भारत बनाम बांग्लादेश : 2016 में जब मुशफ़िकुर का जश्न साबित हुआ महंगा
बुधवार की अहम भिड़ंत से पहले इन पड़ोसी देशों ने टी20 विश्व कप का एक यादगार मुक़ाबला खेला था
2016 के टी20 विश्व कप में भारत ने बांग्लादेश को क़रीबी मुक़ाबले में हराया था • AFP
बेंगलुरु में उस दिन पिच थोड़ी धीमी थी और गेंदबाज़ी के लिए अनुकूल साबित हुई। बांग्लादेश कप्तान मशरफ़े मुर्तज़ा ने भारत को पहले बल्लेबाज़ी करने को कहा और उनकी अगुआई में गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत का रन रेट कभी सात से बहुत ऊपर नहीं जा पाया और रोहित शर्मा (18), शिखर धवन (23) और विराट कोहली (24) सब लगभग 100 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए आउट हो गए। इसके बाद सुरेश रैना (23 गेंदों पर 30) और हार्दिक पंड्या (7 गेंदों पर 15) पारी को गतिशीलता देते दिखे लेकिन अल-अमीन हुसैन की लगातार गेंदों पर आउट हो गए। हार्दिक को आउट करने के लिए सौम्य सरकार ने ज़बरदस्त डाइविंग कैच लपका जिसका बेंगलुरु के दर्शकों ने खुले दिल से अभिवादन किया।
इस मैच के कई किरदार अभी भी मौजूद हैं लेकिन भारत के शुरुआती गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और आशीष नेहरा एडिलेड में नहीं होंगे। ना ही बांग्लादेश के लिए तमीम इक़बाल और मोहम्मद मिथुन की सलामी जोड़ी। तमीम ने नेहरा की पहली गेंद पर चौका जड़ा और पांचवीं गेंद पर नेहरा उनका कैच गिरा बैठे। मिथुन के जल्दी आउट होने के बावजूद तमीम को पांचवें ओवर में बुमराह ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एक और जीवनदान दिया जब वह 15 पर थे। दूसरे छोर पर शब्बीर रहमान आक्रामक बल्लेबाज़ी कर रहे थे। आठवें ओवर तक 55 के स्कोर तक पहुंचकर बांग्लादेश जीत की ओर अग्रसर दिखा। हालांकि इस दौरान भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में 12 गेंदों पर 13 की नाबाद पारी के बाद अपना प्रभाव डालना शुरू किया।
रवींद्र जाडेजा (वैसे यह भी ऑस्ट्रेलिया में काफ़ी कारगर रहते) की गेंद पर तमीम क़दमों का इस्तेमाल करने गए। जाडेजा ने गेंद को तेज़ी से डाला और बल्लेबाज़ उछाल की कमी से भी बीट हुए और धोनी ने उन्हें स्टंप आउट किया। दो ओवर बाद रैना की गेंदबाज़ी पर शब्बीर लेग साइड की गेंद को मिस कर गए और क्षण भर के लिए अपना संतुलन गंवा बैठे। बस उतना ही काफ़ी था धोनी के लिए और उन्होंने सही समय पर बेल्स हटाकर 15 गेंदों पर 26 रनों की उनकी पारी को समाप्त किया। इसके बाद अश्विन और जाडेजा की बदौलत बांग्लादेश की आधी टीम 95 पर पवेलियन लौट गई। हालांकि इसके बाद सौम्य और महमुदउल्लाह के बीच 31 रनों की अच्छी साझेदारी हुई जिसने बांग्लादेश को जीत के क़रीब ला खड़ा किया।
सौम्य के आउट होने के बाद मुशफ़िकुर रहीम बल्लेबाज़ी करने आए और बुमराह के आख़िरी ओवर में 12 गेंदों पर 17 रनों की ज़रूरत थी। बुमराह का दिन तब तक अच्छा नहीं गया था लेकिन युवा गेंदबाज़ ने यॉर्कर और शॉर्ट गेंदों का अच्छा मिश्रण करते हुए 19वें ओवर में छह सिंगल ही दिए। अब बारी थी हार्दिक की।
देबायन सेन ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख हैं।