आयरलैंड के कप्तान
ऐंडी बैलबर्नी का मानना है कि परिणाम के आगे प्रदर्शन पर ध्यान देने की मंशा उनके टीम के लिए टी20 विश्व कप में काम आएगी।
आयरलैंड सोमवार को ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध होबार्ट में अपने अभियान की शुरुआत करेगा और बैलबर्नी के अनुसार एक व्यस्त घरेलू अंतर्राष्ट्रीय सीज़न में उनकी टीम अधिकतम मैच हारने के बावजूद एक सकारात्मक सोच रख पाया था।
आयरलैंड ने जून और अगस्त के बीच भारत, न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध
10 सीमित ओवरों के मैच हारे लेकिन उन्होंने आख़िर में टी20 सीरीज़ में अफ़ग़ानिस्तान को 3-2 से हराया।
बैलबर्नी ने कहा, "मुझे लगता है परिणाम और प्रदर्शन के बीच हमारे टीम में चर्चा में एक बड़ा बदलाव आया है। शायद पिछले साल हम बहुत ज़्यादा परिणाम पर ध्यान देने लगे थे। लेकिन इस बदलाव के बाद हमारे खिलाड़ी अधिक आज़ादी से खेल रहे हैं। हम बहुत मैच जीते नहीं लेकिन हमने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला था।
"अगर हम ऐसी क्रिकेट खेलते रहेंगे तो परिणाम अपने आप ही मिलते जाएंगे। ऐसे टूर्नामेंट में जीतना ज़रूरी है लेकिन हमारा मूल संदेश है अच्छा क्रिकेट खेलना। लोगों को आकर्षित करना। अगर ऐसे में परिणाम हमारे पक्ष में रहे तो सही है, अन्यथा हम अच्छे प्रदर्शन से भी ख़ुश रहेंगे।"
पिछले विश्व कप में कोरोना के कारण खिलाड़ियों को बायो-बबल के भीतर रहना पड़ा था और बैलबर्नी ख़ुश हैं कि उनके युवा टीम के पास ऑस्ट्रेलिया में घूमने फिरने की पूरी आज़ादी होगी।
उन्होंने कहा, "ओमान में क्वालिफ़ाई करके हम बहुत आश्वस्त हुए। ऑस्ट्रेलिया खेलने के लिए एक बेहतरीन जगह है। बायो-बबल के ना होने से आप आसानी से कॉफ़ी पीने निकल सकते हैं, आपका परिवार आपके साथ रह सकता है। मुझे लगता है पिछले साल मैदान से सीधे होटल के कमरे तक जाना हर टीम के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बुरा था। इस विश्व कप से पहले माहौल बहुत बेहतर है। हम सब काफ़ी अच्छे मानसिक स्थिति में हैं और शायद तैयारी उतनी अच्छी नहीं रही है लेकिन यह हर टीम के लिए लागू होता है। इस बार यहां बहुत ज़्यादा बारिश हुई है।"
आयरलैंड और ख़ास तौर पर बैलबर्नी के लिए यह मैच कुछ अच्छी यादें ताज़ा कर देगा। होबार्ट में ही 2015 वनडे विश्व कप में उन्होंने
ज़िम्बाब्वे को पांच रन से हराया था और बैलबर्नी ने सर्वाधिक 97 रन बनाए थे।
उन्होंने कहा, "वो शायद मेरे लिए आयरलैंड की जर्सी में सबसे यादगार मैच था। जीत में रन बनाना अच्छा अनुभव होता ही है। वह एक सपाट विकेट थी जिसपर बल्लेबाज़ी करना आसान था। हालांकि साल का समय अलग है लेकिन उम्मीद है पिच लगभग वैसी ही होगी। तब हमने सोचा नहीं था हम एक विश्व कप खेलने इसी मैदान पर लौटेंगे।"
बैलबर्नी की टीम में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिनकी उम्र 25 वर्ष से भी कम है और कप्तान चाहते हैं कि वह ख़ुद पर कोई दबाव नहीं आने दें।
"यह काफ़ी बुद्धिमान युवा खिलाड़ी हैं और हम केवल इनकी मदद कर सकते हैं। विश्व कप का माहौल थोड़ा डरावना हो सकता है और हम ख़ुश हैं कि यह खिलाड़ी बड़ी टीमों का सामना कर चुके हैं। इस हफ़्ते हम अगर माहौल से डर जाएंगे तो यही एक बड़ा कारण बनेगा हमें रोकने का।"
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता है। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।