रोहित शर्मा : हमारे पास हर हालात से निपटने के लिए गेंदबाज़ी विकल्प मौजूद
भारतीय कप्तान का मानना है कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान उनकी टीम में मौजूद विविधता, परिस्थितियों से निपटने में उनकी मदद करेगा
एंड्रयू फिदेल फर्नांडो
19-Feb-2025
क्या होगा अगर चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत के मैचों के दौरान दुबई में बादल छाए हुए रहेंगे? और क्या फर्क पड़ेगा अगर ओस पड़ रही हो, पिच में थोड़ा उछाल हो, या हवा में हल्की मूवमेंट हो? इस मैदान पर जो भी परिस्थितियां हों, भारत के पास उनसे निपटने के लिए पर्याप्त गेंदबाज़ी विकल्प मौजूद हैं।
यह कहना था कप्तान रोहित शर्मा का, जो बांग्लादेश के ख़िलाफ़ चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत के पहले मुक़ाबले से पहले प्रेस वार्ता के दौरान अपनी बात रख रहे थे। यह एक ऐसा मैदान है जिससे भारत भली-भांति परिचित है, क्योंकि उन्होंने अक्टूबर 2021 से अब तक यहां नौ T20I मुक़ाबले खेले हैं। हालांकि भारत ने 2018 के बाद से दुबई में कोई वनडे नहीं खेला है, लेकिन रोहित के मुताबिक़ उनकी संभावित प्लेइंग XI में मौजूद विविधता उन्हें मैदान पर तेज़ी से परिस्थितियों के अनुसार ढलने में मदद करेगी।
रोहित ने कहा, "अगर बादल छाए रहेंगे, तो हमारे पास ऐसी गेंदबाज़ी है, जो इसका सामना कर सके। अगर परिस्थितियां गेंदबाज़ों के अनुकूल होंगी, तो हमारे पास ऐसे गेंदबाज़ हैं, जो उसका पूरा फ़ायदा उठा सकते हैं। और अगर हमें उन परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी करनी पड़ी, तो हमारे बल्लेबाज़ों को बख़ूबी पता है कि उन्हें क्या करना है।"
रोहित के अनुसार, इस भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताक़त उनके 'मल्टी-स्किल्ड' (बहु-प्रतिभाशाली) क्रिकेटर्स हैं। अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा सभी एक साथ प्लेइंग XI का हिस्सा हो सकते हैं। मुख्य तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह चोट के कारण बाहर हो चुके हैं, ऐसे में पूरे टूर्नामेंट के दौरान रोहित इन गेंदबाज़ों पर निर्भर रह सकते हैं।
रोहित ने कहा, "ये तीन खिलाड़ी - जाडेजा, अक्षर और वॉशी - हमारी टीम को एक अलग स्तर पर ले जाते हैं, हमारे कॉम्बिनेशन और स्क्वॉड में गहराई जोड़ते हैं। यही वजह है कि हमने एक ही कौशल वाले खिलाड़ियों की जगह ऐसे खिलाड़ियों को चुना जो दोहरी क्षमताओं के साथ आते हैं।"
हालांकि भारत की गेंदबाज़ी में एक और ख़ास विकल्प कलाई के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती हैं। उन्होंने अब तक केवल एक वनडे खेला है, लेकिन उनका लिस्ट ए रिकॉर्ड शानदार है। उन्होंने 24 मैचों में 14.80 की अविश्वसनीय औसत से 60 विकेट चटकाए हैं। रोहित ने कहा कि वरुण एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी चतुराई से बल्लेबाज़ों को चकमा दे सकते हैं।
रोहित ने वरुण के बारे में कहा, "नेट्स में वह हमें ज़्यादा वेरिएशन नहीं डालते। वह बस एक ही तरह की गेंद डालते हैं। शायद, वह हमें भी अपनी विविधता दिखाना नहीं चाहते। लेकिन यह अच्छी बात है। उनके पास कुछ ख़ास हथियार हैं, जिन्हें वह सही समय पर इस्तेमाल करना चाहते हैं। मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है।"
"लेकिन उनके पास कुछ अलग है, और यही वजह है कि वह हमारी टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने पिछले आठ-नौ महीनों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यही कारण था कि हम उन्हें यहां लाना चाहते थे, ताकि देख सकें कि वह बड़े मंच पर भारत के लिए क्या कर सकते हैं।"
रोहित की नज़रें एक और खिलाड़ी पर होंगी - मोहम्मद शमी। उन्होंने हाल ही में जनवरी 2024 में टखने की सर्जरी के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेले गए दो वनडे में उन्होंने कुल 15.5 ओवर फेंके और हर मैच में एक-एक विकेट लिया। बुमराह की अनुपस्थिति में, भारत की सफलता के लिए शमी की फ़ॉर्म काफ़ी अहम साबित हो सकती है।
"शमी को लेकर हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता बस यही थी कि वह दोबारा भारत की जर्सी पहनें। उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ विकेट लिए या नहीं, यह हमारे लिए मायने नहीं रखता था।"
"जब आप शमी जैसे गेंदबाज़ की बात करते हैं, जिसने सालों से टीम के लिए यह काम किया है, तो उसके लिए सबसे ज़रूरी चीज़ यही है कि वह अपनी लय हासिल कर लें। उम्मीद है कि वह इस टूर्नामेंट की शुरुआत में ही लय पकड़ लेंगे।"