जेम्स एंडरसन पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ के दौरान इंग्लैंड पुरुष टीम के गेंदबाज़ी सलाहकार के रूप में कार्य करते रहेंगे।
एंडरसन ने इसी साल जून में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उसके बाद से वह इस भूमिका में काम कर रहे हैं। वेस्टइंडीज़ और श्रीलंका के ख़िलाफ़ हुई टेस्ट सीरीज़ में भूमिका को निभाने के बाद मैनेजमेंट और एंडरसन के बीच बात हुई थी, जिसके बाद यह फ़ैसला लिया गया कि एंडरसन न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भी इस भूमिका को जारी रखेंगे।
इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड टेस्ट टीम के कोच ब्रैंडन मक्कलम, कप्तान बेन स्टोक्स और मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की ने एंडरसन को बताया था कि अब इंग्लैंड की टेस्ट टीम उनके बिना ही आगे बढ़ने पर विचार कर रही है। इसके बाद लॉर्ड्स में एंडरसन ने अपना आख़िरी और 188वां टेस्ट खेला और 704 टेस्ट विकेट के साथ अपने बेहतरीन टेस्ट सफर को अलविदा कहा।
ECB एंडरसन की विशेषज्ञता का उपयोग 2025-26 के ऐशेज़ के दौरान करना चाहती है। इसी कारण से फ़िहलाल उन्हें गेंदबाज़ी सलाहकार की भूमिका दी गई है। अगर एंडरसन आगे भी इस तरह की कोचिंग करना चाहते हैं तो सीमित ओवर की क्रिकेट में भी इंग्लैंड की टीम के साथ काम कर सकते हैं। हालांकि अभी यह दूर की बात है और यह इस पर भी निर्भर करता है कि टीम मैनेजमेंट और एंडरसन के बीच क्या बातचीत होती है और किस तरह की डील होती है।
एंडरसन ने श्रीलंका के साथ तीसरे टेस्ट के पहले दिन स्काई स्पोर्ट्स से कहा, "फ़िलहाल मैं सर्दियों के दौरान पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड जाने के लिए तैयार हूं। उसके बाद क्या होगा, इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। मैं अभी-अभी इस क्षेत्र (कोचिंग) में आया हूं, मैं अभी भी सीख रहा हूं। आंशिक रूप से मैं यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि क्या यह वह जगह है, जहां मैं अपने करियर के अगले चरण के साथ आगे बढ़ना चाहता हूं।"
एंडरसन के संन्यास के बाद से इंग्लैंड की टेस्ट टीम में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दूसरे टेस्ट के बाद मार्क वुड चोटिल होने के कारण श्रीलंका के ख़िलाफ़ चल रही टेस्ट सीरीज़ से बाहर हो गए थे। उनकी जगह पर लेस्टशायर के 6 फ़ीट 7 इंच के गेंदबाज़ जॉश हल को तीसरे टेस्ट में डेब्यू कैप मिला था। जब से हल टीम में आए हैं, वह एंडरसन के साथ काफ़ी काम रहे हैं।