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गेंद के बाद बल्ले के साथ भी भरोसेमंद विकल्प बनते जा रहे हैं वॉशिंगटन सुंदर

पहली पसंद के ऑलराउंडर नहीं होने के बावजूद इस खिलाड़ी ने अपनी पावर-हिटिंग पर काम किया है

गेंद के साथ विकेट हो, अपनी गेंदबाज़ी पर एक बेहतरीन कैच हो या फिर बल्ले के साथ अर्धशतक - रांची में वॉशिंगटन सुंदर ने एक ऑलराउंड प्रदर्शन किया। जैसा कि कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा, न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच के अधिकांश भागों के लिए ऐसा लग रहा था कि यह मैच वॉशिंगटन बनाम न्यूज़ीलैंड के बीच खेला जा रहा था।
यदि रवींद्र जाडेजा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए फ़िट होते अथवा अक्षर पटेल ने निजी कारणों के चलते ब्रेक ना लिया होता तो वॉशिंगटन संभवतः इस मैच में नहीं खेल रहे होते। उनकी अनुपस्थिति में वॉशिंगटन ने दिखाया कि वह एक कठिन पिच पर क्या कर सकते हैं।
रांची में नई गेंद ज़्यादा घूम रही थी। हार्दिक और अर्शदीप सिंह से शुरुआत में काफ़ी फ़ुल गेंदबाज़ी की और तीसरे ओवर में गेंद वॉशिंगटन को थमाई गई। उन्होंने मार्च 2021 के बाद से भारत के लिए इस प्रारूप में पावरप्ले में गेंदबाज़ी नहीं की थी। उसके बाद से चोट से संघर्ष करने के बावजूद वॉशिंगटन पावरप्ले में गेंदबाज़ी करने की कला को नहीं भूले थे।
हार्ड लेंथ पर गेंदबाज़ी करते हुए वॉशिंगटन ने न्यूज़ीलैंड को फ़ुल गेंद दी ही नहीं। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के आंकड़ों के अनुसार उनकी सभी 24 गेंदें या तो गुड लेंथ पर थी या शॉर्ट ऑफ़ लेंथ पर। उन्होंने जल्दी से भांप लिया कि नई गेंद घूम रही थी और इसका इस्तेमाल उन्होंने फ़िन ऐलेन को आउट करने के लिए किया।
अपनी अतिरिक्त टर्न के साथ वॉशिंगटन ने मार्क चैपमैन को तीन बार बीट किया और फिर धीमी गति वाली गेंद डालकर आउट किया। गेंद उनकी तरफ़ आ रही थी और वॉशिंगटन ने लंबी डाइव लगाते हुए गेंद को अपने दाएं हाथ में समा लिया।
इतना ही नहीं, छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए मात्र 25 गेंदों पर वॉशिंगटन ने अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला अर्धशतक जड़ा। लेग स्टंप के बाहर डाली गई पहली ही गेंद को उन्होंने एक कड़क स्वीप शॉट के साथ चौके के लिए भेजा।

गेंदबाज़ों पर हावी हो रहे हैं वॉशिंगटन

अगर आपने चेन्नई में वॉशिंगटन के करियर के शुरुआती दिनों को फ़ॉलो किया होता तो आप इस शॉट से चौंक जाते। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज़ की थी जो नई गेंद पर विकेट बचाने के बाद गेंदबाज़ों को थकाता था। भारतीय टीम में उनकी भूमिका पुरानी गेंद के विरुद्ध विपक्षी गेंदबाज़ी को धराशाई करने की है। आईपीएल 2023 में सनराइज़र्स हैदराबाद ने उन्हें ठीक ऐसी ही भूमिका दी थी और तबसे वॉशिंगटन ने पावर हिटिंग पर काम करना शुरू किया है। इंदौर की नेट्स में उन्होंने युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ अहमद की गेंदों पर बड़े शॉट लगाए।
इस मेहनत का फल रांची में देखने को मिला। वॉशिंगटन ने पूरी ताक़त के साथ कई बड़े शॉट लगाए। एक समय पर तो उन्होंने सात गेंदों के भीतर दो छक्के और तीन चौके जड़ दिए।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में वॉशिंगटन ने कहा, "पहले मैं हमेशा ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करता था - ओपन या नंबर तीन, लेकिन जब से मैंने काफ़ी ज़्यादा टी20 मैच और विशेषकर आईपीएल खेलना शुरू किया तब यह बदलाव आया। ज़ाहिर है इसके लिए अभ्यास चाहिए। मुझे लगता है कि यदि आप कठिन अभ्यास करते हैं और सही तरीक़े से काम करते हैं तो कोई भी कौशल प्राप्त कर सकते हैं। मेरे साथ ऐसा ही हुआ।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने उस विशेष कौशल की मांग को पूरा करने में अभी बहुत घंटे बिताए हैं और मैं भाग्यशाली हूं कि आख़िरकार मुझे यह मिल गया।"

हार्दिक पंड्या : वॉशिंगटन भारत के लिए 'एक बहुत बड़ा प्लस' हैं

अपने पूरे करियर में अलग भूमिका निभाने के बाद दूसरी भूमिका के लिए अपने खेल को बदलना आसान नहीं होता है। उदाहरण के लिए, कोलकाता नाइट राइडर्स और मध्य प्रदेश के लिए एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में सफलता प्राप्त करने के बाद वेंकटेश अय्यर भारत के लिए फ़िनिशर के रूप में अपनी जगह नहीं बना सके। वॉशिंगटन की निचले क्रम की बल्लेबाज़ी फ़िलहाल प्रगति पर है लेकिन रांची की हालिया पारी और पिछले साल बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड वनडे में उनकी बल्लेबाज़ी उनकी अनुकूलन क्षमता और मानसिकता का प्रमाण हैं।
जब ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सीरीज़ के लिए अक्षर या जाडेजा की वापसी होगी तो वॉशिंगटन को फिर से बाहर बैठना पड़ सकता है लेकिन फ़िलहाल के लिए उनके पास अपनी छाप छोड़ने के लिए दो और मौक़े है।
हार्दिक ने वॉशिंगटन के बारे में कहा, "वह एक बहुत बड़े प्लस हैं और हम ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं जो बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों कर सकें। जिस हिसाब से वह बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी कर रहे हैं, हमें बहुत आत्मविश्वास मिल रहा है। अक्षर है और वॉशिंगटन भी है। अगर यह दोनों खिलाड़ी इसी तरह बल्लेबाज़ी करते रहे तो यह भारतीय टीम के लिए बहुत मददगार होगा।"
2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से चोटिल होने तथा अन्य कारणों के चलते वॉशिंगटन कम से कम तीन विश्व कप से बाहर रहे चुके हैं। अब वह उस पड़ाव तक पहुंचने के लिए अपना पूरा ज़ोर लगा रहे हैं।

देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।