बवूमा का लक्ष्य है बड़ा ख़िताब जीतकर 'चोकर्स' टैग हटाना
श्रीलंका के ख़िलाफ़ साउथ अफ़्रीकी कप्तान ने दोनों स्पिनरों को खिलाने का विकल्प भी रखा है
श्रीलंका के विरुद्ध मैच से पहले अभ्यास का हिस्सा बनते हुए साउथ अफ़्रीकी कप्तान बवुमा • Gallo Images/Getty Images
दिल्ली में श्रीलंका के ख़िलाफ़ विश्व कप के अपने पहले मुक़ाबले से पहले बवूमा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "विश्व कप में आपके ऊपर हमेशा उम्मीदों का दबाव होता है। खिलाड़ी भले ही कहते हों कि उनके ऊपर दबाव नहीं है और वे बाहरी आवाज़ों को नहीं सुनते, लेकिन ऐसा होना असंभव है। कप्तानों के डिनर में भी मैंने सभी कप्तानों से इस दबाव के बारे में सुना, यह सबके लिए एक जैसा है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा साउथ अफ़्रीकी टीम का विश्व कप का अपना एक इतिहास और नैरेटिव भी है, जो तब तक नहीं ख़त्म होगा, जब तक हम कोई बड़ा ख़िताब नहीं जीत लें। इसको डील करने का यही तरीक़ा है कि हम अपने आप को बस खेल पर ही फ़ोकस रखें। एक साउथ अफ़्रीकी टीम होने के कारण हमें उस दबाव को झेलना होगा।"
हालांकि इस मैदान पर साउथ अफ़्रीका का पिछला रिकॉर्ड बहुत ख़राब रहा है, जब कुलदीप यादव की फिरकी के सामने साउथ अफ़्रीकी टीम इस मैदान पर सिर्फ़ 99 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
साउथ अफ़्रीका का गेंदबाज़ी आक्रमण तेज़ गेंदबाज़ी के लिए ही जाना जाता है, लेकिन भारतीय परिस्थितियों में उनके स्पिनर्स महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। बवूमा भी इसे स्वीकार करते हैं।
साउथ अफ़्रीका और विश्व कप में जुड़ी उनकी वो यादें जो कोई भी क्रिकेट फ़ैन नहीं भूल सकता
— ESPNcricinfo हिंदी (@CricinfoHindi) October 7, 2023
1992 विश्व कप से लेकर अब तक साउथ अफ़्रीका के लिए विश्व चैंपियन बनने का सपना अधूरा ही है#CWC23 #SAvSL pic.twitter.com/tbKOsuGL82
साउथ अफ़्रीकी कप्तान ने यह भी कहा कि किसी टूर्नामेंट का 'फ़ेवरिट' होना या ना होना, अधिक मायने नहीं रखता है क्योंकि एक टीम के रूप मे आपकी ख़ुद की कुछ उम्मीदें और दबाव दोनों होता हैं।
उन्होंने आख़िर में कहा, "हम बस अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना चाहते हैं।"
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95