पिछले सीज़न चेन्नई सूपर किंग्स (सीएसके) आईपीएल में प्लेऑफ़ स्थान की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम बनी थी। वहां से इस साल सबसे पहले क्वालीफ़ाई करने वाले टीम तक के सफ़र की नींव प्रमुख कोच
स्टीवन फ़्लेमिंग के अनुसार पिछले सीज़न के आख़िरी पड़ाव में डाली गई थी।
सनराइज़र्स हैदराबाद के विरुद्ध जीत के बाद फ़्लेमिंग ने कहा, "मैंने 2020 में भी कहा था कि हमारे फ़िनिश से मैं काफ़ी गौरान्वित हुआ था। हमने आख़िर के तीन मैच लगातार जीते और वहीं से टीम में थोड़ी सी लय आने लगी थी। पहला हिस्सा अच्छा नहीं था लेकिन आख़िर तक हमें लगा हम शक्तिशाली टीम बनने से महज़ एक या दो स्पॉट दूर थे। दरअसल हम शायद प्लेऑफ़ में स्थान बनाने से एक जीत दूर रह गए थे। इससे हम काफ़ी प्रोत्साहित हुए।"
चेन्नई ने फ़रवरी की नीलामी में
मोईन अली को सात करोड़ की राशी के साथ अपने टीम में लिया। मोईन की बल्लेबाज़ी ने मिडिल ओवर्स में गतिशीलता के अभाव को ठीक कर दिया है। इस फ़ेज़ में उन्होंने 149.65 के स्ट्राइक रेट से 217 रन बनाए हैं। चेन्नई के लिए पूरे सीज़न में मोईन के 278 रनों से अधिक सिर्फ़ फ़ाफ़ डुप्लेसी (435) और ऋतुराज गायकवाड़ (407) ने ही बनाए हैं।
ड्वेन ब्रावो की डेथ ओवर्स (17-20) में गेंदबाज़ी में भी सुधार हुआ है। पिछले साल के 9.12 की इकॉनमी को इस सीज़न उन्होंने 7.22 में बदला है। बोलिंग ऑलराउंडर के स्थान के लिए सैम करन के साथ प्रतिस्पर्धा ने भी कोच को उत्साहित किया है।
उन्होंने कहा, "सीज़न के पहले हिस्से में सैम बढ़िया खेले थे। और अब ड्वेन ब्रावो वापस आए हैं और हम जानते हैं वह कितने बड़े खिलाड़ी हैं। जब दो प्रतिभाशाली खिलाड़ी एक स्थान के लिए प्रतिद्वंदी बन जाते हैं तो उनके खेल में भी निखार आता है।"
इस साल टीम में लौट रहे सुरेश रैना का फ़ॉर्म एक चिंता का विषय रहा है। रैना ने दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ 36 गेंदों पर 54 के साथ सीज़न का आग़ाज़ किया था लेकिन तब से नौ पारियों में 20 का आंकड़ा उन्होंने बस एक बार पार किया है। लेकिन फ़्लेमिंग ने उनपर पूरा भरोसा है।
"हमारे लिए उनका रोल बिलकुल स्पष्ट है। हम उन्हें सही समय पर मैदान पर उतारते हैं और उनके पास आक्रामक खेल की पूरी छूट होती है। हम उनके अनुभव को पहचानते हैं और इसके चलते हम उन्हें और मौक़े दे सकते हैं। आगे के मुक़ाबलों में उनसे आप अच्छे स्कोर की उम्मीद रख सकते हैं।"
स्टीवन फ़्लेमिंग, प्रमुख कोच, सीएसके
अब तक यूएई में चेन्नई ने अपने चारों मैच जीते हैं लेकिन अभी भी उनका शीर्ष के दो स्थानों पर ख़त्म करना तय नहीं है। फ़्लेमिंग ने इंगित किया कि कुछ खिलाड़ियों को आराम ज़रूर मिले लेकिन टीम में अधिक फेरबदल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, "इस खेल में गतिशीलता शब्द का ज़्यादा महत्त्व नहीं है। शायद हमें एक मौक़ा मिला है खिलाड़ियों का कार्यभार संभालने का। शायद टीम के बाहर बैठे खिलाड़ियों को मौक़े मिल सकते हैं लेकिन हम ज़्यादा प्रयोग नहीं करेंगे।"