टी20 विश्व कप में एक बार की उपविजेता
न्यूज़ीलैंड को अपने अभियान की शुरुआत 7 जून को अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ करनी है। अफ़ग़ानिस्तान ने अपने पहले मैच में युगांडा के ख़िलाफ़ बड़ी जीत दर्ज की थी, इस कारण से उनका आत्मिविश्वास एक अलग ही स्तर पर होगा। ग्रुप सी को ग्रुप ऑफ़ डेथ भी कहा जा सकता है क्योंकि इसमें सह मेज़बान वेस्टइंडीज़ भी शामिल है, जो कभी भी पासा पलट सकती है। ऐसे में इस ग्रुप में न्यूज़ीलैंड की डगर इतनी आसान नहीं होने वाली है।
ग्रुप स्तर पर न्यूज़ीलैंड का कार्यक्रम
न्यूज़ीलैंड को इस विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत 7 जून को अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ करनी है। इसके बाद 12 जून को इन्हें मेज़बान वेस्टइंडीज़ का सामना करना है। वहीं इसके बाद 14 जून को युगांडा और 17 जून को पपुआ न्यू गिनी (PNG) से इस ग्रुप में इनका आख़िरी मुक़ाबला होना है।
विश्व कप के लिए न्यूज़ीलैंड का दल
केन विलियमसन (कप्तान), फ़िन ऐलेन, डेवन कॉन्वे, माइकल ब्रेसवेल, मार्क चैपमैन, डैरिल मिचेल, जेम्स नीशम, ग्लेन फ़ीलिप्स, रचिन रवींद्र, मिचेल सैंटनर, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फ़र्ग्युसन, मैन हैनरी, ईश सोढ़ी, टिम साउदी।
वैसे तो केन विलियसमन इनके कप्तान के साथ सबसे अनुभवी बल्लेबाज़ भी हैं, लेकिन पिछले दो टी20 विश्व कप में देखा गया है कि 12 मैचों में मात्र 116 के स्ट्राइक रेट से 394 रन बनाए हैं। ऐसे में अपना पहला विश्व कप खेल रहे रचिन रवींद्र टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं। IPL में उन्होंने अधिकतर समय चेन्नई में बिताया है ,जहां पर स्पिनरों के लिए मदद रहती है। ऐसे में इस विश्व कप की धीमी पिचों पर वह टीम के लिए अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
इस टीम के दूसरे सबसे प्रमुख खिलाड़ी मिचेल सैंटनर हो सकते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं., बल्कि यह उनके आंकड़े बोल रहे हैं। सैंटनर का किसी भी देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन वेस्टइंडीज़ में ही निकलकर आया है, जहां पर उन्होंने 5.50 की इकॉनमी से रन दिए हैं तो उनका गेंदबाज़ी औसत भी 16.83 का है। वहीं पिछले दो टी20 विश्व कप में बाएं हाथ के स्पिनरों की बात की जाए तो उनकी औसत रिलीज़ ऊंचाई सबसे अधिक 2.27 की रही है जो यहां की पिचों पर कारगर साबित हो सकती है।
टी20 विश्व कप में प्रदर्शन
न्यूज़ीलैंड ने कुल मिलाकर टी20 विश्व कप में 42 मैच खेले हैं, जहां उनको 23 में जीत और 17 में हार मिली है, यानि यहां उनका जीत प्रतिशत 55 है। हालांकि इस ग्रुप में मौजूद वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टी20 विश्व कप में वह एक ही बार खेले हैं, जहां पर उनको हार का सामना करना पड़ा है। टी20 विश्व कप में अगर इनके सबसे बेहतरीन प्रदर्शन की बात करें तो यह 2021 में निकलकर आया जहां पर वह उप विजेता रहे थे। इसके बाद 2007, 2016 और 2022 में इन्होंने सेमीफ़ाइनल तक का सफ़र तय किया था।