उन्होंने कहा, "तार्किक होकर देखा जाए तो अगर वह शारीरिक या मानसिक रूप से परेशान होते तो उन्होंने अपना नाम आईपीएल नीलामी में नहीं दिया होता। लेकिन वह इसके लिए गए। क्या इसका यह मतलब है कि अगर उन्हें आईपीएल का कॉन्ट्रैक्ट मिलता तो वह आईपीएल में खेलते या उसको भी मना कर देते? अगर वह बांग्लादेश के लिए खेलने से मना कर देते तो कोई बात नहीं लेकिन वह यह नहीं कह सकते कि वह यह मैच खेल सकते हैं, यह नहीं। उन्हें प्रोफ़ेशनल होना होगा नहीं तो हमें भी कठिन निर्णय लेने होंगे।"
शाकिब ने इससे पहले ही बीसीबी को बता दिया था कि वह 2022 में अधिकतर सिर्फ़ सीमित ओवर की क्रिकेट खेलेंगे। उन्होंने ख़ुद को साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट मैचों से अनुपलब्ध किया था। हालांकि जब उन्हें आईपीएल नीलामी में नहीं चुना गया तो बीसीबी को लगा कि वह अब टेस्ट सीरीज़ के लिए उपलब्ध होंगे।
चयन में शाकिब को वनडे और टेस्ट दोनों टीमों के लिए चुना गया। हालांकि रविवार को शाकिब ने बीसीबी को संकेत दिए कि वह वनडे सीरीज़ में नहीं खेलेंगे ताकि वह टेस्ट सीरीज़ के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फ़िट रह सकें।
शाकिब इससे पहले न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में भी नहीं खेले थे। यह तीसरी बार था जब उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से टेस्ट सीरीज़ से अपने हाथ पीछे किए थे।
2017 से शाकिब ने बांग्लादेश के 33 टेस्ट में सिर्फ़ 15 टेस्ट खेले हैं। हालांकि इस दौरान वह चोटिल भी हुए थे और उन पर एक साल का अनुशासनात्मक प्रतिबंध भी लगा था।
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेश संवाददाता हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है