वर्ल्ड टी20 2014 : विश्व कप ख़िताब के साथ दो दिग्गजों की विदाई
फ़ाइनल में भारत को मात देकर श्रीलंका ने 2011 की हार का बदला लिया था
महेला जयवर्दना और कुमार संगकारा ने टी20 विश्व कप ख़िताब के साथ इस प्रारूप को अलविदा कहा था • ICC
हां, श्रीलंका ने भारत को छह विकेटों से हराकर अपना पहला टी20 विश्व कप जीता था। फ़ाइनल मैच को युवराज सिंह की धीमी बल्लेबाज़ी के लिए याद किया जाता है। जहां एक छोर पर विराट कोहली बाउंड्री पर बाउंड्री लगाए जा रहे थे, युवराज ने 21 गेंदों पर मात्र 11 रन बनाए थे। अगर भारत युवराज को रिटायर्ड आउट कर देता तो शायद नतीजा कुछ और होता।
आमतौर पर क्रिकेट जगत में भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दबदबा रहता है। भारत 2014 में उपविजेता रहा था लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने पूरे टूर्नामेंट में एक-एक जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान भी टॉप चार में जा नहीं पाई थी।
छह मैचों में चार अर्धशतक और 106 की औसत से 319 रन। यह थे कोहली के आंकड़े इस टूर्नामेंट में। इसी के चलते उन्हें 'प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट' चुना गया था। स्पिन के लिए मददगार पिचों पर स्पिनरों का बोलबाला रहा था और सर्वाधिक विकेट लेने वाले टॉप पांच गेंदबाज़ों में से चार स्पिनर थे।
इस सूची में अव्वल नाम युवराज का ही होगा जो पूरे टूर्नामेंट में 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे। कामरान अकमल और मोहम्मह हफ़ीज़ भी फ़्लॉप ही रहे। 2022 टी20 विश्व कप में खेलने वाले कई जाने माने खिलाड़ियों ने 2014 में पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था।
बेशक़, अश्विन इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी कैरम बॉल के साथ आग उगल रहे थे। ग्लेन मैक्सवेल और फ़ाफ़ डुप्लेसी इसका शिकार बन चुके थे लेकिन सबसे यादगार क्षण सेमीफ़ाइनल में आया जब अश्विन की गेंद लेग स्टंप के काफ़ी बाहर पड़ने के बाद तेज़ी से घूमी, आमला की फ़्लिक को बीट किया और स्टंप्स पर जा लगी। शेन वॉर्न की 'बॉल ऑफ़ द सेंचुरी' को नया प्रतिद्वंद्वी मिल गया था।
ओले, ओले, ओले.. अरे मैं कोई गाना नहीं गा रहा हूं, पहले सेमीफ़ाइनल में जब वेस्टइंडीज़ लक्ष्य का पीछा कर रहा था, आकाश से ओले बरसने लगे। डैरन सैमी को तब ऐसा लग रहा था कि ऊपर से कोई पत्थरबाज़ी कर रहा है।
मीठा तो भोजन के अंत तक बचाकर रखना चाहिए ना। श्रीलंका ने ख़िताब जीतकर अपने दो बेहतरीन खिलाड़ियों कुमार संगकारा और महेला जयवर्दना को अलविदा कहा। इन दिग्गजों ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय प्रारूप का अंत विश्व विजेता बनकर किया था।
अफ़्ज़ल जिवानी(@ jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।