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कोहनी की चोट से उबरने के बाद गायकवाड़ ने लगाया बेहतरीन शतक

दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में लंबी पारी खेलने के बाद गायकवाड़ ने कहा कि घर में परिवार के साथ समय बिताने का उन्हें फ़ायदा हुआ

आशीष पंत
05-Sep-2025 • 2 hrs ago
Ruturaj Gaikwad celebrates his century, Central Zone vs West Zone, Duleep Trophy semi-final, Bengaluru, September 4, 2025

ऋतुराज गायकवाड़ ने सेंट्रल ज़ोन के ख़िलाफ़ शानदार 184 रन बनाए  •  PTI

IPL 2025 में कोहनी की चोट के बाद से लगभग पांच महीने हो गए हैं, तब से ऋतुराज गायकवाड़ बड़े स्तर की क्रिकेट से दूर रहे हैं। उन्होंने प्री-सीज़न बुची बाबू टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था, लेकिन एक वह एक प्रथम श्रेणी मैच, वह भी सीधा दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल, इतने लंबे अंतराल के बाद खेल रहे थे।
सेंट्रल ज़ोन के ख़िलाफ़ मैच में गायकवाड़ क्रीज़ पर तब उतरे, जब उनकी टीम के 19 गेंदों के भीतर दो विकेट गिर गए थे । वेस्ट ज़ोन के दोनों ओपनर बादलों से ढके आसमान में आउट हो गए थे और सेंट्रल ज़ोन के गेंदबाज़ ख़लील अहमद और दीपक चाहर को पिच से काफ़ी मूवमेंट मिल रही थी। यशस्वी जायसवाल, ख़लील की अंदर आती गेंद पर पगबाधा आउट थे, वहीं हार्विक देसाई को चाहर की आउटस्विंगर पर पहले स्लिप में कैच कर लिया गया।
गायकवाड़ जानते थे कि काउंटर अटैक करना ख़तरनाक हो सकता है, इसलिए उन्होंने डिफे़ेंसिव रास्ता चुना। उन्हें कई बार गेंद ने बीट किया और दो-तीन बार LBW की अपीलें भी हुईं। लेकिन वह अडिग रहे। मौसम साफ़ होने और सूरज निकलने के बाद BCCI सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के ग्राउंड बी की पिच आसान हो गई। तब तक गायकवाड़ भी बेहतर मूवमेंट करने लगे थे। वह गेंद को अच्छे से छोड़ रहे थे और लंबा डिफेंसिव फ़ुटवर्क अपना रहे थे।
ख़लील और चाहर के पहले स्पेल के ख़त्म होने के बाद गायकवाड़ ने स्पिनर्स और तीसरे तेज़ गेंदबाज़ यश ठाकुर के ख़िलाफ़ आक्रामक खेल दिखाया। उन्होंने ऑफ़ स्पिनर सारांश जैन की पहली गेंद स्लिप के पास से खेलकर चार रन बनाए और फिर स्वीप करके डीप स्क्वेयर लेग की ओर गेंद भेजी। जैन के अगले ओवर में उन्होंने लगातार दो चौके लगाए और जल्द ही अपने साथी आर्यन देसाई के स्कोर तक पहुंच गए।
आर्यन के आउट होने के बाद गायकवाड़ ने अपना रुख़ बदला और लंच से पहले अर्धशतक पूरा करते हुए वेस्ट ज़ोन को मज़बूत स्थिति में ला दिया।
दिन के खेल के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ खेलने के लिए यह एक अच्छी चुनौती थी। वे तीनों बहुत अच्छे गेंदबाज़ हैं। उनके पास बेहतरीन स्किल हैं और उनके ख़िलाफ़ रन बनाना एक बड़ी चुनौती थी। मैंने वही सोचा और उस पर डटा रहा। मुझे ख़ुशी है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा।"
