मैच (23)
MLC (1)
ENG v WI (1)
IRE vs ZIM (1)
Men's Hundred (2)
एशिया कप (2)
विश्व कप लीग 2 (1)
Canada T20 (4)
Women's Hundred (2)
TNPL (3)
One-Day Cup (5)
SL vs IND (1)
ख़बरें

लाल गेंद से हो या सफेद गेंद, दोनों तरह की क्रिकेट मेरे लिए एक समान है - भुवनेश्वर कुमार

"मैं सभी प्रारूपों में खेलने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"

Bhuvneshwar Kumar, Kuldeep Yadav and Shikhar Dhawan training for the T20I series, Colombo, July 2, 2021

मुझे कुलदीप में बहुत आत्मविश्वास नज़र आया है - भुवनेश्वर कुमार  •  Sri Lanka Cricket

भुवनेश्वर कुमार इतनी जल्दी किसी एक प्रारूप पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
विराट कोहली ने कई बार तीनों प्रारूपों में फ़िट भुवनेश्वर कुमार के महत्व को साफ़ ज़ाहिर किया हैं लेकिन इंग्लैंड दौरे की टीम में शामिल ना किए जाने के बाद उनके टेस्ट करियर के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया था। शुक्रवार को श्रीलंका में भारत की सीमित ओवरों की टीम के उप-कप्तान भुवनेश्वर ने उन सभी संदेहों पर विराम लगा दिया।
भुवनेश्वर ने कहा, "सच कहूं तो, मैं लाल गेंद पर सफेद गेंद को प्राथमिकता नहीं दे रहा हूं। अगर मुझे टेस्ट क्रिकेट के लिए चुना जाता है, तो मैं निश्चित रूप से अपना योगदान दूंगा। मैं किसी एक प्रारूप को प्राथमिकता नहीं देना चाहता। मैं इस तरह से मेहनत कर रहा हूं कि मैं सभी प्रारूपों के लिए तैयार रहूं। मौका मिलने पर मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहूंगा। मैं यह नहीं सोच रहा हूं कि अगले 18-20 महिनों में क्या होगा।"
भुवनेश्वर ने आख़िरी बार तीन साल पहले जोहान्सबर्ग में टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद से वह लगातार चोटों से परेशान रहे हैं। पीठ के निचले हिस्से की चोट के कारण 2018 में भुवी को इंग्लैंड दौरे से बाहर होना पड़ा था। अगले साल विश्व कप में, उनकी बाईं हैमस्ट्रिंग फट गई थी। फिर उन्होंने स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी भी करवाई। सितंबर 2020 में, जांघ की समस्या ने उन्हें आईपीएल से बाहर होने पर मजबूर कर दिया था।
भुवनेश्वर ने इस साल मार्च में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सीमित ओवरों की सीरीज़ में भारतीय टीम में सफल वापसी की। वनडे सीरीज़ में, जहां 350 रन भी पर्याप्त नहीं थे, इस तेज़ गेंदबाज़ का इकॉनमी दर 4.65 का था। टी20 में उन्होंने नई गेंद से तथा डेथ में गेंदबाज़ी करते हुए 6.38 रन प्रति ओवर से किफ़ायती गेंदबाज़ी की। साथ ही साथ उन्होंने विकेट भी चटकाए - वनडे में छः और भारत की टी20 सीरीज़ जीत में चार।
उन्होंने कहा, "मैंने अपनी गेंदबाज़ी या ट्रेनिंग के तरीक़े में ज़्यादा बदलाव नहीं किए हैं। मेरा ध्यान इस पर है कि मैं अपने कार्यभार को कैसे प्रबंधित करता हूं। अगर मैंने कोई मैच खेला है, तो मैं देखता हूं कि मैं वहां से कितनी जल्दी ठीक हो सकता हूं। क्रिकेट के संदर्भ में, मैंने केवल एक चीज़ पर काम किया है कि मैं अपनी चोटों से कैसे उबरूं।"
भुवनेश्वर श्रीलंका में भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का नेतृत्व करेंगे, जिसमें नवदीप सैनी, दीपक चाहर और चेतन साकरिया भी शामिल हैं। भुवी ने ज़ोर देकर कहा कि भले ही उन्हें एक युवा समूह के साथ काम करने में बहुत मज़ा आता है, वह केवल जरूरत पड़ने पर ही अपना सुझाव दे रहे हैं।
भुवी ने आगे कहा, "ये सब प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपनी-अपनी आईपीएल टीमों के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें ज़्यादा मार्गदर्शन की ज़रूरत है। जब भी उन्हें कुछ चाहिए होता है तब मैं उनसे बात करता हूं। हम चीज़ों को सरल रखने की कोशिश करते हैं। हमारे साथ राहुल द्रविड़ [मुख्य कोच] हैं और वह अच्छी तरह से उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। एक वरिष्ठ खिलाड़ी होने के नाते, बात करना मेरे लिए रॉकेट साइंस नहीं है। अगर हमें लगता है कि हम किसी तरह से अपना योगदान दे सकते हैं तब ही हम युवा खिलाड़ियों से बातचीत करते हैं।"
12 साल पहले युवा भुवनेश्वर राहुल द्रविड़ के साथ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु टीम का हिस्सा थे। आज वह मुख्य कोच द्रविड़ की अगुवाई में इस युवा टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। हर भारतीय खिलाड़ी की तरह भुवनेश्वर से भी टीम में राहुल द्रविड़ की भूमिका और प्रभाव के बारे में सवाल किया गया।
"टीम पर उनका प्रभाव काफी अच्छा रहा है। सात दिनों के क्वारंटीन के बाद हमें जिम में ट्रेनिंग करने का मौका मिला था जिसकी वजह से मेरी मुंबई में ही उनसे मुलाक़ात हो गई थी। उन्होंने अब तक चीज़ों को काफी सरल रखा है। टीम में युवाओं के साथ-साथ वरिष्ठ खिलाड़ी है और हम सब उनकी बात सुन रहे है। एक बार जब मैच नज़दीक आ जाएंगे और हम योजनाएं और रणनीति बनाने लगेंगे, तब हमें और भी बहुत कुछ सीखने मिलेगा," भुवनेश्वर ने कहा।
साथ ही उन्होंने गेंद के साथ खराब फ़ॉर्म से गुज़र रहे कुलदीप यादव का समर्थन किया जो फिर एक बार अपनी फ़िरकी के जादू से सबको मंत्रमुग्ध करने की कोशिश करेंगे। एक समय भारत की वनडे और टी20 टीम का अहम हिस्सा माने जाने वाले स्पिनर कुलदीप और जोड़ीदार युज़ी चहल 2019 विश्व कप के बाद से टीम में वापस आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विशेष कर कुलदीप, जो पिछले दो सालों में अपनी आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी लगातार मैच नहीं खेल पाए हैं।
भुवनेश्वर ने कुलदीप के बारे में कहा, "उन्होंने अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। जितना मैंने देखा, उनमें भरपूर आत्मविश्वास नज़र आया। मुझे यकीन है कि अगर वह इस सीरीज़ में अच्छा करते है, तो वह आईपीएल और आने वाले विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आश्वस्त होंगे। मैं हमेशा देखता हूं कि वह किस तरह गेंदबाजी करते है। बात आत्मविश्वास की है। वह नेट्स में अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे है। मुझे यकीन है कि वह विकेट ज़रूर लेंगे।"

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ने किया है।