यूएई में आईपीएल 2021 के लिए कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध
कौन यूएई की यात्रा कर सकता है और कौन नहीं, कौन एक बबल से दूसरे बबल में जा सकता है और कई महत्वपूर्ण चीज़ों की जानकारी
यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपने निर्धारित प्रस्थान से 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण करना होगा। यदि परीक्षण नकारात्मक है तो वे फ्रेंचाइजी की पसंद के शहरों की यात्रा कर सकते हैं।
इंग्लैंड बनाम भारत श्रृंखला, श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला और कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) के लिए बनाए गए बायो बबल से सीधे यात्रा करने वाले खिलाड़ी, सहायक कर्मचारी, कमेंटेटर और प्रसारण दल सीधे एक बबल से दूसरे बबल में जा सकते हैं। उन्हें यूएई में अनिवार्य क्वारंटीन अवधि का पालन करने की आवश्यकता नहीं है, बशर्ते वह व्यक्ति इन मानदंडों को पूरा करें :-
अन्य प्रतिभागियों को आगमन पर छह दिनों के लिए क्वारंटीन करना होगा और आईपीएल मैचों में प्रशिक्षण या भाग लेने की अनुमति देने से पहले दो, चार और छह दिनों में तीन आरटी-पीसीआर परीक्षणों से गुजरना होगा। बायो बबल में प्रवेश की अनुमति केवल तीन परीक्षण परिणामों के नकारात्मक होने की पुष्टि के बाद ही दी जाएगी। बबल के भीतर सभी व्यक्तियों का दूसरे सप्ताह के दौरान दो बार और उसके बाद टूर्नामेंट की पूरी अवधि के लिए हर पांचवें दिन परीक्षण किया जाएगा।
यह जरूरी नहीं लेकिन सलाह है कि जो भी खिलाड़ी यूएई पहुंचे वह पूरी तरह से वैकसीन लिए हुए हो। लेकिन जिसका कोर्स बाकी हो वह पूरी तरह से क्वारंटीन के नियम का पालन करे।
कोई भी प्रतिभागी खिलाड़ी या अन्य व्यक्ति कोविड-19 के लिए अलग पाया जाता है तो उसे कम से कम टीम से 10 दिनों के लिए अलग आइसोलेशन में रहना होगा। इसके बाद उस व्यक्ति का परीक्षण नौवें और दसवें दिन किया जाएगा। 24 घंटे में लगातार 2 नेगेटिव टेस्ट आने के बाद, उस व्यक्ति के लिए सभी लक्षणों का निवारण जरूरी है। इसके साथ ही 24 घंटे तक अगर वो खिलाड़ी या व्यक्ति कोविड 19 के लिए कोई दवाई नहीं खाता है तो उसे फिर बायो बबल में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। गलत परीक्षण दिखाने पर दोबारा टेस्ट हो सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक चिकित्सा सेवा प्रदाता को नियुक्त करेगा जिसके पास खिलाड़ियों और अन्य लोगों की सभी चिकित्सा आवश्यकताओं को संभालने के लिए सुसज्जित अस्पताल होंगे। अस्पताल के दौरे के लिए बाहरी लोगों के साथ न्यूनतम संपर्क सुनिश्चित करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे, ताकि खिलाड़ी और अन्य लोग अपने बायो बबल में सुरक्षित रूप से लौट सकें।
कुल मिलाकर, 14। आठ टीमों के लिए आठ बायो बबल, मैच अधिकारियों के लिए तीन, कमेंटेटरों और प्रसारण दल के लिए तीन।
हां, वहां कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अगर ऐसा होता है या गेंद स्टेडियम से बाहर जाती है, तो गेंद को बदल दिया जाएगा। असली गेंद बरामद होने पर उसे सैनेटाइज कर बॉल लाइब्रेरी में रखी जाएगी।
फ्रेंचाइज़ी सदस्यों या उनके परिवारों द्वारा इस तरह के किसी भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन बीसीसीआई द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही के अधीन होगा।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।