मैच (13)
IPL (2)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
QUAD T20 Series (MAL) (2)
PSL (1)
फ़ीचर्स

भारत बनाम बांग्लादेश : 2016 में जब मुशफ़िकुर का जश्न साबित हुआ महंगा

बुधवार की अहम भिड़ंत से पहले इन पड़ोसी देशों ने टी20 विश्व कप का एक यादगार मुक़ाबला खेला था

India players are jubilant after beating Bangladesh by one run, India v Bangladesh, World T20 2016, Group B, Bangalore, March 23, 2016

2016 के टी20 विश्व कप में भारत ने बांग्लादेश को क़रीबी मुक़ाबले में हराया था  •  AFP

बुधवार को एडिलेड में भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 विश्व कप का एक अहम मुक़ाबला खेला जाएगा। इस मैच में जहां बांग्लादेश को जीवित रहने के लिए जीतना ज़रूरी है, वहीं भारत के अभियान को पटरी पर रखने के लिए दो अंकों की आवश्यकता होगी।
यह दो पड़ोसी देश विश्व कप में तीन बार भिड़ चुके हैं। 2009 में नॉटिंघम में और 2014 में मीरपुर में भारत आसानी से जीता लेकिन 2016 में चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु का उनका मैच काफ़ी यादगार रहा था। आइए उस मैच की यादें ताज़ा करते हैं।
कठिन पिच पर बांग्लादेशी गेंदबाज़ी रही हावी
बेंगलुरु में उस दिन पिच थोड़ी धीमी थी और गेंदबाज़ी के लिए अनुकूल साबित हुई। बांग्लादेश कप्तान मशरफ़े मुर्तज़ा ने भारत को पहले बल्लेबाज़ी करने को कहा और उनकी अगुआई में गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत का रन रेट कभी सात से बहुत ऊपर नहीं जा पाया और रोहित शर्मा (18), शिखर धवन (23) और विराट कोहली (24) सब लगभग 100 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए आउट हो गए। इसके बाद सुरेश रैना (23 गेंदों पर 30) और हार्दिक पंड्या (7 गेंदों पर 15) पारी को गतिशीलता देते दिखे लेकिन अल-अमीन हुसैन की लगातार गेंदों पर आउट हो गए। हार्दिक को आउट करने के लिए सौम्य सरकार ने ज़बरदस्त डाइविंग कैच लपका जिसका बेंगलुरु के दर्शकों ने खुले दिल से अभिवादन किया।
अंतत: भारत 146/7 तक ही पहुंच पाया, जब एक समय पर रैना-हार्दिक की जोड़ी उन्हें 160 के पार ले जाने की क्षमता दिखा रही थी।
बांग्लादेश की सधी शुरुआत
इस मैच के कई किरदार अभी भी मौजूद हैं लेकिन भारत के शुरुआती गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और आशीष नेहरा एडिलेड में नहीं होंगे। ना ही बांग्लादेश के लिए तमीम इक़बाल और मोहम्मद मिथुन की सलामी जोड़ी। तमीम ने नेहरा की पहली गेंद पर चौका जड़ा और पांचवीं गेंद पर नेहरा उनका कैच गिरा बैठे। मिथुन के जल्दी आउट होने के बावजूद तमीम को पांचवें ओवर में बुमराह ने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एक और जीवनदान दिया जब वह 15 पर थे। दूसरे छोर पर शब्बीर रहमान आक्रामक बल्लेबाज़ी कर रहे थे। आठवें ओवर तक 55 के स्कोर तक पहुंचकर बांग्लादेश जीत की ओर अग्रसर दिखा। हालांकि इस दौरान भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में 12 गेंदों पर 13 की नाबाद पारी के बाद अपना प्रभाव डालना शुरू किया।
गेंदबाज़ों ने करवाई वापसी
रवींद्र जाडेजा (वैसे यह भी ऑस्ट्रेलिया में काफ़ी कारगर रहते) की गेंद पर तमीम क़दमों का इस्तेमाल करने गए। जाडेजा ने गेंद को तेज़ी से डाला और बल्लेबाज़ उछाल की कमी से भी बीट हुए और धोनी ने उन्हें स्टंप आउट किया। दो ओवर बाद रैना की गेंदबाज़ी पर शब्बीर लेग साइड की गेंद को मिस कर गए और क्षण भर के लिए अपना संतुलन गंवा बैठे। बस उतना ही काफ़ी था धोनी के लिए और उन्होंने सही समय पर बेल्स हटाकर 15 गेंदों पर 26 रनों की उनकी पारी को समाप्त किया। इसके बाद अश्विन और जाडेजा की बदौलत बांग्लादेश की आधी टीम 95 पर पवेलियन लौट गई। हालांकि इसके बाद सौम्य और महमुदउल्लाह के बीच 31 रनों की अच्छी साझेदारी हुई जिसने बांग्लादेश को जीत के क़रीब ला खड़ा किया।
एक ज़बरदस्त क्लाइमैक्स
सौम्य के आउट होने के बाद मुशफ़िकुर रहीम बल्लेबाज़ी करने आए और बुमराह के आख़िरी ओवर में 12 गेंदों पर 17 रनों की ज़रूरत थी। बुमराह का दिन तब तक अच्छा नहीं गया था लेकिन युवा गेंदबाज़ ने यॉर्कर और शॉर्ट गेंदों का अच्छा मिश्रण करते हुए 19वें ओवर में छह सिंगल ही दिए। अब बारी थी हार्दिक की।
पहली गेंद पर सिंगल देने के बाद रहीम ने एक ग़ज़ब का कवर ड्राइव लगाया और फिर स्कूप करके चार रन और बटोरे। अब तीन गेंदों पर सिर्फ़ दो रन चाहिए थे और बांग्लादेशी विकेटकीपर अपनी ख़ुशी को व्यक्त करते हुए फूले नहीं समा रहे थे।
ओवर की चौथी गेंद शॉर्ट थी और वह उसे वह मिडविकेट की तरफ़ उठा बैठे और धवन ने आसान कैच पकड़ा। अगली गेंद पर महमुदउल्लाह स्ट्राइक पर आए और उन्होंने फ़ुल टॉस को सीधा लेग साइड में हवा में उड़ा दिया, जहां उस गेंद से ठीक पहले धोनी ने जाडेजा को तैनात किया था। अचानक मैच बांग्लादेश की पकड़ से निकलता दिखा। हालांकि आख़िरी गेंद पर एक रन भी मैच को सुपर ओवर तक ला देता।
हार्दिक की शॉर्ट बॉल के साथ शुवगत होम संपर्क नहीं कर पाए लेकिन वह और मुस्तफ़िज़ुर रहमान बाई लेने के लिए दौड़ पड़े। धोनी ने अपने दाएं हाथ के दस्ताने उतार लिए थे और वह गेंद पकड़कर सीधे स्टंप्स की तरफ़ दौड़े। लगभग फ़ोटो फ़िनिश में उन्होंने मुस्तफ़िज़ुर के क्रीज़ पहुंचने से पहले बेल्स हटा दिए।
भारत एक रन से जीता और विश्व कप में जीवित रहा। बांग्लादेश के लिए 39.3 ओवर तक का परफ़ेक्ट टी20 मैच एक महंगे सेलिब्रेशन (और धोनी और हार्दिक की सूझबूझ) का शिकार बन बैठा।

देबायन सेन ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख हैं।