मैच (9)
BAN v IND (W) (1)
आईपीएल (2)
County DIV1 (2)
County DIV2 (3)
RHF Trophy (1)
ख़बरें

द्रविड़ : के एल राहुल का गेम ऑस्ट्रेलिया के लिए अनुकूल है

मुख्य कोच ने बताया कि टीम प्रबंधन का पूरा समर्थन उपकप्तान के साथ है

द्रविड़ ने कहा कि राहुल का गेम हर परिस्थिति के लिए अनुकूल है  •  ICC/Getty Images

द्रविड़ ने कहा कि राहुल का गेम हर परिस्थिति के लिए अनुकूल है  •  ICC/Getty Images

के एल राहुल इस टी20 विश्व कप के तीन पारियों में 10 के स्कोर तक नहीं पहुंच पाए हैं। पिछले 13 मैचों में राहुल का औसत 27.33 और स्ट्राइक रेट 121.03 का रहा है। इस दौरान भारत के शीर्ष क्रम में उनके साथी विराट कोहली क स्ट्राइक रेट 142.49 रहा है और रोहित शर्मा ने 138.79 की रफ़्तार से रन बनाए हैं। इन आंकड़ों के बावजूद कप्तान रोहित और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भारतीय एकादश में राहुल के स्थान को लेकर कोई चिंता व्यक्त नहीं की है।
द्रविड़ से जब पूछा गया कि क्या उपकप्तान राहुल का फ़ॉर्म टीम प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बन रहा है, तो उन्होंने कहा, "ऐसा कतई नहीं है। वह एक ज़बरदस्त खिलाड़ी हैं और उनका रिकॉर्ड उनके पक्ष में जाता है। उन्होंने अच्छी बल्लेबाज़ी की है लेकिन आप इस टूर्नामेंट में देख ही सकते हैं कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ों के लिए परिस्थितियां काफ़ी चुनौतीपूर्ण होती हैं। मुझे लगा राहुल ने अभ्यास मैच में मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस के विरुद्ध बढ़िया बल्लेबाज़ी की थी। उस गेंदबाज़ी के विरुद्ध उनकी पारी [33 गेंदों पर 57 रन] बहुत अच्छी थी। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले तीन या चार मैचों में उनके लिए सब सही जाएगा क्योंकि वह वास्तव में अच्छा खेल रहे हैं।"
द्रविड़ ने आगे कहा, "हम उनकी क्षमता और गुणवत्ता जानते हैं। उनका गेम हर परिस्थिति के लिए अनुकूल है। वह बैकफ़ुट पर अच्छा खेलते हैं जो यहां के परिस्थितियों के लिए उचित शैली है।"
शायद इन परिस्थितियों के चलते ही राहुल को लगातार मौक़े मिल रहे हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 35 गेंदें खेली हैं और इनमें तीन बार बाउंड्री लगाने का प्रयास किया है, जिनमें से एक ऐसे शॉट पर वह आउट हो गए थे। उनको अन्य दो डिसमिसल सुरक्षात्मक शॉट लगाते हुए आए हैं। इससे राहुल की सकारात्मक सोच पर सवालिया निशान उठे हैं, जो बल्लेबाज़ी में उनकी अपार क्षमता के विपरीत रही है। द्रविड़ से जब पूछा गया कि क्या भारत राहुल की सुरक्षात्मक बल्लेबाज़ी का ख़ामियाज़ा भुगत रहा है तो मुख्य कोच ने कहा, "इन परिस्थितियों में हम उन्हें थोड़ा समय दे सकते हैं। हम उन्हें पूरी तरह बैक कर रहे हैं। हम उनको लेकर चिंतित नहीं हैं। हमने दो हफ़्ते पहले ही देखा था कि एक अच्छे अटैक के ख़िलाफ़ वह क्या कर सकते हैं। मैं जानता हूं यह खिलाड़ी क्या इम्पैक्ट कर सकता है। मेरे और रोहित के मन में कोई शंका नहीं है कि सलामी