वर्ल्ड टी20 2014 : विश्व कप ख़िताब के साथ दो दिग्गजों की विदाई
फ़ाइनल में भारत को मात देकर श्रीलंका ने 2011 की हार का बदला लिया था
अफ़्ज़ल जिवानी
18-Oct-2022
महेला जयवर्दना और कुमार संगकारा ने टी20 विश्व कप ख़िताब के साथ इस प्रारूप को अलविदा कहा था • ICC
टी20 विश्व कप का समय आ गया है। 2007 में स्थापित हुए इस टूर्नामेंट ने पिछले कुछ सालों में कई रोमांचक संस्करण क्रिकेट जगत को दिए हैं। हर साल कुछ यादगार खिलाड़ियों और टीमों ने इतिहास के पन्नों पर अपना नाम लिखा हैं। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो का यह प्रयास है कि हम ऑस्ट्रेलिया में होने वाले पहले पुरुष क्रिकेट के पहले टी20 विश्व कप में अब तक बीते सारे संस्करणों की यादें ताज़ा करें। इस सिलसिले में आज हम याद करेंगे 2014 में बांग्लादेश में खेले गए टी20 विश्व कप को।
यह टूर्नामेंट श्रीलंका ने जीता था, है ना?
हां, श्रीलंका ने भारत को छह विकेटों से हराकर अपना पहला टी20 विश्व कप जीता था। फ़ाइनल मैच को युवराज सिंह की धीमी बल्लेबाज़ी के लिए याद किया जाता है। जहां एक छोर पर विराट कोहली बाउंड्री पर बाउंड्री लगाए जा रहे थे, युवराज ने 21 गेंदों पर मात्र 11 रन बनाए थे। अगर भारत युवराज को रिटायर्ड आउट कर देता तो शायद नतीजा कुछ और होता।
हां, श्रीलंका ने भारत को छह विकेटों से हराकर अपना पहला टी20 विश्व कप जीता था। फ़ाइनल मैच को युवराज सिंह की धीमी बल्लेबाज़ी के लिए याद किया जाता है। जहां एक छोर पर विराट कोहली बाउंड्री पर बाउंड्री लगाए जा रहे थे, युवराज ने 21 गेंदों पर मात्र 11 रन बनाए थे। अगर भारत युवराज को रिटायर्ड आउट कर देता तो शायद नतीजा कुछ और होता।
अन्य बड़ी टीमों का क्या हाल था?
आमतौर पर क्रिकेट जगत में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दबदबा रहता है। भारत 2014 में उपविजेता रहा था लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने पूरे टूर्नामेंट में एक-एक जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान भी टॉप चार में जा नहीं पाई थी।
आमतौर पर क्रिकेट जगत में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दबदबा रहता है। भारत 2014 में उपविजेता रहा था लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने पूरे टूर्नामेंट में एक-एक जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान भी टॉप चार में जा नहीं पाई थी।
फ़ॉर्म किस पर मेहरबान था?
छह मैचों में चार अर्धशतक और 106 की औसत से 319 रन। यह थे कोहली के आंकड़े इस टूर्नामेंट में। इसी के चलते उन्हें 'प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट' चुना गया था। स्पिन के लिए मददगार पिचों पर स्पिनरों का बोलबाला रहा था और सर्वाधिक विकेट लेने वाले टॉप पांच गेंदबाज़ों में से चार स्पिनर थे।
छह मैचों में चार अर्धशतक और 106 की औसत से 319 रन। यह थे कोहली के आंकड़े इस टूर्नामेंट में। इसी के चलते उन्हें 'प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट' चुना गया था। स्पिन के लिए मददगार पिचों पर स्पिनरों का बोलबाला रहा था और सर्वाधिक विकेट लेने वाले टॉप पांच गेंदबाज़ों में से चार स्पिनर थे।
2014 के फ़ाइनल को युवराज सिंह की धीमी बल्लेबाज़ी के लिए याद किया जाता है•ICC
कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे होंगे जिनके नाम बड़े लेकिन दर्शन छोटे रह गए..
