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आंकड़े झूठ नहीं बोलते : पावरप्ले में ख़तरनाक हो रहे हैं सैम्स

मुंबई इंडियंस और सनराइज़र्स हैदराबाद मुक़ाबले से जुड़े रोचक आंकड़ें

तिलक ने अब तक 12 पारियों में 40.9 के औसत से सबसे ज़्यादा 368 रन बनाए हैं  •  BCCI

तिलक ने अब तक 12 पारियों में 40.9 के औसत से सबसे ज़्यादा 368 रन बनाए हैं  •  BCCI

तिलक की कमज़ोरी तेज़ी
मुंबई इंडियंस के लिए इस सीज़न सबसे सफल बल्लेबाज़ तिलक वर्मा ही रहे हैं। तिलक ने अब तक 12 पारियों में 40.9 के औसत से सबसे ज़्यादा 368 रन बनाए हैं। इस सीज़न तिलक ने सात बार 30 से ज़्यादा का स्कोर किया है और इस मामले में उनसे आगे केवल जॉस बटलर हैं। तिलक स्पिन को भी बहुत अच्छा खेलते हैं और इस सीज़न सबसे अच्छा औसत स्पिन के ख़िलाफ़ तिलक का ही है 189.0, लेकिन इसके उलट पेस के ख़िलाफ़ उनका औसत मात्र 35.8 का हो जाता है और इस दौरान वह उन पर 12 पारियों में पांच बार आउट हुए हैं। ऐसे में सनराइज़र्स हैदराबाद के पास तेज़ गेंदबाज़ों की भरमार है, जो मध्य ओवरों में तिलक को परेशान कर सकते हैं।
पावरप्ले में सैम्स से बचकर
डैनियल सैम्स के लिए आईपीएल 2022 के पहले तीन मैच बहुत ही भयानक रहे थे जहां उन्हें केवल एक विकेट मिला और 12.6 की इकॉनमी, 139 के औसत से उन्होंने रन लुटाए। कोलकाता नाइट राइडर्स से ख़राब मैच के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया। चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ उन्हें दूसरा मौक़ा मिला, जहां उन्होंने 30 रन देकर चार विकेट लिए। पिछले मैचों में उन्होंने 13.8 के स्ट्राइक रेट और सात रन प्रति ओवर रन देते हुए 10 विकेट निकाल लिए हैं।
हालांकि पिछले छह मैचों में उन्होंने ओवर का 52 प्रतिशत पावरप्ले में निकलवाया और उन्होंने केवल ओवरों का आठ प्रतिशत ही डेथ ओवरों में किया। इसका फ़ायदा यह पहुंचा कि पिछले छह मैचों उन्होंने शुरुआती छह ओवरों में किए 12 ओवर में 6.3 की इकॉनमी से पांच विकेट लिए, जबकि 7 से 15 ओवर के बीच किए ओवरों में नौ ओवर करते हुए 8.3 के इकॉनमी से चार विकेट निकाल लिए। पावरप्ले में जहां उन्होंने 18.5 के औसत से छह विकेट लिए, तो वहीं दूसरे मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों ने इस दौरान 44.1 के औसत से सात विकेट लिए हैं।
पेस के ख़िलाफ़ जूझते विलियमसन
केन विलियसन के इस सीज़न जूझने की सबसे बड़ी वजह उनकी कोहनी की चोट है और अपनी कोहनी को खोलकर ड्राइव नहीं कर पा रहे हैं। वह कई फुलर या ओवर पिच गेंदों को मिस कर जा रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं। अगर गेंद लेंथ या शॉर्ट होती है तो उनका स्ट्राइक रेट 160 का हो जाता है, क्योंकि वह इन गेंदों को पुल करके फ़ाइन लेग पर भेज दे रहे हैं। फुलर गेंदों पर उन्होंने इस सीज़न 41 गेंद में 6.2 के औसत और 76 के स्ट्राइक रेट से 31 रन बनाए हैं जिसमें पांच बार वह आउट हुए हैं और गुड लेंथ पर भी उन्होंने 59 गेंद में 13.5 के औसत और 68 के स्ट्राइक रेट से 54 रन बनाए हैं और चार बार आउट हुए हैं। बैक ऑफ़ लेंथ पर उनका यह औसत 56 का हो जाता है, जहां उन्होंने 35 गेंद में 160 के स्ट्राइक रेट से 56 रन बनाए हैं।
अभिषेक को पावरप्ले में करो आउट
अभिषेक शर्मा इस सीज़न बेहतरीन लय में नज़र आए हैं, जहां उन्हें अपने मनपसंद स्थान पर खेलने का मौक़ा मिला है। उन्होंने इस मौक़े को अच्छे से भुनाया है और 12 मैच में 31.3 के औसत और 134.5 के स्ट्राइक रेट से 374 रन बना दिए हैं। अभिषेक अगर एक बार पावरप्ले को पार कर जाते हैं तो वह 155 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। उनके इस सीज़न 11 में से आठ छक्के मध्य ओवरों में आए हैं। उन्होंने इस सीज़न सुनील नारायण और राशिद ख़ान जैसे स्पिनरों को भी नहीं छोड़ा है। यह पहला सीज़न है जब सनराइज़र्स के लिए शिखर धवन या मनीष पांडे से ज़्यादा किसी भारतीय बल्लेबाज़ ने रन बनाए हैं।

निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं।