इयन बॉथम बनाम लैंस और क्रिस केर्न्स
लांस केर्न्स ने न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउडंर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 1974 में की थी और उन्होंने अपना आख़िरी टेस्ट 1985 में खेला था। उनके बेटे
क्रिस केर्न्स ने 1989 से लेकर 2004 तक टेस्ट क्रिकेट खेला।
इयन बॉथम ने लांस के कुछ ही समय बाद 1977 में शुरुआत की और 1992 में क्रिस के शुरू करने के तीन साल बाद तक जारी रहे।
बॉथम ने पहली बार
1978 के ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में लांस को पछाड़ दिया था, तब दूसरी पारी में शून्य पर एलबीडब्ल्यू आउट होने के बाद इंग्लैंड ने पारी और 119 रन से जीत हासिल की थी।
इसके बाद 1983 का समय आया और बॉथम को दो बार लांस का विकेट मिला। यह पहली बार था जब उनको
दि ओवल में पहला विकेट मिला जहां पर लांस को ऐलेन लैंब के द्वारा आउट किया गया और उन्होंने इसके बाद
लॉर्ड्स में भी उनको आउट किया।
इसके बाद क्रिस केवल एक सीरीज़ में बॉथम के सामने आए और यह सीरीज़ न्यूज़ीलैंड में 1992 में थी, जहां पर फ़िल टफ़नेल ने उनको बहुत परेशान किया, वह बॉथम की गेंद पर एक ही बार आउट हुए, जब जैक रसल ने वेलिंग्टन में उनका विकेट के पीछे कैच लिया।
वसीम अकरम बनाम लैंस और क्रिस केर्न्स
वसीम अकरम ने अपने अधिकतर मैच लांस से अधिक क्रिस के ख़िलाफ़ खेले।
एक ही बार अकरम ने लांस को डनहिल में आउट किया, जहां पर स्कोर 5 पर 56 था और यह लांस का टेस्ट क्रिकेट में आख़िरी साल था।
दस साल के बाद क्रिस की मुलाक़ात अकरम से क्राइस्टचर्च में हुई और तब पाकिस्तान की टीम पहली पारी में 76 रन पर ढेर हो गई थी।
मिचेल स्टार्क बनाम शिवनारायण और तेजनारायण चंद्रपॉल
तेजनारायण चंद्रपॉल ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत दिसंबर 2022 में की थी, इससे पहले उनके पिता
शिवनारायण चंद्रपॉल 2016 में संन्यास लेने से पहले दो दशक तक टेस्ट क्रिकेट खेल चुके थे और अगर आप सोच रहे हैं तो दोनों चंद्रपॉल को वह वह कुल मिलाकर तीन बार आउट कर चुके हैं और
मिचेल स्टार्क इसमें सबसे अव्वल रहे।
उन्होंने 2012 में शिवनारायण को आउट किया और यह आख़िरी बार था जब कोई वेस्टइंडीज़ का खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट क्रिकेट में उतरा था। यह रोसौ था जब वेस्टइंडीज़ पहली पारी में थी और शिवनारायण 68 रन से अधिक नहीं बना सके।
तेगनारायण की बात की जाए तो स्टार्क ने दोनों टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें वे एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खेले हैं। पहली बार 2022 के अंत में पर्थ में और अगला टेस्ट एडिलेड में जो एक डे-नाइट टेस्ट था। संयोग से, उस मैच में स्टार्क ने पहली पारी में तेगनारायण को भी सीधे हिट से रन आउट किया था।
साइमन हार्मर बनाम शिवनारायण और तेजनारायण
आप इस सूची में
साइमन हार्मर को नहीं सोच सकते हैं। वह केवल दस टेस्ट खेले हैं। वहीं तेजनारायण के ख़ाते में केवल सात टेस्ट हैं। वहीं शिवनारायण ने 164 टेस्ट खेले हैं।
इसके बाद भी हार्मर ने तब चंद्रपॉल का आउट किया जब वह वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ खेले।
2915 जनवरी में हार्मर केपटाउन में चंद्रपॉल के ख़िलाफ़ खेले और एबी डीविलियर्स ने उन्हें स्टंप्स कर दिया। 2023 मार्च जोहैनेसबर्ग में उन्होंने दूसरी पारी में दूसरी स्लिप में तैनात डीन एल्गर के हाथों उनको कैच आउट कराया।
आर अश्विन बनाम शिवनायण और पिता और तेजनारायण
और आख़िर में
आर अश्विन, जिन्होंने चंद्रपॉल का विकेट टेस्ट क्रिकेट में पांच बार लिया है।
आप मौजूदा टेस्ट में तेजनारायण को की गई उस जादुई गेंद के बारे में सोच सकते हैं।
भारत में खेली गई दो सीरीज़ में अश्विन ने शिवनारायण को चार बार आउट किया है।
2011 में अश्विन ने शिवनारायण को दो बार आउट किया।
सबसे पहली बार दिल्ली में उन्होंने दूसरी पारी में 47 रन पर खेल रहे शिवनारायण को एलबीडब्ल्यू किया था। अगली बार उन्होंने कोलकाता टेस्ट में उन्हें दोबारा एलबीडब्ल्यू किया।
2013 में दोबारा अश्विन ने शिवनारायण को दो बार आउट किया।
दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच में कोलकाता में अश्विन ने चंद्रपॉल का स्टंप्स कराया। इसके बाद इस सीरीज़ के दूसरे टेस्ट में मुंबई में दूसरी पारी में उन्होंने उनको एलबीडब्ल्यू किया। इसके अलावा इसी टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर उन्होंने शिवनारायण का कैच भी लपका था।
संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।