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धोनी की गेंदबाज़ों पर कटाक्ष भरी टिप्पणी : नए कप्तान के नेतृत्व में खेलने के लिए तैयार रहें

चेन्नई के कप्तान मानते हैं कि नो-बॉल और वाइड टीम को बहुत नुकसान पहुंचा रहे

MS Dhoni tries to get his field exactly right, Gujarat Titans vs Chennai Super Kings, IPL 2023, Ahmedabad, March 31, 2023

धोनी अपनी टीम के तेज़ गेंदबाज़ों से खुश नहीं हैं  •  BCCI

चेन्नई सुपर किंग्स के तेज़ गेंदबाज़ों द्वारा डाली जा रही कई नो-बॉल और वाइड बॉल से कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ख़ुश नहीं हैं। आईपीएल 2023 के अब तक के शुरुआती दोनो मैचों में तेज गेंदबाज़ों ने अनुशासन के साथ गेंदबाज़ी नहीं की है। सोमवार रात हुए लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ अपने दूसरे मैच में ही चेन्नई के तेज़ गेंदबाज़ों ने 13 वाइड और तीन नो-बॉल फेंकी।
चेपॉक स्टेडियम में 12 रन की जीत के बाद चेन्नई के धोनी ने कहा, "हम बहुत ज़्यादा अतिरिक्त गेंदें फेंक रहे हैं।" साथ ही अपने गेंदबाज़ों को चेतावनी देते हुए धोने बोले "उन्हें एक नए कप्तान के तहत खेलने के लिए तैयार रहना होगा।"
पेस अटैक में अनुभवी नाम दीपक चाहर ने लखनऊ के विरुद्ध मैच में पांच वाइड की, जिसमें 17वें ओवर में एक साथ तीन वाइड भी शामिल थी। हालांकि गुजरात के ख़िलाफ़ पहले मैच में उन्होंने कोई एक्स्ट्रा गेंद नहीं की थी लेकिन वो मैच चेन्नई हार गया था। कम अनुभवी तेज़ गेंदबाज़, तुषार देशपांडे और राजवर्धन हंगारगेकर लगातार अतिरिक्त रन दे रहे हैं। देशपांडे ने दो मैचों में पांच वाइड और चार नो-बॉल की हैं, और हंगारगेकर ने छह वाइड और एक नो-बॉल डाली है। नो-बॉल के बाद मिलने वाली फ़्री हिट पर विरोधी टीमों ने अब तक दो चौके और एक छक्का जड़ दिया है।
धोनी ने सोमवार को मैच के बाद कहा, "तेज़ गेंदबाज़ी में थोड़ा सुधार करने की ज़रूरत है, और परिस्थितियों के मुताबिक़ होनी चाहिए। जहां फ़ील्डर हों, उन्हीं के अनुसार बल्लेबाज़ों को शॉट खेलने के लिए आमंत्रित करना चाहिए। विशेष रूप से, जब हम बल्लेबाज़ी कर रहे हों तो नज़र रखें कि विपक्षी गेंदबाज़ क्या कर रहे थे, जिससे एक आइडिया मिल जाता है कि क्या किया जा सकता है। कोई भी योजना अपनी ताक़त के आधार पर ही बनती है।
"एक और बात ये है कि उन्हें नो-बॉल बिल्कुल नहीं और कम वाइड गेंद करनी होगी। क्योंकि हम बहुत अधिक अतिरिक्त गेंदें फेंक रहे हैं। अन्यथा उन्हें एक नए कप्तान के तहत खेलने के लिए तैयार रहना होगा। ये मेरी दूसरी चेतावनी है और इसके बाद मैं कप्तानी से हट जाउंगा।" धोनी ने यह बात मुस्कराहट के साथ कहा।
सोमवार रात हुए मैच में धोनी ने बेन स्टोक्स और रवींद्र जाडेजा के एक-एक ओवर सहित कुल सात गेंदबाज़ों का इस्तेमाल किया और अपने 217 रनों का बचाव करते हुए सीएसके ने 205 रन दिए। हालांकि पहले मैच में उन्होंने केवल पांच गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था जिसमें मोईन अली, शिवम दुबे (जिन्होंने दूसरे मैच में भी गेंदबाजी नहीं की) या बेन स्टोक्स से गेंदबाज़ी नहीं करवाई। स्टोक्स अभी भी गेंदबाज़ी के लिए 100% फिट नहीं हैं। स्विंग गेंदबाज़ सिमरजीत सिंह, जिन्होंने पिछले साल छह मैचों में काफी प्रभावित किया था, को नहीं खिलाते हुए हंगारगेकर ने इस सीज़न में अब तक के दोनों मैच खेले हैं।
धोनी ने गुजरात के ख़िलाफ़ पहले मैच के बाद कहा था, "मुझे लगता है कि हंगारगेकर में बहुत क्षमता है, उनके पास थोड़ी गति है और उन्हें जितने मैचों में मौक़ा मिलेगा, वे उतने ही बेहतर होते जाएंगें। इसलिए मैं कुल मिलाकर निराश नहीं हूं। मुझे लगता है कि कुल मिलाकर परिस्थितियों को देखते हुए गेंदबाज़ों ने काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया। नो-बॉल एक ऐसी चीज़ है जो नहीं की जानी चाहिए। क्योंकि आधुनिक क्रिकेट में, नो-बॉल आपके नियंत्रण में होती है। और वास्तव में नो बॉल से काफ़ी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए नो-बॉल को नियंत्रित करना बहुत अहम है।"