श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले ODI में मुशफ़िकुर रहीम ने बेहद अहम पारी खेली थी • AFP/Getty Images
बड़ी तस्वीर
क्या वरिष्ठ खिलाड़ियों की है ज़रूरत ? बांग्लादेश को इस सवाल से आपत्ति हो सकती है क्योंकि मुशफ़िकुर रहीम और महमूदुल्लाह ने 418 मैचों के अपने साझा अनुभव को झोंकते हुए रविवार को जीत सुनिश्चित की थी, तो वहीं इससे पहले तमीम इक़बाल ने भी अर्धशतक लगाया था।
दूसरी ओर श्रीलंका ने अपने कई अनुभवी खिलाड़ियों को बाहर रखा है जिसमें एंजेलो मैथ्यूज़ भी शामिल हैं और थिसारा परेरा को भी संन्यास लेना पड़ गया। ज़ाहिर तौर पर श्रीलंका थिंक टैंक की नज़र युवाओं के साथ एक भविष्य की टीम बनाने पर है।
लेकिन इसके साथ ही साथ उन्हें ODI में जीत भी ज़रूरी है, इस समय श्रीलंका 12 देशों वाले ODI सुपर लीग में 12वें स्थान पर मौजूद है। अब तक उन्हें सभी चार मैच में हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि ऐसा नहीं है कि वरिष्ठ और अनुभवी खिलाड़ी के नहीं रहने की वजह से इस टीम का ऐसा हाल है, श्रीलंकाई टीम का हाल तब और भी बुरा था जब कई अनुभवी खिलाड़ी शामिल थे। ऐसे में अब जब श्रीलंका ने युवा खिलाड़ियों के साथ जाने का फ़ैसला किया है तो फिर जल्दी ही उन्हें जीत की पटरी पर भी लौटना होगा वरना दबाव खिलाड़ियों के साथ-साथ थिंक टैंक पर भी आ जाएगा।
दूसरी ओर मंगलवार को ढाका में मेज़बान बांग्लादेश के हौसले पिछले मैच में मिली जीत के बाद बुलंद हैं। पहले वनडे में बांग्लादेश को जीत उनके वही पुराने फ़ॉर्मूला से मिली थी, जिसमें बड़े नामों बल्ले के साथ कमाल करते हुए स्कोर बोर्ड पर रन बनाए और फिर प्रमुख स्पिनर ने भी श्रीलंका के चेज़ को किया डिरेल।
ताज़ा फ़ॉर्म
श्रीलंका LLLLW (अंतिम मैच का परिणाम पहले है) बांग्लादेश WLLLW
सुर्खियों में हैं कौन
रविवार को जिन तीन अर्धशतकों की बदौलत बांग्लादेश ने स्कोरबोर्ड पर रन बनाए, उनमें से मुशफ़िकुर रहीम की 84 रनों की पारी सबसे सुंदर थी। उन्होंने क़रीब-क़रीब 100 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए, 87 गेंदों की पारी में उन्होंने चार चौके और एक छक्का लगाया। विकेट के सामने तो मुशफ़िकुर ने बेहतरीन लय दिखाई लेकिन विकेट के पीछे उनपर अभी भी कुछ सवाल भी खड़े हुए। ख़ास तौर से तब जब टीम में लिटन दास भी मौजूद थे।
इस साल की शुरुआत में कुसल मेंडिस को सभी फ़ॉर्मेट से बाहर कर दिया गया था। हालांकि ODI में उनका फ़ॉर्म उतना भी निराशाजनक नहीं था, इस सीरीज़ से पहले उन्होंने आख़िरी छ: पारियों में 55.33 की औसत से रन बनाए थे। (ये सभी पारियां महामारी के पहले की थीं) ऐसे में अगर उन्हें अपनी वापसी और साथ ही साथ उप-कप्तानी को सार्थक साबित करना है तो जल्द ही अपने पुराने रंग में लौटना होगा।
टीम की ख़बर
बांग्लादेश शायद ही अपने विनिंग कॉम्बिनेशन में कोई छेड़छाड़ करे।
बंगाल की खाड़ी में आने वाले तूफ़ान की वजह से ढाका में 24 घंटे तक बारिश की संभावना है, जिसकी वजह से न सिर्फ़ मैदान बल्कि मैच भी प्रभावित हो सकता है। पिच एक बार फिर धीमी रह सकती है।
आंकड़ो के झरोखे से
रविवार को अंतिम-XI में से बांग्लादेश के चार खिलाड़ियों ने 195 से ज़्यादा ODI खेले थे - महमूदुल्लाह (195), शाकिब (210), तमीम (214) और रहीम (225)। जबकि श्रीलंका के सबसे अनुभवी खिलाड़ी कुसल मेंडिस थे, उनके नाम 120 मैच हैं।
बांग्लादेश ने कभी भी श्रीलंका के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ नहीं जीता है।
श्रीलंका का मीरपुर में वैसे तो रिकॉर्ड अच्छा रहा है (18 जीत, 8 हार) लेकिन इस मैदान पर उन्हें पिछले छ: मैच में से तीन में हार मिली है।