मोईन: दूसरी टीमों को हमारा टेंपलेट कॉपी करने में कुछ ग़लत नहीं
इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर ने माना कि इंग्लैंड की टीम सफ़ेद गेंद क्रिकेट में और बेहतर होती जाएगी
पीटीआई
25-Nov-2022
इंग्लैंड के टेंपलेट की कॉपी करने से मोईन को परेशानी नहीं • Getty Images
स्टार ऑलराउंडर मोईन अली को लगता है कि इसमें कुछ भी ग़लत नहीं है कि अगर दूसरी टीमें इंग्लैंड की ग्लोबल टूर्नामेंट में सफ़ेद गेंद के टेंपलेट को कॉपी करने की बात कर रही हैं। ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में जीत के बाद इंग्लैंड पहली टीम बन गई है जिन्होंने एक ही साइकल में वनडे और टी20 विश्व कप जीते हों।
ओएन मॉर्गन ने 2015 विश्व कप में ख़राब प्रदर्शन के बाद टीम की मानसिकता बदली थी और अब जॉस बटलर उसी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
इंग्लैंड की सफ़ेद गेंद टीम के अहम सदस्य मोईन को लगता है कि यह आम बात है कि दूसरी टीमें भी क्रिकेट में आक्रामक खेलने को देख रही हैं। उन्होंने 1990 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत की विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम से भी टीम की तुलना की।
अबू धाबी टी10 लीग में पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा, "इस टैंपलेट के बारे में बहुत समय पहले बात की गई थी। मुझे लगता है कि हम अब एक बेहतर टीम हैं। मॉर्गन ने टीम का माइंडसेट बदलने में कमाल का काम किया। अब हम अलग परिस्थितियों, अलग टीमों के ख़िलाफ़ अलग-अलग गेंदबाज़ों का डेथ ओवरों में इस्तेमाल कर सकते हैं, हमारी बल्लेबाज़ी में भी लचीलापन है। यह टीम और भी बेहतर होने जा रही है।"
35 वर्षीय मोईन ने कहा कि इंग्लैंड का टैंपलेट अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बेंचमार्क बन गया है। "जब भी कोई टीम जीतती है, उदाहरण के लिए ऑस्ट्रेलिया तो वे सभी ट्रॉफ़ी जीतते हैं। हर कोई उनको कॉपी करना चाहता था। अब इंग्लैंड ने 50 ओवर और टी20 विश्व कप के ख़िताब जीते हैं और टीमें हमें कॉपी करना चाहती हैं।"
इस साल इंग्लैंड को घर में भारत और साउथ अफ़्रीका के हाथों हार मिली थी और मोईन ने कहा कि यह उनके लिए जगाने वाली हार थी।
उन्होंने कहा, "हम साउथ अफ़्रीका और भारत से गर्मियों में खेले थे। उन्होंने हमें हराया क्योंकि वे हमारी ही तरह की क्रिकेट खेल रहे थे। लिहाज़ा हम जानते थे कि हमें बेहतर होना था और इसमें मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा कि अगर दूसरी टीमें हमारे ही टेंपलेट की कॉपी करेंगी।"