बल्लेबाज़ी करने कौन उतरेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "इस टूर्नामेंट की विशेषता यह है कि आपको हर मैच में परिस्थिति के हिसाब से अपने गेम को ढालना पड़ता है। अगर परिस्थितियां ऐसी हों कि गेंद शुरुआत में हरक़त करती है तो आपको बल्लेबाज़ी में थोड़ा रूढ़िवादी बनना उचित है। आपको चतुराई के साथ सोच बदलनी पड़ती है। आप हर परिस्थिति में एक ही शैली से टी20 क्रिकेट नहीं खेल सकते। हां, वैसे आपको सकारात्मक होना पड़ता है और आक्रामक खेल करते हुए मैच में हावी होना पड़ता है। लेकिन यह शायद 80% मैचों में जायज़ है। ऐसे बड़े टूर्नामेंट में 20% मैच होते हैं जहां आपको परिस्थिति को समझ कर अपनी सोच में बदलाव लाना पड़ता है। हमने ड्रेसिंग रूम में यही चर्चा की है।"
द्रविड़ आगे बोले, "अगर विकेट ऐसा हो कि उस पर 200 या 180 के बजाय 160 पर्याप्त हो तो आपको उस स्कोर तक पहुंचने का तरीक़ा निकालना पड़ता है। पिछले मैच में [साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध पर्थ में] 150 शायद पर्याप्त होते। हम 133 के साथ जीत के क़रीब थे, तो शायद 150 बहुत थे। हम बल्लेबाज़ों को थोड़ा और समय दे सकते हैं। शायद यहां [एडिलेड में] ऐसा नहीं होगा। कल हो सकता है विकेट बिल्कुल फ़्लैट दिखे और 180 के पार जाने के लिए हमें ज़्यादा आक्रामक खेलना पड़े। मेरे लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है इन पिचों और ग्राउंड को देखते हुए टीमों की अनुकूलन क्षमता। जो टीमें यह सबसे अच्छे से करेंगी वही मैच जीतकर शीर्ष चार या फ़ाइनल तक पहुंच पाएंगी।"
द्रविड़ ने बताया कि प्रबंधन लगातार राहुल से बात करके उनसे अपनी अपेक्षाओं को साझा करता रहा है। उन्होंने कहा, "पिछले एक साल से हमने कथनी और करनी से उन्हें आश्वस्त किया है कि हमारा समर्थन उनके साथ है। एक साल से हमारे मन में इस टूर्नामेंट में हमारी टीम या हमारे एकादश को लेकर स्पष्टता रही है और हम इन बातों से अब तक नहीं भटके। आपने अलग मैदानों में अलग विपक्षी टीमों के विरुद्ध कई खिलाड़ियों को आज़माए जाते देखे होंगे। यह इस वजह से था क्योंकि हमने बहुत ज़्यादा क्रिकेट खेला है और कई खिलाड़ी चोटिल भी रहे हैं। उनमें राहुल भी थे। लेकिन रोहित की यह ख़ास बात है कि वह निरंतर अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं और विश्वास दिलाते हैं।"
राहुल के जगह ऋषभ पंत के चयन की बात की गई है। पंत बाएं हाथ के बल्लेबाज़ी की विविधता भी एकादश में ला सकते हैं। फ़िलहाल ऐसा ही लग रहा है कि पंत केवल दिनेश कार्तिक की जगह ले सकते हैं। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मैच के आख़िरी ओवरों में कार्तिक के पीठ में ऐंठन के चलते पंत ने उनके जगह विकेटकीपिंग की थी। हालांकि द्रविड़ ने कहा कि बांग्लादेश मुक़ाबले से पहले कार्तिक ठीक थे और उनके चयन पर अंतिम निर्णय मैच के दिन ही लिया जाएगा।

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के स्थानीय भाषा लीड और सीनियर सहायक एडिटर देबायन सेन ने किया है।