मनोज तिवारी ने संन्यास लेने के फ़ैसले को वापस लिया
वह एक साल और बंगाल के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलेंगे, कहा कि अगले साल ये निर्णय आख़िरी होगा
"मैं रिटायरमेंट से लौटते हुए एक आख़िरी साल खेलूंगा।" • Cricket Association of Bengal
कोलकाता के ईडन गार्डंस में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली के साथ बैठकर तिवारी ने कहा, "राजदा [स्नेहाशीष] ने मुझे [रणजी ट्रॉफ़ी में] एक और साल खेलने के लिए राज़ी कर लिया है। उनका कहना था कि मुझे मैदान पर रहते हुए ही खेल को छोड़ना चाहिए। मैंने अपनी पत्नी की राय मांगी तो उन्होंने भी यह बात कही।
"उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल जब बंगाल फ़ाइनल तक पहुंची थी तब मैं ही कप्तान था। फिर राजदा से मेरी बात हुई और मैंने दोबारा सोचा तो इसी फ़ैसले पर पहुंचा। मुझे कई समर्थकों ने भी अपने फ़ैसले को वापस लेने के लिए लिखा था।"
हालांकि तिवारी ने माना कि संन्यास लेने की उनकी घोषणा के पीछे कोई ख़ास कारण नहीं था।
Sometimes our last chance becomes our first Success
— MANOJ TIWARY (@tiwarymanoj) August 8, 2023
Giving it myself one more year for bengal cricket team to play and win the Ranji trophy with my teammates So I'm back playing the game which has been my passion and love all my life
Sorry for the inconvenience pic.twitter.com/6kyFhNQjJv
पश्चिम बंगाल के राज्य सरकार में मंत्रीपद पर बैठने वाले तिवारी ने कहा, "मुझे जो कुछ मिला है, वह बंगाल क्रिकेट की देन है। ऐसे में मैं बंगाल को एक और साल देना चाहता हूं। जब मैं अगले साल संन्यास की घोषणा करूंगा तो कोई वापसी का सवाल नहीं होगा। इस फ़ैसले को लेकर मैंने अपना स्वार्थ देखा था। लेकिन यह टीम के हित में नहीं लिया गया था।"
तिवारी ने नवंबर 2022 के बाद बंगाल के लिए कोई सीमित-ओवर मैच नहीं खेला है और उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह ख़ुद को केवल प्रथम-श्रेणी क्रिकेट के लिए उपलब्ध कर रहे हैं। उन्होंने अब तक 141 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिसमें 92 रन और बनाने पर उनके 10,000 रन भी पूरे होंगे। 48.56 की औसत से 29 शतक और 45 अर्धशतक लगाने वाले तिवारी भारत के लिए 12 वनडे मैच और तीन टी20आई भी खेल चुके हैं।