IPL की छोटी नीलामी में कई बार ऐसा हुआ है, जब हमें टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे महंगी ख़रीद देखने को मिली है। पिछले साल दिसंबर में सैम करन IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे। नीलामी के दौरान उन्हें पंजाब किंग्स की टीम ने 18.85 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि दी थी। सैम को इतनी बड़ी राशि मिलने का सबसे बड़ा कारण यह रहा था कि 2022 के टी20 विश्व कप में उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से क्रिकेट के सभी पंडितों को काफ़ी प्रभावित भी किया था। करन उस विश्व कप के प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट भी बने थे। यह IPL नीलामी भी विश्व कप के बाद ही हो रहा है। आइए यह जानने का प्रयास करते हैं कि किन खिलाड़ियों को इस नीलामी में बड़ी रक़म देकर ख़रीदा जा सकता है।
कई विश्व कप विजयी टीमों का हिस्सा रहे स्टार्क विपक्षी टीमों के ख़िलाफ़ कितना ख़तरनाक साबित हो सकते हैं, इसके बारे में ज़्यादा व्यख्या की ज़रूरत नहीं है। वह पारी के सबसे चुनौतीपूर्ण चरणों (शुरुआत और डेथ ओवर) में गेंदबाज़ी करने में सक्षम हैं। उनकी गति परिवर्तन, स्विंग, सीम, रिवर्स स्विंग से तो पूरा विश्व क्रिकेट वाकिफ़ है। इसके अलावा वह निचले क्रम में बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं। इन्हीं कारणों से इस नीलामी में उनके लिए सबसे ऊंची बोली लगाई जा सकती है। 34 साल के होने वाले स्टार्क अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के अंतिम मोड़ पर हैं और आठ साल के अंतराल के बाद IPL में वापसी करना चाहते हैं। वह इस टूर्नामेंट का उपयोग जून में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारी के रूप में करना चाहेंगे। कई टीमें अपनी पहली एकादश में एक स्ट्राइक गेंदबाज़ के तौर पर उन्हें शामिल करना चाहती है।
अगर माइकल ब्रेसवेल फ़िट होते तो शायद रविंद्र न्यूज़ीलैंड की वनडे विश्व कप टीम में भी नहीं होते। यहां तक कि यह भी तय नहीं था कि 24 वर्षीय बैटिंग ऑलराउंडर न्यूज़ीलैंड के लिए विश्व कप में पारी की शुरुआत करेंगे, लेकिन जब विल यंग को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वॉर्म-अप में ब्रेक दिया गया, तो उन्होंने ओपनर के रूप में मिले मौके़ का पूरा फ़ायदा उठाया और ओपनर बन गए। विश्व कप में उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने सबको काफ़ी प्रभावित किया। वह विश्व के बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों के सामने जम कर रना बना रहे थे। हालांकि वह स्पिन को जिस तरह से खेलते हैं, उसके कारण IPL की टीमें उन पर ज़्यादा ध्यान दे सकती हैं। बल्लेबाज़ी के अलावा वह बाएं हाथ के अच्छे स्पिन गेंदबाज़ भी हैं। इसी कारण से वह एक ऐसे खिलाड़ी बन जाते हैं, जिसके लिए कई टीमें ऊंची बोली लगा सकती है।
भारत में तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर ज़्यादा नहीं हैं। इसी कारण से नीलामी में उनकी पूछ थोड़ी सी ज़्यादा रह सकती है। भारत में तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडरों की श्रेणी में शार्दुल का नाम काफ़ी ऊपर आता है। भले ही कभी-कभी शार्दुल गेंदबाज़ी में थोड़े महंगे साबित होते हैं लेकिन वह विकेट लेने में एक माहिर गेंदबाज़ हैं। उनकी गेंदबाज़ी में काफ़ी विविधता है। वॉबल सीम, धीमी बाउंसर और गति परिवर्तन उनके सबसे बड़े हथियारों में से एक है। इसके अलावा बल्लेबाज़ी में भी वह काफ़ी उपयोगी साबित हो सकते हैं। अपने बड़े बैट लिफ़्ट का प्रयोग करते हुए, वह काफ़ी आसानी से गगनचुंबी सिक्सर लगाते हैं, जिसकी एक झलक हमने IPL 2023 में देखा था, जब उन्होंने रायल चैंलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ 29 गेंदों में 68 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। हाल ही में इंडिया ए की तरफ़ से खेलते हुए भी उन्होंने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 76 रनों की अच्छी पारी खेली थी।
