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मिताली राज : साझेदारियां बुनने से बल्लेबाज़ी में निडरता दिखेगी

भारतीय वनडे कप्तान ने स्मृति मांधना और शेफ़ाली वर्मा से निरंतरता की मांग की

Shafali Verma and Smriti Mandhana wait before the start of the Indian innings, Australia vs India, 1st Women's ODI, Mackay, September 21, 2021

आज के मैच में भारत के दोनों ओपनर काफ़ी जल्दी आउट हो गए  •  Getty Images

मकाय में ऑस्ट्रेलिया के हाथ मिली हार के बाद भारतीय वनडे कप्तान मिताली राज ने अपने ओपनर्स स्मृति मांधना और शेफ़ाली वर्मा से अधिक ज़िम्मेदाराना बल्लेबाज़ी की मांग की है। जहां स्मृति और शेफ़ाली की एक तेज़ शुरुआत के बाद दोनों के जल्दी आउट होने से भारत केवल 225 रन बनाने में क़ामयाब हुआ वहीं भारतीय गेंदबाज़ों ने ऑस्ट्रेलिया पर ख़ासा प्रभाव नहीं डाला और मिताली ने अपने स्पिन गेंदबाज़ों से बेहतर प्रदर्शन की इच्छा जताई।
मिताली ने कहा, "अगर ओपनर्स हमें अच्छी शुरुआत दिलाएं तो मिडिल ऑर्डर में उस गतिशीलता को बरक़रार रखना आसान हो जाता है। मगर जल्दी विकेट गिरने पर पहले 10 ओवर पारी संभालने में गुज़र जाते हैं।" स्मृति के 18 गेंदों पर 16 रनों की पारी पर मिताली ने कहा, "स्मृति अब कई साल से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय हैं और टीम उनसे रनों की उम्मीद रखती है। ऑस्ट्रेलिया जैसी शक्तिशाली टीम के विरुद्ध हम 250 के स्कोर को लक्ष्य बनाकर खेल रहे थे। लेकिन पावरप्ले में ही शेफ़ाली और स्मृति दोनों का आउट होना भारी पड़ा।"
दोनों ओपनर के आउट होने के बाद पदार्पण कर रहीं यास्तिका भाटिया ने 51 गेंदों पर 35 की आश्वस्त पारी ज़रूर खेली लेकिन मिडिल ऑर्डर में साझेदारियों की कमी से टीम को काफ़ी नुक़सान पहुंचा। मिताली ने कहा, "निडर होकर खेलने से ज़्यादा हमें और साझेदारियों को बुनना होगा। अगर हम ऐसा करेंगे तो बल्लेबाज़ी में निडरता अपने-आप दिखाई देगी।"
स्मृति और शेफ़ाली दोनों 18 वर्षीय प्लेयर ऑफ़ द मैच डार्सी ब्राउन का शिकार बनीं। 25 टी20 के अलावा दोनों ने साथ-साथ आज से पहले सिर्फ़ इंग्लैंड में तीन बार ओपेनिंग की थी और तब पहले विकेट का पतन 23, 56 और 46 पर हुआ था। 17 वर्षीय शेफ़ाली पर टीम प्रबंधन उनके करियर के शुरुआती दिनों के चलते ज़्यादा दबाव नहीं डालना चाहता, लेकिन स्मृति के लिए सीमित ओवर के क्रिकेट में 2020 से ही निरंतरता का अभाव साफ़ नज़र आया है। इससे पहले साउथ अफ़्रीका और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ को जोड़कर 2021 में नौ वनडे मैचों में उन्होंने 30.50 की औसत से 244 रन बनाएं हैं, जिसमें से छह बार वह 30 से कम पर आउट हुईं हैं।
मैच के बाद मिताली ने कहा कि पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सलामी जोड़ी को कम से कम 50 रन जोड़ने चाहिए। भारत की पारी में इकलौती अर्धशतकीय साझेदारी कप्तान और यास्तिका के बीच तीसरे विकेट के लिए 77 रनों की रही। यास्तिका के आउट होने के बाद भी मिताली ने चिरपरिचित अंदाज़ में एंकर रोल खेलते हुए वनडे में अपना लगातार पांचवा पचासा ठोका।
मिताली ने कहा, "बेंगलुरु में कैंप के दौरान और यहां अभ्यास मैच में भी उन्होंने हमें प्रभावित किया था। हरमनप्रीत कौर के चोटग्रस्त होते ही हमने उन्हें खिलाने का फ़ैसला लिया। उन्होंने काफ़ी सकारात्मक बल्लेबाज़ी की।"
मिताली के लिए 61 रन वनडे में 59वीं अर्धशतकीय पारी थी, लेकिन 50 के आंकड़े तक उन्होंने 100 के क़रीब गेंदे खेल लीं थीं। इस पर उन्होंने कहा, "स्ट्राइक रेट में सुधार लाना मेरे मन में हमेशा रहता है। मुझे पता है कि मैं जितने भी रन बनाऊं अगर इससे टीम को जीत नहीं मिले तो मेरे लिए अपनी गेम में सुधार लाने की ज़रूरत रहेगी। पूरे बल्लेबाज़ी विभाग में ही अधिक मेहनत की दरकार है चाहे वो रनिंग बिटवीन विकेट्स में ही हो।"
सिर्फ़ 225 रन बनाने के बाद स्नेह राणा, दीप्ति शर्मा और पूनम यादव जैसे स्पिनर्स से उम्मीदें थीं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के तीनों बल्लेबाज़ों ने उन्हें आसानी से खेलते हुए अर्धशतक बनाए।मिताली ने माना, "हम एक स्पिन केंद्रित टीम हैं और जब स्पिनर्स असर नहीं डालते तो क्षति ज़रूर होती है। यह विकेट बल्लेबाज़ों और तेज़ गेंदबाज़ों के लिए अनुकूल है लेकिन यहां सटीक दिशा और लंबाई पर गेंद डालने की ज़रूरत है।"
दूसरा वनडे शुक्रवार को इसी मैदान पर खेला जाएगा, और संभावित टीम पर मिताली ने कहा कि एक या दो बदलाव हो सकते हैं। उन्होंने डेब्यू कर रहे यास्तिका, ऋचा घोष और मेघना सिंह के खेल को सराहा और कहा कि ऋचा को नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी का मौक़ा दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "ऋचा टी20 में नीचे आकर अक्सर हमें बेशक़ीमती रन बनाती हैं। पदार्पण कर रहे खिलाड़ी को आप ऐसी भूमिका देना चाहते हैं जिससे वह परिचित हों। लेकिन जिस आत्मविश्वास से उन्होंने बल्लेबाज़ी की, उससे हम उन्हें क्रम में ऊपर भेजने की सोच ज़रूर रख सकते हैं।"

ऑन्नेशा घोष ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo में सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है