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भगदड़ के बाद पहली बार टूर्नामेंट की मेज़बानी करेगा चिन्नास्वामी

लाल गेंद सीज़न से पहले चिन्नस्वामी छह मुक़ाबलों की मेज़बानी करेगा, हालांकि प्रशंसकों को मैदान में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी

ESPNcricinfo स्टाफ़
04-Sep-2025 • 2 hrs ago
The Chinnaswamy Stadium under lights, Royal Challengers Bangalore v Kolkata Knight Riders, IPL 2018, Bengaluru, April 29, 2018

M Chinnaswamy Stadium से महिला विश्व कप की मेज़बानी भी छीन ले गई थी  •  BCCI

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL जीत के बाद 4 जून को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के बाद चिन्नास्वामी पहली बार क्रिकेट मुक़ाबलों की मेज़बानी करेगा।
यह स्टेडियम कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के के तिम्मप्पिया मेमोरियल ट्रॉफ़ी के मेज़बानों में से एक है, जो 16 टीमों वाला एक लाल गेंद के साथ खेला जाने वाला बहु-दिवसीय प्री-सीज़न टूर्नामेंट है। चिन्नास्वामी स्टेडियम इस प्रतियोगिता के छह मैचों की मेज़बानी करेगा, जिसमें एक सेमीफ़ाइनल और 26 सितंबर से होने वाला फ़ाइनल शामिल है। हालांकि स्टेडियम में दर्शकों को अनुमति नहीं होगी।
अजिंक्य रहाणे, वेंकटेश अय्यर, हनुमा विहारी, विजय शंकर, शशांक सिंह भाग लेने वाले शीर्ष भारतीय सितारों में से हैं। टूर्नामेंट में मुंबई, विदर्भ, मध्य प्रदेश, हिमाचल, छत्तीसगढ़ सहित अन्य की टीमें शामिल हैं।
चिन्नास्वामी की क्रिकेट कैलेंडर में वापसी ऐसे समय में हुई है जब RCB ने इस दुखद भगदड़ पर सोशल मीडिया पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। पिछले हफ़्ते फ़्रैंचाइज़ी ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की थी, साथ ही बेहतर भीड़ सुरक्षा और प्रबंधन के लिए दीर्घकालिक कार्रवाई का भी वादा किया था।
यह स्थल KSCA, कर्नाटक सरकार और राज्य पुलिस के बीच चल रही खींचतान का केंद्र रहा है - 4 जून की घटना के बाद से फ़्रैंचाइज़ी के साथ-साथ सभी पुलिस की भी एक सदस्यीय ट्रिब्यूनल द्वारा जांच की जा रही है।
इसके अलावा KSCA को स्थानीय नियामक संस्थाओं के साथ भी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिनमें बिजली आपूर्ति विभाग (BESCOM) भी शामिल है, जिसने अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण आयोजन स्थल की बिजली काट दी है। बुधवार (3 सितंबर) तक अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं मिला था। यह आयोजन स्थल अपनी ज़रूरतों के लिए जनरेटर और सौर ऊर्जा का उपयोग करता है।
परिणामस्वरूप पुलिस ने KSCA को महिला विश्व कप की मेज़बानी की अनुमति नहीं दी, जिससे चिन्नास्वामी को टूर्नामेंट के पहले मैच, सेमीफ़ाइनल और 2 नवंबर को होने वाले फ़ाइनल सहित पांच संभावित मैचों से हाथ धोना पड़ा।
राज्य की फ़्रैंचाइज़ी-आधारित T20 प्रतियोगिता महाराजा ट्रॉफ़ी को भी इसी कारण से बेंगलुरु से बाहर स्थानांतरित करना पड़ा, क्योंकि पुलिस ने KSCA के बंद दरवाज़ों में टूर्नामेंट आयोजित करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। अंततः टूर्नामेंट का आयोजन मैसूर में बंद दरवाज़ों में किया गया।
पिछले महीने के अंत में, राज्य सरकार द्वारा भगदड़ की जांच के लिए नियुक्त एक समिति ने चिन्नास्वामी को बड़े आयोजनों के लिए "असुरक्षित" माना। आयोग ने "दृढ़ता से अनुशंसा" की कि बड़े आयोजनों को ऐसे स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए जो भारी भीड़ को संभालने के लिए "बेहतर" हों।
इसके बाद कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शहर के औद्योगिक उपनगरों में 75 एकड़ के विशाल खेल परिसर में 60,000 दर्शकों की क्षमता वाला एक क्रिकेट स्टेडियम बनाने की सरकार की भव्य योजना का अनावरण किया।