कमिंस इस IPL नीलामी की सबसे महंगे खिलाड़ी बनने के दावेदार हैं। उन्होंने जून में ऑस्ट्रेलिया को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप ख़िताब दिलाया, इसके बाद इंग्लैंड में ऐशेज को भी अपनी टीम के साथ बरकरार रखा और फिर विश्व कप में भी अपनी टीम को विजेता बनाया। कमिंस IPL के लिए कोई अजनबी खिलाड़ी नहीं हैं, उन्हें 2020 की नीलामी में कोलकाता कोलकाता की टीम ने 15.5 करोड़ रुपये में ख़रीदा था। एक गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के रूप में कमिंस गेंद के साथ पहले दो चरणों में काफ़ी कारगर साबित हो सकते हैं और बल्ले के साथ भी उपयोगी भूमिका निभा सकते हैं। कोलकाता की टीम के तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 14 गेंदों में अर्धशतक बनाया था, जो उनके बल्लेबाज़ी क्षमता को प्रदर्शित करता है। साथ ही उनकी नेतृत्व क्षमता मैदान और ड्रेसिंग रूम में कारगर साबित हो सकती है।
अच्छी कद काठी वाले कोएत्ज़ी अपने गेंद फेंकने से पहले ही बल्लेबाज़ों के दिमाग़ में प्रभाव डाल देते हैं। वनडे विश्व कप में कोएत्ज़ी पांचवें सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। उन्होंने सिर्फ़ आठ मैच खेलते हुए 20 विकेट हासिल किए थे। उन 20 विकेटों में से 15 विकेट पारी के बीच के ओवरों में आए थे। वह लगातार 140 से ऊपर की गति के साथ गेंदबाज़ी कर सकते हैं। उनकी गेंदबाज़ी में बल्लेबाज़ों को परेशान करने के लिए पर्याप्त हथियार हैं। वह गेंद को अच्छा मूव करा सकते हैं, उनके पास अच्छा यॉर्कर है और वह काफ़ी चतुरता के साथ गति परिवर्तन करते हैं। टी20 में अगर उनके रिकॉर्ड को देखें तो साफ़ पता चलता है कि वह एक आक्रामक गेंदबाज़ हैं, जो पारी के तीनों चरणों में गेंदबाज़ी कर सकते हैं। कोएत्ज़ी पहले से ही SA20 और MLC में चेन्नई की टीम से खेलते हैं। दोनों टीमों की कप्तानी फ़ाफ़ डुप्लेसी करते हैं। चेन्नई और बेंगलुरु की टीम को एक विदेशी तेज़ गेंदबाज़ी की आवश्यकता है, ऐसें दोनों टीमों के बीच उनको प्राप्त करने के लिए नीलामी टेबल पर एक अच्छी-ख़ासी भिड़ंत देखने को मिल सकती है।
2023 में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बल्लेबाज़ उनकी गेंदों को आसानी से पढ़ने में क़ामयाब हो रहे हैं। डेथ ओवरों के इस विशेषज्ञ गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ों ने 11.50 की इकॉनमी से रन बनाए थे। उन्हें बेंगलुरु की टीम ने 2022 की मेगा नीलामी में 10.75 करोड़ रुपये में ख़रीदा था। 2021 के सीज़न में उन्होंने प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का पुरस्कार भी जीता था। अब अपने पुराने फ़ॉर्म के साथ नई टीम में जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। पारी के दूसरे भाग में वह दबाव वाली परिस्थिति में गेंदबाज़ी करने के विशेषज्ञ माने जाते हैं। IPL 2020 के बाद से उन्होंने डेथ ओवर (17-20 ओवर) में 37 विकेट हासिल किए हैं - जो मोहम्मद शमी के साथ संयुक्त रूप से सबसे अधिक है। हालांकि इस चरण में उनकी इकॉनमी दस से अधिक है। हर्षल के पास अनुभव, विभिन्न प्रकार की धीमी गेंदें और भारतीय परिस्थितियों का ज्ञान है। ऐसे में वह उम्मीद कर रहे होंगे कि टीमें उनके लिए ऊंची बोली लगाएं।
वानिंदु हसरंगा नीलामी के सबसे आकर्षक खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी ज़बरदस्त गुगली कई बल्लेबाज़ों के लिए अभी भी एक अबूझ पहेली है। वह निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए लंबे सिक्सर भी लगा सकते हैं। इसके अलावा वह एक उत्कृष्ट क्षेत्ररक्षक हैं। LPL में भी उनका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा था। हालांकि हैमस्ट्रिंग की चोट के बाद उन्होंने कोई क्रिकेट नहीं खेला है। IPL 2022 की नीलामी में उनके लिए बेंगलुरु, सनराइज़र्स हैदराबाद और पंजाब की टीम ने काफ़ी आक्रामक होकर बोली लगाई थी। इस बार वह ऑलराउंडरों के पहले सेट में एकमात्र स्पिन गेंदबाज़ी ऑलराउंडर हैं।
शाहरुख़ के लिए यह घरेलू सीज़न (सफ़ेद गेंद) निराशाजनक रहा है। शायद यही वजह है कि पंजाब ने उन्हें रिलीज़ कर दिया है। हालांकि वह मज़बूती से वापसी भी कर सकते हैं। शाहरुख़ कुछ हद तक वेस्टइंडीज़ के रोवमन पॉवेल की तरह हैं: वह तेज़ गति के ख़िलाफ़ अच्छी बल्लेबाज़ी हैं, लेकिन कलाई की स्पिन गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ कमज़ोर हैं। वह स्पिन के ख़िलाफ़ अपनी बल्लेबाज़ी और अपनी ऑफ़ स्पिन पर काम कर रहे हैं। तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2023 में शाहरुख़ ने नौ मैचों में 6.66 की इकॉनमी रेट से 17 विकेट लेकर, टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे।