IPL चेयरमैन अरुण धूमल ने उम्मीद है कि सऊदी अरब क्रिकेट ढांचे में निवेश करना चाहता है लेकिन लीग के बारे में किसी तरह का पूर्ण प्रस्ताव नहीं आया कि यह ग्रैंड स्लैम T20 सर्किट होगा या IPL में सीधे निवेश।
सऊदी अरब क्रिकेट संघ (SACF) ने पिछले तीन सालों में IPL के साथ संबंध बढाए हैं। सऊदी की कंपनियों - अरामको, विजिट साउदी और न्योम ने IPL से या फ़्रेंचाइज़ियों से डील की हैं और BCCI ने भी पिछले साल नवंबर में हुई बड़ी नीलामी के लिए जेद्दाह को चुना था, जो उनका दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
विश्व क्रिकेटर्स संघ (WCA) T20 टूर्नामेंटों के एक ग्लोबल सर्किट को बनाने पर बात कर रहा है। यह एक ऐसी परिकल्पना है जिसके पीछे SURJ है, जो सऊदी अरब के सार्वजनिक निवेश कोष (PIF) की खेल सहायक कंपनी है। दूसरी रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि PIF कई बिलियिन डॉलर का सीधा निवेश IPL में करेगा।
BCCI के पूर्व कोषाध्यक्ष भी रह चुके धूमल ने ESPNcricinfo को बताया कि उन्हें अभी तक विश्व क्रिकेट में घुसने की सऊदी अरब की किसी योजना के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा, "हो भी सकता है और नहीं भी, क्योंकि किसी तरह के प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई। यह बस मीडिया की अटकलें हैं। मीडिया की अटकलों के बारे में हम कुछ नहीं कर सकते।"
जहां SACF जेद्दाह में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने का प्लान बना रहा है, लेकिन सऊदी अरब में क्रिकेट ढांचा बहुत निम्न है। धूमल ने कहा कि वहां मेगा नीलामी आयोजित करने के पीछे का उद्देश्य सऊदी शासन को क्रिकेट में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना था और यह BCCI के खेल को विश्व स्तर पर उभारने की प्रतिबद्धता के बारे में भी है।"
धूमल ने कहा, "सऊदी क्रिकेट ICC का हिस्सा है। वे क्रिकेट में निवेश करना चाहते हैं, जिससे क्रिकेट भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश के अलावा विश्व का एक अहम हिस्सा बन पाए। उन लोगों की काफ़ी आकांक्षाएं और मांगें हैं कि वहां अधिक क्रिकेट गतिविधियां होनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "IPL में उनकी रुचि के संबंध में IPL, BCCI और सऊदी क्रिकेट के बीच किसी भी बातचीत को लेकर काफ़ी अटकलें लगाई जा रही हैं। मैं इनमें से किसी भी बात को सिरे से नकारना चाहता हूं। हमारा उद्देश्य उन्हें यह बताना था कि IPL क्या है। जब आप इस मेगा-नीलामी के संबंध में वहां हुए नंबरों को देखते हैं, तो हर कोई हैरान रह जाता है कि यह खेल कितना बड़ा है।"
"बतौर BCCI हमारा कर्तव्य है कि हम इन सभी अलग-अलग जगहों पर जाएं और उन्हें खेल का स्वाद दें, अगर क्रिकेट को पूरी दुनिया में फैलाना है, तो यह बहुत ज़रूरी है कि हम इसे अलग-अलग जगहों, अलग-अलग क्षेत्रों में ले जाएं और दिखाएं कि यह खेल क्या है। यही हमारा इरादा था।"
धूमल ने सुझाव दिया कि वे IPL द्वारा विदेशों में कुछ प्रदर्शनी मैच आयोजित करने के विचार के लिए खुले हैं, लेकिन इस विचार पर सक्रिय रूप से चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने कहा, "अगर यह समझ में आता है, तो क्रिकेट को बढ़ावा देने और उन्हें IPL का स्वाद देने के उद्देश्य से इस पर विचार किया जा सकता है। लेकिन अभी तक इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है।"
वह चैंपियंस लीग T20 की संभावित वापसी को लेकर भी खुले विचारों वाले हैं, जो 2014 से बंद है। धूमल ने कहा, "मैं किसी भी चीज़ को ना नहीं कहूंगा लेकिन सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे पास समय की उपलब्धता है या नहीं... अगर यह वैश्विक स्तर पर क्रिकेट के लिए अच्छा है, तो निश्चित रूप से हम उस पर विचार कर सकते हैं।"
दस IPL फ़्रेंचाइज़ी में से आठ फ़्रेंचाइज़ियों की विदेशी लीगों में हिस्सेदारी है, जिसमें चार मालिक इंग्लैंड और वेल्स में द हंड्रेड में टीमों में अपने निवेश को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। धूमल ने कहा कि IPL का नेतृत्व अपने फ्रेंचाइज़ी के विकास का समर्थन करता है, लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं है कि इससे BCCI की भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के विदेशी लीगों में खेलने की नीति में बदलाव आएगा।
उन्होंने कहा, "हम अपनी फ़्रेंचाइज़ी, उद्यमों और कंपनियों द्वारा विश्व स्तर पर इस खेल को विकसित करने में किए गए योगदान से बहुत खुश हैं। भारत इस नेतृत्व की स्थिति में है और क्रिकेट भारतीयों के लिए एक धर्म है, यह हमारा परम कर्तव्य है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विश्व स्तर पर खेल को विकसित करने के मामले में भारत का योगदान बना रहे। हम उससे बहुत खु़श हैं।"
अन्य छोटे प्रारूप लीगों में भारतीय खिलाड़ियों के खेलने की संभावना पर, धूमल ने कहा, "IPL एक प्रीमियम टूर्नामेंट होने के नाते, वह विशिष्टता निश्चित रूप से वहां रहेगी। इसको लेकर अभी तक कुछ भी चर्चा नहीं हुई है। आगे चलकर, यदि कोई गुंजाइश होती है, तो किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले हमें इन सभी विचारों को ध्यान में रखना होगा और फिर इस पर निर्णय लेना होगा।"