रवि बिश्नोई: IPL बुलेट ट्रेन जैसा हो गया है, गेंदबाज़ों के लिए कुछ नहीं बचा
विश्व कप टीम में चयन को लेकर भी बिश्नोई ने व्यक्त की अपनी प्रतिक्रिया
नीरज पाण्डेय
29-Apr-2024
बिश्नोई अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं • BCCI
लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG) के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई के लिए IPL 2024 अब तक निराशाजनक रहा है। अब तक खेले नौ मैचों में बिश्नोई केवल पांच विकेट ही निकाल सके हैं। इस सीज़न उनकी इकॉनमी अब तक 8.77 की रही है, जो उनके पूरे IPL करियर में किसी भी सीज़न की सबसे अधिक है। लगातार विकेट के लिए तरस रहे बिश्नोई ख़ुद अपने प्रदर्शन से काफ़ी निराश हैं।
मुंबई इंडियंस (MI) के ख़िलाफ़ अहम मैच से एक दिन पहले उन्होंने कहा, "व्यक्तिगत रूप से पूछेंगे तो मतलब जैसा मैं चाह रहा था, सीज़न वैसा नहीं जा रहा है। लेकिन एक टीम के रूप में हमारा सीज़न बड़ा अच्छा जा रहा है। मैं बड़ा खु़श हूं, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मैं कोशिश कर रहा हूं कि और बेहतर करके टीम को और अच्छी पोज़ीशन में पहुंचा सकूं। अगर मैं और थोड़ा अच्छा करूँगा तो। टीम और अच्छी पोज़ीशन में रहेगी।"
इस सीज़न में 200 से अधिक के स्कोर बनना साधारण सी बात होती दिख रही है और लगभग हर मैच में ही टीमें इस आंकड़े को पार कर रही हैं। इस सीज़न तमाम बार टीमों ने 250 के आंकड़ों को भी पार किया और 300 का आंकड़ा पार होने को लेकर भी बातें होने लगी हैं। गेंदबाज़ अब खुलकर सामने आ रहे हैं कि यह खेल उनके लिए कितना मुश्किल होता जा रहा है। बिश्नोई भी कुछ ऐसी ही सोच रखते हैं।
उन्होंने कहा, "खेल बड़ा तेज़ हो गया है और इस सीज़न तो यह बुलेट ट्रेन जैसा चल रहा है। फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट बहुत खतरनाक लेवल पे ऊपर चली गई है और बहुत ज्यादा तेज़ी से भी खेली जा रही है। आपने देखा होगा कि मतलब गेंदबाज़ों के लिए कुछ बचा नहीं है। इस बार 260 रन भी चेज़ हो रहे हैं। अंतिम चार ओवर में 60 रन चाहिए, वो दो ओवर में बन जा रहे हैं।"
जून में होने वाले टी20 विश्व कप की टीम चंद दिनों में घोषित होने वाली है और इस टीम चयन को लेकर बिश्नोई काफ़ी आश्वस्त हैं। उनका मानना है कि टीम में चयन होगा या नहीं इस पर ध्यान लगाने की उन्हें जरूरत नहीं है क्योंकि चयनकर्ताओं को देश के लिए जो उचित लगेगा वो वही फैसले लेंगे।
उन्होंने कहा, "ये काम अभी सर मेरे हिसाब से चयनकर्ताओं पे ही छोड़ दें तो ज्यादा बेहतर रहेगा क्योंकि उनका जो फैसला रहेगा वो काफ़ी चीजें सोच समझकर रहेगा और उनको जो बेहतर लगेगा वही करेंगे। व्यक्तिगत तौर पर पूछोगे तो बिलकुल वर्ल्ड कप एक बड़ी चीज़ होती है और हर कोई खेलना चाहता है अपनी लाइफ में। मैं भी ज़रूर खेलना चाहता हूं लेकिन अभी इस समय ये काम चयनकर्ताओं पर ही छोड़ दें तो ज्यादा अच्छा होगा।
LSG की टीम में पिछले सीज़न तक गेंदबाज़ों में बिश्नोई की ख़ूब चर्चा होती थी, लेकिन इस सीज़न एक तेज़ गेंदबाज़ ने लोगों को ख़ूब प्रभावित किया। मयंक यादव ने पहले दो मैचों में अपनी गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों में ख़ौफ पैदा किया था, लेकिन फिर चोट के कारण वह मैदान से दूर हो गए। मयंक की फिटनेस और उनकी गेंदबाज़ी पर भी बिश्नोई ने अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने कहा, "मयंक के पास जैसी गति है वो हर मैच में हमारे लिए अहम है, लेकिन उसकी जो फ़िटनेस है वो हमें देखनी पड़ेगी। इतनी स्पीड से बॉल डालना आपको भी पता है कि बड़ा मुश्किल काम है। अगर वो पूरी तरह फिट नहीं है तो हम उसके साथ रिस्क नहीं ले सकते। थोड़ा बहुत भी उसका जो भी निर्णय है वो मैनेजमेंट ले रही है।"