प्रतिबंध से लौटने के बाद मेंडिस और डिकवेला की पहली बार टेस्ट टीम में वापसी हुई है। उन्हें इंग्लैंड दौरे पर बायो-बबल तोड़ने के लिए प्रतिबंधित किया गया था। वहीं वैंडरसे को पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है, जबकि वह 2015 में ही सीमित ओवर क्रिकेट में डेब्यू कर चुके हैं।
अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण नवंबर में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट दल में शामिल नहीं होने वाले थिरिमाने की भी लंबे फ़ॉर्मेट की टीम में वापसी हुई है। इससे पहले की 11 परियों में वह चार अर्धशतक और दो शतक बना चुके हैं।
टीम में ओशादा फ़र्नांडो, मिनोद भानुका, रोशन सिल्वा और लक्षन सैंडकन को भी जगह नहीं मिली है। टीम में कोई आश्चर्यजनक बदलाव नहीं हुए हैं। ऑफ़ स्पिनर रमेश मेंडिस ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हो गए थे और वह अब भी फ़िट नहीं हुए हैं।
वैंडरसे के अलावा टीम में प्रवीण जयविक्रमा और लसित एम्बुलदेनिया के रूप में दो प्रमुख स्पिनर हैं। इसके अलावा धनंजय डिसिल्वा टीम में स्पिन आलराउंड विकल्प के रूप में मौजूद रहेंगे। लाहिरू कुमारा, सुरंगा लकमल, दुष्मंता चमीरा और विश्वा फ़र्नांडो तेज़ गेंदबाज़ी का दारोमदार संभालेंगे।
यह 2017 के बाद श्रीलंका का पहला भारतीय टेस्ट दौरा है, तब तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ में उन्हें 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था। 2015 में अंतिम बार श्रीलंका ने भारत को टेस्ट मैच में हराया था, जबकि 2008 में भारत ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ कोई टेस्ट सीरीज़ हारा था।
पहला टेस्ट चार मार्च से आठ मार्च के बीच मोहाली में और दूसरा टेस्ट 12 से 16 मार्च के बीच बेंगलुरु में खेला जाएगा।
श्रीलंकाई दल : दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), पथुम निसंका, लाहिरू थिरिमाने, धनंजय डीसिल्वा (उपकप्तान), कुसल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, दिनेश चांदीमल, चरिथ असलंका, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), चमिका करुणारत्ने, लाहिरू कुमारा, सुरंगा लकमल, दुश्मांता चमीरा, विश्वा फ़र्नांडो, जैफ़्री वैंडरसे, प्रवीण जयाविक्रमा, लसित एम्बुलदेनिया