21 गेंद में 34 रन की दरकार, सात विकेट हाथ में। लग रहा था कि चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लेगा। लेकिन छह गेंद के अंदर ही मोईन अली, सुरेश रैना और एमएस धोनी के विकेट गिर गए। हालांकि सीएसके के पास अभी भी रवींद्र जाडेजा के रूप में उनकी तरकश में एक तीर बचा था, जिन्होंने 19वें ओवर में चार गेंदों पर दो छक्के और दो चौके लगाकर कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की जीत की उम्मीदों को कुचल दिया और फिर अंतिम गेंद पर नाटकीय अंदाज़ में दो विकेट से मुक़ाबला जीत लिया।
चेन्नई को आख़िरी 10 गेंदों में 24 रन की ज़रूरत थी। जाडेजा ने एक छक्का लेग साइड पर लगाया और दूसरा छक्का साइट स्क्रीन पर। इसके बाद अगली दो गेंद पर उन्होंने ऑफ़ साइड में दो चौके लगाकर प्रसिद्ध कृष्णा समेत केकेआर को मुश्किल में डाल दिया। सुनील नारायण ने एक शानदार अंतिम ओवर के साथ मैच को अंतिम गेंद तक पहुंचाया। पहली गेंद पर उन्होंने सैम करन को आउट किया और पांचवीं गेंद पर जाडेजा को भी पवेलियन भेजा। लेकिन दीपक चाहर ने आख़िरी गेंद पर एक रन लेकर सुपर ओवर की संभावनाओं को ख़त्म कर दिया। 16 अंकों के साथ सीएसके अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गई। वह रन रेट के मामले में अब दिल्ली कैपिटल्स से आगे निकल गई है।
शार्दुल का अहम स्पेल
सीएसके का गेंदबाज़ी प्रदर्शन उलटफेर करने वाला रहा। ड्वेन ब्रावो के स्थान पर एकादश में आने के बाद गेंदबाज़ी में करन का दिन ख़राब रहा। उन्होंने चार ओवर में बिना कोई विकेट लिए 56 रन खर्च किए, लेकिन जाडेजा और शार्दुल ठाकुर के प्रयासों की बदौलत अंत में सीएसके ने केकेआर को संभाल लिया। शार्दुल ने चार ओवर में 20 रन देकर दो विकेट लिए। वह पहली बार पारी का छठा ओवर करने आए और मेडन ओवर विकेट साथ शुरुआत की, जहां उन्होंने वेंकटेश अय्यर को पवेलियन भेजा।
शार्दुल ने डेथ ओवरों में चीजों को चुस्त-दुरुस्त रखना जारी रखा और 17वें में केकेआर को और भी बड़ा झटका दिया, जब उन्होंने एक चौका और एक छक्का लगा चुके आंद्रे रसल को आउट कर दिया। वह 15 गेंद में 20 ही रन बना सके। यह विकेट उस वक़्त आया जब केकेआर को अंत के ओवरों में रन गति बढ़ाने की ज़रूरत थी। अंतिम ओवर में जॉश हेज़लवुड के हाथों विकेट गंवाने से पहले दिनेश कार्तिक ने 11 गेंदों में 26 रन बनाकर अच्छा रोल निभाया। लेकिन रसल के क्रीज़ पर रहते जो नुकसान हो सकता था, उसे शार्दुल ने निःसंदेह कम कर दिया।
फ़ाफ़ का योगदान
172 रनों के लक्ष्य का पीछा करने सीएसके उसी पिच पर उतरी, जहां एक दिन पहले राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ 154 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में क़ामयाब नहीं हो पाई थी। लेकिन फ़ाफ़ डुप्लेसी और ऋतुराज गायकवाड़ ने सीएसके को 74 रन की शानदार शुरुआत दिलाई। डुप्लेसी ने चौथे ओवर में वरुण चक्रवर्ती की गेंद पर दो बाउंड्री लगाकर स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। इससे पहले वह पिच पर समय व्यतीत करना चाहते थे।
गायकवाड़ ने पांचवें ओवर में नारायण का सामना किया और उन पर एक चौका और छक्का लगाया। दो ओवर बाद गायकवाड़ ने नौवें ओवर में रसल पर तीसरा छक्का लगाया। लेकिन उसके बाद अगली ही गेंद पर वह रसल का शिकार हो गए। वह 40 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन तब तक उन्होंने डुप्लेसी के साथ मिलकर सीएसके को एक सटीक शुरुआत दिला दी थी।
जब मैच बदलता रहा करवट
खेल के अंतिम घंटे में कुछ ज़्यादा ही बदलाव देखने को मिले। मोईन अली बेहद आक्रामक ढंग से बल्लेबाज़ी करने उतरे। लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद पर उन्होंने एक चौका और एक छक्का लगाया। 11वें ओवर में मोइन और डुप्लेसी ने दो बाउंड्री लगाई और अब उन्हें 54 गेंद पर 71 रन चाहिए थे। लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा ने डीप कवर पर डुप्लेसी को 43 रन पर आउट कर दिया। नरेन ने भी 15वें ओवर में अंबाती रायुडू को बोल्ड कर दिया। अब अंतिम चार ओवरों में 40 रन की ज़रूरत थी, लेकिन ओएन मॉर्गन ने अंतिम गेंद तक पसीना बहाया।
रसल खिंचाव के कारण मैदान से बाहर चले गए और मॉर्गन के पास गेंदबाज़ी का एक विकल्प कम हो गया। मोईन को 17वें में फ़र्ग्यूसन ने लांग ऑन पर आउट कराया, लेकिन अगले ही ओवर में सुरेश रैना रन आउट हो गए। दो गेंदों के बाद वरुण चक्रवर्ती ने एमएस धोनी को एक रन पर बोल्ड कर दिया। सीएसके ने छह गेंदों के अंदर तीन रन बनाकर चार विकेट गंवा दिए और स्कोर छह विकेट पर 142 हो गया।
19वें ओवर में गेंद प्रसिद्ध को सौंपी गई और पहली दो गेंदों पर सिर्फ़ एक-एक रन बने। लेकिन जाडेजा के स्ट्राइक पर वापस आने के साथ एक धीमी गेंद उनके पैरों पर जा गिरी और उन्होंने इसे स्क्वायर लेग के ऊपर से भेज दिया। अगली गेंद पर भी उन्होंने लांग ऑन पर छक्का जड़ दिया। ओवर की आख़िरी दो गेंदों पर वाइड यॉर्कर करने का प्रयास किया गया, लेकिन जाडेजा ने प्वाइंट की दिशा में दोनों गेंद चौके के लिए भेज दी।
अब अंतिम छह गेंद में चार रनों की ज़रूरत थी। नारायण ने हार नहीं मानी। करन को उन्होंने पहली ही गेंद पर लांग ऑफ़ पर आउट करा दिया। शार्दुल स्ट्राइक पर पहुंचे और एक डॉट बॉल के बाद उन्होंने फाइन लेग की ओर तीन रन लिया। हालांकि पांचवीं गेंद पर जाडेजा को नारायण ने एलबीडब्ल्यू कर दिया। अब स्कोर बराबरी पर था, लेकिन दीपक चाहर ने सुनिश्चित किया कि जाडेजा के प्रयास बेकार न जाएं और सीएसके को जीत दिला दी।
पीटर डेला पेना ESPNcricinfo में अमेरिका के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।