चटगांव में पहले दिन गेंदबाज़ी करने में असमर्थ होने के बाद
शाकिब अल हसन ढाका टेस्ट में एक विशुद्ध बल्लेबाज़ के तौर पर खेल सकते हैं। मुख्य कोच रसल डोमिंगो ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो उन्हें अपनी टीम को संतुलित करने में कठिनाई होगी, लेकिन अगर शाकिब एक बल्लेबाज़ और कप्तान के तौर पर खेलते हैं तो उन्हें ख़ुशी होगी।
डोमिंगो ने भारत के ख़िलाफ़
पहला टेस्ट हारने के बाद कहा, "वह (केवल) बल्लेबाज़ के रूप में खेल सकते हैं। जाहिर है कि उन्होंने पहले टेस्ट में पर्याप्त गेंदबाज़ी नहीं की। वह अभी भी अपने कंधे और पसलियों की चोट से जूझ रहे हैं। यह हमारे लिए एक ब़ड़ा झटका था, इस कारण से हम सिर्फ़ चार गेंदबाज़ों के साथ खेल रहे थे। इसके बाद जब इबादत हुसैन भी चोटिल हो गए तो हमारे पास सिर्फ़ तीन गेंदबाज़ थे। ऐसे में टीम को संतुलित करना बहुत मुश्किल है।"
मैं लिटन के आउट होने के तरीके़ से निराश था। वह बहुत ही अच्छा खिलाड़ी हैं, इसलिए मुझे यक़ीन है कि वह भी इससे निराश होंगे। मैं चाय से छह मिनट पहले विराट, रूट, स्मिथ या मार्नस को इस तरह से अपना विकेट देते हुए नहीं देखा है। लिटन हमारे लिए उसी स्तर के बल्लेबाज़ हैं।
रसल डोमिंगो
डोमिंगो ने कहा कि उनका शीर्ष क्रम "भरोसेमंद नहीं है", लेकिन ज़ाकिर हसन को शामिल इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने घरेलू और ए क्रिकेट में हाल ही में काफ़ी रन बनाए थे।
डोमिंगो ने कहा, "हम प्रतिस्पर्धा करना चाहते थे। भारत एक अच्छी टीम है, लेकिन एक बार फिर बल्ले से ख़राब सत्र ने मैच में हमारे मौके़ को ख़त्म कर दिया। हमें पहली पारी में 150 रन पर आउट नहीं होना चाहिए था। सबसे निराशाजनक बात बल्लेबाजों के द्वारा ख़राब निर्णय लेना है।"
चौथे दिन शाम में लिटन दास जिस तरह से आउट हुए, उससे डोमिंगो विशेष रूप से निराश थे। लिटन बढ़िया खेल रहे थे लेकिन चाय के ब्रेक से छह मिनट पहले, कुलदीप के ख़िलाफ़ आधे-अधूरे मन से शॉट खेल कर वह मिड ऑन पर कैच आउट हो गए।
उन्होंने कहा, "मैं लिटन के आउट होने के तरीके़ से निराश था। वह बहुत ही अच्छा खिलाड़ी हैं, इसलिए मुझे यक़ीन है कि वह भी इससे निराश होंगे। मैं चाय से छह मिनट पहले विराट, रूट, स्मिथ या मार्नस को इस तरह से अपना विकेट देते हुए नहीं देखा है। लिटन हमारे लिए उसी स्तर के बल्लेबाज़ हैं।"