लंच के बाद बल्लेबाज़ी की स्थिति आसान होते ही गायकवाड़ ने अपने कंधे खोले। इस बीच वेस्ट ज़ोन ने श्रेयस अय्यर और शम्स मुलानी के विकेट जल्दी गंवा दिए थे। गायकवाड़ की पारी की सबसे बड़ी ख़ासियत स्पिनर्स के ख़िलाफ़ उनका फ़ुटवर्क था। कई मौक़ों पर उन्होंने पिच पर आगे आकर कवर ड्राइव खेले और फिर पीछे जाकर स्लिप के पास गेंद को लेट गाइड किया।
गायकवाड़ को अपना आठवां प्रथम श्रेणी शतक पूरा करने में ज़्यादा समय नहीं लगा। उन्होंने हर्ष दुबे की गेंद को मिड-ऑफ़ की तरफ़ खेलकर अपना शतक पूरा किया। शतक के बाद उन्होंने खासकर तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ गियर बदला। टी ब्रेक के बाद पहले ओवर में गायकवाड़ ने ठाकुर पर तीन चौके लगाए, जिसमें दो शानदार स्ट्रेट ड्राइव शामिल थे। इसके तुरंत बाद उन्होंने अपने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) साथी ख़लील पर हमला बोला। ख़लील की राउंड-द-विकेट एंगल का फ़ायदा उठाते हुए उन्होंने पहले लगातार दो चौके लगाए, इसके बाद उन्होंने शानदार स्क्वेयर कट खेला। इसके बाद उन्होंने एक अपर कट लगाया, जो छक्के के लिए गया और फिर ओवर का अंत बेहतरीन कवर ड्राइव से किया।
गायकवाड़ का शतक इस बात का सबूत था कि पारी को कैसे सजाना चाहिए। उन्होंने 50 तक पहुंचने के लिए 72 गेंदें लीं, 51 से 100 तक जाने में 59 और फिर 101 से 150 तक जाने में सिर्फ़ 47 गेंदें। जैन की गेंद पर फ़्लाइट से चकमा खाकर स्टंपिंग आउट होने से पहले गायकवाड़ ने 206 गेंदों पर 184 रन बनाए और वेस्ट ज़ोन को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया।
लंबे समय बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने अपनी पारी शुरू करते समय कोई तय लक्ष्य नहीं बनाया था। उन्होंने कहा, "यह बस प्रोसेस को फ़ॉलो करने का मामला था। लाल गेंद की क्रिकेट में बहुत धैर्य चाहिए, बहुत प्रोसेस को फ़ॉलो करना पड़ता है और यह सिर्फ़ उसी लय में आने वाली बात थी। मैंने यह लगभग डेढ़ महीने तक किया और बुची बाबू टूर्नामेंट भी खेला।"
"IPL में मेरी बहुत ही अजीब सी चोट थी और इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता था। मैंने परिवार के साथ अच्छा समय बिताया, घर पर समय का आनंद लिया और फिर अब लय व रूटीन में आने के लिए छोटी-छोटी चीज़ें करने की कोशिश कर रहा हूं।"
ऋतुराज गायकवाड़
गायकवाड़ की कोहनी IPL 2025 के दौरान तुषार देशपांडे की गेंद लगने से फ्रै़क्चर हो गई थी। इसके चलते उन्होंने IPL का एक बड़ा हिस्सा और मई-जून में इंग्लैंड का इंडिया A दौरा मिस कर दिया। बाद में उन्होंने "घर पर निजी कारणों" से यॉर्कशायर के साथ काउंटी डील से भी नाम वापस ले लिया था।
28 वर्षीय गायकवाड़ ने माना कि मैदान से बाहर बैठना आदर्श नहीं था, लेकिन उन्होंने कहा कि इसका अच्छा पहलू यह था कि उन्हें परिवार के साथ समय बिताने और घरेलू सीज़न के लिए तैयारी करने का समय मिला।

आशीष पंत ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं