प्लेऑफ़ की दौड़ के लिए अहम अंक कमाने पर होंगी रॉयल्स की नज़रें
इस बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को अपना सर्वश्रेष्ठ संयोजन खोजने और शीर्ष चार में अपनी स्थिति मजबूत करने की उम्मीद होगी
निखिल कालरो
28-Sep-2021
राजस्थान रॉयल्स फ़िलहाल अंक तालिका में आठ अंकों के साथ छठे स्थान पर है • BCCI
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एक ऐसी लीग होने के बावज़ूद जो दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को समेटे हुए है, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की कोई भी टीम चोटों या अनुपलब्धता की चिंताओं से सुरक्षित नहीं है। राजस्थान रॉयल्स के लिए भी यही मामला रहा है, जिन्होंने जॉस बटलर, बेन स्टोक्स, एंड्रयू टाय और जोफ़्रा आर्चर की अनुपस्थिति में टूर्नामेंट के यूएई चरण में आगे बढ़ने के लिए संघर्ष किया है। उन्हें तीन मैचों में एक में जीत मिली, वह भी उन्हें कार्तिक त्यागी के एक शानदार अंतिम ओवर और पंजाब किंग्स की नर्वस बल्लेबाज़ी की मदद से मिली।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) टूर्नामेंट के इस चरण में इसी तरह अनिश्चित रही है। अबू धाबी में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के हाथों नौ विकेट से हारने के बाद आरसीबी, शारजाह में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के ख़िलाफ़ अच्छी तरह से नहीं खेल सके। बल्लेबाज़ी करते समय वह पहले स्पिन का ठीक से मुक़ाबला करने में विफल रहे और फिर सीएसके के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ वह अपने धीमे गेंदबाज़ों का उपयोग करने में असमर्थ रहे।
प्लेऑफ़ के दृष्टिकोण से आरसीबी ने दो दिन बाद उन त्रुटियों को ठीक कर लिया। ग्लेन मैक्सवेल ने मुंबई के गेंदबाज़ों को लय से बाहर करने के लिए स्विच या रिवर्स शॉट का उपयोग करते हुए 37 गेंदों में 56 रन की मैच जिताऊ पारी खेली। 165 का बचाव करते हुए युज़वेंद्र चहल, मैक्सवेल और हर्षल पटेल की धीमी गेंदबाज़ी ने संयुक्त रूप से नौ विकेट लिए, जिससे मुंबई का पतन हुआ।
आरसीबी जहां प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, वहीं रॉयल्स अंतिम चौथे स्थान के लिए तीन अन्य टीमों के साथ कड़ी टक्कर में है। उनका सीज़न बस इस बात पर निर्भर है कि क्या वे अपने विरोधियों की तुलना में तेज़ी से बदलाव ला सकते हैं।
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रॉयल्स ने अपने विदेशी संयोजन के साथ छेड़छाड़ जारी रखी है। बटलर और स्टोक्स की अनुपस्थिति के अलावा, रॉयल्स ने बल्लेबाज़ों को उनकी पसंदीदा जगह से बदलकर खिलाकर खुद के साथ न्याय नहीं किया है।
लियम लिविंग्स्टन ने इस टूर्नामेंट के दूसरे हाफ़ में तीन में से दो मैचों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की है। लंकाशर और इंग्लैंड के लिए उनकी ज़्यादातर सफलता ओपनिंग के दौरान आई है। यह देखते हुए कि उन्होंने तीन मैचों में सिर्फ 30 रन बनाए है, या तो सलामी बल्लेबाज़ के रूप में उनके साथ रहना या डेविड मिलर जैसे विशेषज्ञ मध्य क्रम के बल्लेबाज़ को लाना समझ में आता है।
आरसीबी को अपना सर्वश्रेष्ठ संयोजन खोजने के अलावा बहुत अधिक चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
कई सफल टी20 टीमों की तरह, आरसीबी ने नंबर तीन पर एक फ्लोटर तैनात किया है। श्रीकर भरत आमतौर पर शुरुआती विकेट के गिरने पर या निचले-मध्य क्रम में बहुत बाद में आएंगे। अगर सलामी बल्लेबाज़ पावरप्ले में आउट हो जाते हैं तो एबी डीविलियर्स नंबर पांच पर आते हैं, जैसा कि मुंबई के ख़िलाफ़ हुआ था। ऐसे मौक़े पर डेनियल क्रिस्टियन नंबर छह पर पहुंच गए थे। हालांकि यह दाव उनका भारत में हुए पहले चरण में काम आया, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में यह सफल नहीं हो पाया है। डीविलियर्स, मैक्सवेल और क्रिस्टियन जैसे टी20 बल्लेबाजों का उपयोग करने के मामले में, आरसीबी सक्रिय होना चाहते हैं और उनके लिए सर्वश्रेष्ठ स्थिति ढूंढ सकते हैं।
हर्षल पटेल ने 23 विकेट लिए हैं, जो इस आईपीएल सीज़न में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने धीमी गेंद को विकसित किया और उसमें महारत हासिल की जो देर से गिरती है और जो इस सीज़न में उनका सबसे प्रभावी हथियार है। उनके 23 विकेटों में से 15 धीमी गेंद से लिए गए हैं। उनके 23 में से सात विकेट स्लॉट में (स्टंप से 2 मीटर और 6 मीटर के बीच) धीमी गेंद को फेंकते हुए लिए गए हैं, जो हर पांच गेंद पर एक विकेट के बराबर है।
धीमी गेंद पर गेंदबाज़ी करते समय उनका इकॉनमी रेट 6.8 और स्टॉक बॉल का इस्तेमाल करते समय 10.2 है। इसका मुक़ाबला करने के लिए, रॉयल्स उनकी धीमी गेंद को अपनी स्टॉक बॉल मान सकता है और उनकी तेज़ गति वाली डिलीवरी के बजाय डिपिंग वेरिएशन के लिए खेल सकते हैं। यह बदले में, हर्षल की सबसे कुशल डिलीवरी के ख़िलाफ़ हथियार होगा और उनकी ताकत को कम कर देगा, जैसा कि रवींद्र जडेजा ने इस सीज़न की शुरुआत में मुंबई में किया था।