इस सूची में अव्वल नाम युवराज का ही होगा जो पूरे टूर्नामेंट में 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे। कामरान अकमल और मोहम्मह हफ़ीज़ भी फ़्लॉप ही रहे। 2022 टी20 विश्व कप में खेलने वाले कई जाने माने खिलाड़ियों ने 2014 में पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था।
इस सूची में अव्वल नाम युवराज का ही होगा जो पूरे टूर्नामेंट में 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे। कामरान अकमल और मोहम्मह हफ़ीज़ भी फ़्लॉप ही रहे। 2022 टी20 विश्व कप में खेलने वाले कई जाने माने खिलाड़ियों ने 2014 में पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था।
सबसे यादगार पल तो अश्विन का आमला को बोल्ड करना होगा ना?
बेशक़, अश्विन इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी कैरम बॉल के साथ आग उगल रहे थे। ग्लेन मैक्सवेल और फ़ाफ़ डुप्लेसी इसका शिकार बन चुके थे लेकिन सबसे यादगार क्षण सेमीफ़ाइनल में आया जब अश्विन की गेंद लेग स्टंप के काफ़ी बाहर पड़ने के बाद तेज़ी से घूमी, आमला की फ़्लिक को बीट किया और स्टंप्स पर जा लगी। शेन वॉर्न की 'बॉल ऑफ़ द सेंचुरी' को नया प्रतिद्वंद्वी मिल गया था।
बेशक़, अश्विन इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी कैरम बॉल के साथ आग उगल रहे थे। ग्लेन मैक्सवेल और फ़ाफ़ डुप्लेसी इसका शिकार बन चुके थे लेकिन सबसे यादगार क्षण सेमीफ़ाइनल में आया जब अश्विन की गेंद लेग स्टंप के काफ़ी बाहर पड़ने के बाद तेज़ी से घूमी, आमला की फ़्लिक को बीट किया और स्टंप्स पर जा लगी। शेन वॉर्न की 'बॉल ऑफ़ द सेंचुरी' को नया प्रतिद्वंद्वी मिल गया था।
इसके अलावा क्रिस गेल का गंगनम स्टाइल डांस और एक ओवर में डेल स्टेन द्वारा सात रनों का बचाव करना भी 2014 वर्ल्ड टी20 की बेहतरीन यादों में शामिल है।
विचित्र घटनओं के बिना कोई टूर्नामेंट पूरा हो सकता है भला?
ओले, ओले, ओले.. अरे मैं कोई गाना नहीं गा रहा हूं, पहले सेमीफ़ाइनल में जब वेस्टइंडीज़ लक्ष्य का पीछा कर रहा था, आकाश से ओले बरसने लगे। डैरन सैमी को तब ऐसा लग रहा था कि ऊपर से कोई पत्थरबाज़ी कर रहा है।
ओले, ओले, ओले.. अरे मैं कोई गाना नहीं गा रहा हूं, पहले सेमीफ़ाइनल में जब वेस्टइंडीज़ लक्ष्य का पीछा कर रहा था, आकाश से ओले बरसने लगे। डैरन सैमी को तब ऐसा लग रहा था कि ऊपर से कोई पत्थरबाज़ी कर रहा है।
पहले सेमीफ़ाइनल के दौरान मिरपुर में ओले बरसने लगे•ICC
कप्तान को ड्रॉप होते देखा होगा लेकिन क्या कप्तान को ख़ुद को ड्रॉप करते देखा है? श्रीलंका के युवा कप्तान दिनेश चांदीमल ने टीम के हित को सर्वोपरि रखते हुए ख़ुद को सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल से ड्रॉप कर दिया था।
इसके अलावा ओस ने टीमों को बहुत परेशान किया। इंग्लैंड गीली गेंदों के साथ अभ्यास कर रही थी और स्टुअर्ट ब्रॉड (हां, वह उस समय टी20 क्रिकेट भी खेलते थे) के अनुसार गेंद साबुन की टिकिया के समान हो गई थी।
दो दिग्गजों की तो बात ही नहीं हुई..
मीठा तो भोजन के अंत तक बचाकर रखना चाहिए ना। श्रीलंका ने ख़िताब जीतकर अपने दो बेहतरीन खिलाड़ियों कुमार संगकारा और महेला जयवर्दना को अलविदा कहा। इन दिग्गजों ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय प्रारूप का अंत विश्व विजेता बनकर किया था।
मीठा तो भोजन के अंत तक बचाकर रखना चाहिए ना। श्रीलंका ने ख़िताब जीतकर अपने दो बेहतरीन खिलाड़ियों कुमार संगकारा और महेला जयवर्दना को अलविदा कहा। इन दिग्गजों ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय प्रारूप का अंत विश्व विजेता बनकर किया था।
अफ़्ज़ल जिवानी(@ jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।