पूर्व भारतीय कप्तान
सुनील गावस्कर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे, मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिन सुबह
ऋषभ पंत के ख़राब शॉट चयन की कड़ी आलोचना की है।
चौथे टेस्ट के तीसरे दिन सुबह पंत स्कॉट बोलैंड की गेंद को स्कूप करने के प्रयास में असामान्य ढंग से आउट हो गए थे।
पंत 37 गेंदों में 28 रन बनाकर अच्छी लय में दिख रहे थे। उन्होंने और रवींद्र जाडेजा ने भारत के पिछले दिन के स्कोर को 164/5 से आगे बढ़ाया और लगभग पहले घंटे का खेल सुरक्षित निकाल लिया था।
इसी दौरान पंत ने ऑफ़ स्टंप के बाहर से लेग साइड पर एक स्कूप खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्ले का ऊपरी किनारा लगकर डीप थर्ड पर खड़े फ़ील्डर के हाथों में चली गई। इससे पहले वाली गेंद पर भी पंत ने इसी शॉट को खेलने की कोशिश की थी, लेकिन उस पर इनसाइड एज लगा था और पंत गिर भी गए थे। अगली गेंद पर उन्होंने फिर से वही शॉट लगाया और फिर से गिरे। साथ ही उनका शॉट फिर से अच्छी तरह से कनेक्ट नहीं हो पाया, जिसके कारण वह नेथन लायन को कैच दे बैठे। पंत के आउट होने से पहले भारत का स्कोर 191/5 था और वह अभी भी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से 283 रन पीछे था।
स्टार स्पोर्ट्स पर लंच ब्रेक के दौरान गावस्कर ने कहा, "शुरुआत में जब आसपास कोई फ़ील्डर नहीं था, तब उन्होंने ऐसे शॉट्स खेले थे, जो समझ में आता है क्योंकि तब आप एक मौक़ा ले रहे होते हैं। लेकिन जिस शॉट का प्रयास किया गया था, वह लेग साइड पर जाना चाहिए था, जबकि वह ऑफ़ साइड पर चला गया। यह शायद थोड़ी बदक़िस्मती हो सकती है, लेकिन उस स्थिति में इस तरह के शॉट का चयन बेहद ख़राब था, जब डीप स्क्वायर लेग और डीप प्वाइंट पर दो फ़ील्डर मौजूद थे, तब इस शॉट का चयन सही नहीं था।"
पंत अक्सर असामान्य और आक्रामक शॉट खेलकर अपने रन बनाते हैं, और यही कारण है कि उनके इस शॉट के औचित्य पर बहस छिड़ गई। गावस्कर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जब दो फ़ील्डर उनके हवाई शॉट्स के लिए तैयार थे, तो पंत को वह शॉट नहीं खेलना चाहिए था।
गावस्कर ने कहा, "ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें लगता है कि वह केवल इसी तरीके़ से रन बना सकते हैं। अगर वह पारंपरिक तरीके से रन बनाने के बारे में नहीं सोच रहे हैं और केवल गेंद को लॉन्ग-ऑन के ऊपर मारने या इस तरह के शॉट्स खेलने की कोशिश कर रहे हैं, तो टेस्ट स्तर पर यह हमेशा कामयाब नहीं हो सकता। फिर आपको यह स्वीकार करना होगा कि वह सिर्फ़ कभी-कभी ही रन बना सकते हैं। अगर ऐसा है, तो वह नंबर 5 पर बल्लेबाज़ी नहीं कर सकते, उन्हें निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करनी चाहिए।"
जब पंत आउट हुए, तो गावस्कर एबीसी रेडियो पर लाइव कमेंट्री के दौरान बेहद नाराज़ हो गए और कहा कि पंत ने "अपना विकेट फेंककर" भारत को "बहुत निराश" किया।
जैसे ही पंत आउट हुए, गावस्कर ने कहा "बेवकूफ़ी, बेवकूफ़ी, बेवकूफ़ी!" …इसके बाद उन्होंने कहा, "आपके पास वहां दो फ़ील्डर हैं, और फिर भी आप वही शॉट खेलते हैं। आप पिछले शॉट में चूक गए थे। और देखिए, आप कहां आउट हुए। डीप थर्ड मैन पर कैच दे बैठे। यह अपना विकेट फेंकना है। ऐसी स्थिति में जब भारत इस मुश्किल में था, आपको परिस्थिति को समझना चाहिए। आप यह नहीं कह सकते कि यह आपका स्वाभाविक खेल है। माफ़ कीजिए, यह आपका स्वाभाविक खेल नहीं है। यह एक मूर्खतापूर्ण शॉट है।