत ज़रूरी है। उनसे सूर्या, रोहित, महेला (जयवर्दने), (कायरान) पोलार्ड सबने बात की है, सबको यह मौक़ा नहीं मिलता। वह बहुत ही सुलझे हुए इंसान और एक टीममैन हैं। लेकिन जिस तरह से उन्होंने इस मैच को खेला, कभी लगा ही नहीं कि वह दबाव में हैं। यह देखकर बहुत अच्छा लगा।"
अलगप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं