काफ़ी समय से ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे
जेसन रॉय अगले महीने इंग्लैंड के पाकिस्तान दौरे पर टी20 टीम से बाहर हो सकते हैं। साथ ही इस साल अक्तूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में भी उनका चयन मुश्किल लग रहा है।
32 वर्षीय रॉय का ओएन मॉर्गन के नेतृत्व वाली इंग्लैंड के सीमित ओवरों की टीम में महत्वपूर्ण प्रभाव था और 2015 विश्व कप के निराशा के बाद अपने पदार्पण से ही टीम के आक्रामक खेल के वह मुख्य आधार थे। टॉप ऑर्डर में उन्होंने हमेशा आक्रामकता से बल्लेबाज़ी की और सीमित ओवरों के 171 मुक़ाबलों में 5500 रन बनाए, जिसमें 24.15 की औसत और 137.61 के स्ट्राइकरेट से 1522 टी20 अंतर्राष्ट्रीय रन शामिल हैं। वे टीम के आक्रामक दृष्टिकोण को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण रहे हैं जो 2019 विश्व कप जिताने में महत्वपूर्ण साबित हुए।
हालांकि रॉय ने इंग्लैंड के इस समर सीज़न में संघर्ष किया है। उन्होंने छह टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 12.66 की औसत और 77.55 की बेहद धीमे स्ट्राइकरेट से 78 रन बनाए हैं। जून में नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ तीसरे वनडे में शतक से उनके वनडे के आंकड़े बेहतर ज़रूर नज़र आते हैं लेकिन भारत और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पांच मैचों में वह एक भी अर्धशतक नहीं बना सके।
इंग्लैंड की टी20 दल की घोषणा शुक्रवार को हनी है। मॉर्गने के बाद सीमित ओवरों के टीम की कमान संभाल रहे जॉस बटलर 'द हंड्रेड' के दौरान लगी पिंडली की चोट से उबर रहे हैं और पाकिस्तान दौरे के दूसरे हाफ़ में ही टीम में शामिल होंगे। उनकी अनुपस्थिति में सीरीज़ की शुरुआत में
मोईन अली कप्तान बन सकते हैं। हालांकि माना जा रहा है कि रॉय ने ओवल इनविंसिबल्स टीम के अपने साथियों को सूचित कर दिया है कि वह चयन से चूक गए हैं।
इंग्लैंड के सीमित ओवरों के सेटअप में रॉय को जिस बड़े सम्मान के साथ रखा गया है, उसे देखते हुए वह इस साल के 'द हंड्रेड' में इंविंसिबल्स के लिए धाकड़ प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह बचा सकते थे। हालांकि उन्होंने चार पारियों में तीन बार शून्य पर आउट होकर अपने अभियान की बेहद ख़राब शुरुआत की। उन्होंने इस सीज़न में 8.50 के औसत से 51 रन बनाए।
पीठ के निचले हिस्से में अकड़न होने से वह इंविंसबिल्स के दौ मैच मिस कर गए जिसमें बुधवार को मैनचेस्टर ओरिजिनल्स के ख़िलाफ़ निर्णायक हार भी शामिल है।
विदूशन अहंतराजा ESPNcricinfo के एसोसिएट एडिटर हैं। मैट रोलर असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।